अमरावती

अमरावती-पुणे के लिए अधिक ट्रेनें चलाने पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने दिया बल

रेल्वे मंडल संसद समिति की नागपुर में हुई बैठक

* विदर्भ के स्थानकों के विकास पर भी जोर
अमरावती/दि.8– रेलवे विभाग द्वारा अमरावती और पुणे के बीच अधिक ट्रेनों की योजना बनानी चाहिए. साथ ही विदर्भ के विभिन्न रेलवे स्टेशनों के विकास को लेकर सांसद डा. अनिल बोंडे ने गुरुवार को नागपुर में हुई रेलवे सांसद समिति की बैठक मे कड़ा रुख रखा.
मध्य रेलवे के नागपुर और भुसावल मंडल के रेलवे सांसद समिति सदस्यों की बैठक आज नागपुर में महाप्रबंधक कार्यालय में सांसद डॉ. अनिल बोंडे की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में मध्य रेलवे के महाप्रबंधक नरेश लालवानी, खंडवा के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, नाशिक के सांसद हेमंत गोडसे, धुले के सांसद डॉ. सुभाष भामरे, बैतुल के सांसद दुर्गादास उईके और रेलवे विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में महाव्यवस्थापक नरेश लालवानी ने प्रारंभ में नागपुर और भुसावल विभाग में हुई नई रेल लाइन, दोहरीकरण, तीहेरीकरण, विद्युतीकरण, एफओबी, आरओबी, आरयूबी के माध्यम से रेलवे क्रोसिंग गेट बंद करने, अमृत भारत स्टेशन नियोजन, स्टेशन पुनर्विकास काम की जानकारी दी. पश्चात उपरोक्त सभी सांसदों ने अपने विभाग के रेलवे से संबंधित विकास काम व समस्या विषद कर उस पर उपाय योजना करने की मांग की. सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि विदर्भ के नागरिक पुणे, ठाणे, दादर, कल्याण आदि स्थानों की यात्रा करते हैं. इस मार्ग पर अमरावती यात्रियों का भारी आवागमन रहता है. पुणे शैक्षिक, आर्थिक, पर्यावरण, औद्योगिक दृष्टिकोण सहित विभिन्न गतिविधियों के लिए एक सुविधाजनक स्थान है. इसलिए, अमरावती-पुणे मार्ग पर अतिरिक्त ट्रेनों की योजना बनाई जानी चाहिए. साथ ही सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने हावड़ा-पुणे दुरांतो को वर्धा और बडनेरा स्टेशनों पर रोकने के लिए महाप्रबंधक नरेश लालवानी को महत्वपूर्ण निर्देश दिये. इस बैठक के दौरान सांसद डॉ.बोंडे ने रेलवे विभाग की विभिन्न सुविधा जिसमें एक स्टेशन एक उत्पाद, रेलवे रेस्तरां, आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं, स्टेशन उन्नयन, स्टेशन पैदल यात्री पुल, स्टेशन परिसर का सौंदर्यीकरण, स्टेशन पुनर्विकास योजना, शौचालय, रेलवे स्टेशन पुनर्निर्माण आदि की समीक्षा की. उन्होंने यह भी कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस को विदर्भ से शुरू करना महत्वपूर्ण है.

*किसानों की समस्याओं का तुरंत समाधान करें
डॉ. अनिल बोंडे ने निर्देशित किया कि रेलवे विभाग ने वरुड तहसील के बोरगांव में रेलवे पुल के नीचे बिछाई गई पाइपलाइन को हटा दिया, इसे यथावत करें. किसान दिलीप खुटपड़े (जरुड) की जमीन रेलवे लाइन बिछाने के लिए अधिग्रहित की गई थी. लेकिन उन्हें अभी तक मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है. ऐसी कई शिकायतें सामने आ रही हैं. इसकी जांच कर किसानों को भुगतान किया जाना चाहिए. रेलवे ने वरूड से रोशनखेड तक की पुरानी सड़क का अधिग्रहण कर लिया है. इससे किसानों की संतरे की फसल को नुकसान हो रहा है. सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने इसमें सुधार का सुझाव दिया. नई रेलवे लाइन बिछाने में किसानों से अधिक जमीन ली गई है. ऐसे मामलों की जांच कर किसानों से नियमानुसार जमीन ही ली जाए. सरप्लस किसानों की जमीन उन्हें वापस की जाए. वरूड, रोशनखेड, सावंगी गणेशपुर क्षेत्र में अंडर ब्रिज है. उक्त स्थान पर गड्ढे खोदे जाने से किसानों की संचार सुविधा बाधित हो गई है. किसानों को खेती करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इन्हें तुरंत हटाया जाना चाहिए. नई रेल लाइन बिछाने में किसानों को परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जाए.

* शेगांव स्टेशन का नाम संत गजानन महाराज रेलवे स्टेशन करें
देशभर से लाखों श्रद्धालु गजानन महाराज के दर्शन के लिए पवित्र शहर शेगांव आते हैं. इसलिए अमृत काल में यहां के रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण कराया जाना चाहिए. उस स्थान पर अधिक से अधिक संख्या में गाड़ियाँ रोकी जानी चाहिए. यहां के पूरे रेलवे स्टेशन का कायापलट होना चाहिए. पार्किंग की पर्याप्त सुविधा होनी चाहिए. साथ ही सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने शेगांव रेलवे स्टेशन का नाम ‘संत गजानन महाराज रेलवे स्टेशन’ रखने का भी सुझाव दिया.

* छह घंटे पूर्व जीएम रवाना
गुरुवार को रेलवे सूत्रों से मिले दौरे के मुताबिक महाव्यस्थापक नरेश लालवानी शुक्रवार को सुबह 7.40 बजे नागपुर पहुंचेंगे और पूरा दिन कार्यालयीन कामकाज, बैठक निपटने के बाद रात 10.30 बजे मुंबई की ओर रवाना होंगे, ऐसा बताया गया था. लेकिन गुरुवार को अपरान्ह 4.41 बजे ही जीएम नागपुर स्टेशन से एक्सप्रेस से मुंबई की ओर रवाना हो गए.

 

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