* शहर पुलिस ने आरोपियों की कर ली पहचान
* किसी भी वक्त आरोपियों पर हाथ डाल सकती है पुलिस
* पिस्तौल की धाक दिखाकर लूटी गई थी 30 किलो चांदी
* वारदात में प्रयुक्त बोलेरो भी थी चोरी की, तेजी से चल रही जांच
अमरावती/दि.5 – गत रोज स्थानीय नवसारी परिसर के जवाहर नगर में जावरे पिता-पुत्र के साथ हुई छीनाझपटी व लूटपाट की वारदात में मध्यप्रदेश की एक कुख्यात अपराधिक गैंग का हाथ हो सकता है. इस गैंग में करीब 8 से 10 लोगों का समावेश है और इस गैंग के सदस्य बेहद सुनियोजित व शातिराना तरीके से चोरी व लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते है. जिसके लिए वे चुराये गये वाहन का प्रयोग करते है. इस नतीजे पर अमरावती शहर पुलिस पहुंच चुकी है. साथ ही अमरावती शहर पुलिस ने इस गैंग में शामिल आरोपियों को भी लगभग चिन्हिंत कर लिया है. ऐसे में अब पुलिस किसी भी वक्त उन आरोपियों के गिरहबान को पकड सकती है, ऐसी जानकारी पुलिस के बेहद विश्वासनीय सूत्रों के जरिए पता चली है.
बता दें कि, जवाहर नगर परिसर में रहने वाले उत्तमराव जावरे व प्रवीण जावरे की उज्वल कालोनी में जावरे ज्वेलर्स नामक सोने-चांदी के आभूषणों की दुकान है. गत रोज सुबह 11.15 बजे के आसपास जावरे पिता-पुत्र हमेशा की तरह अपने घर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित अपनी दुकान पर जाने हेतु अपनी एक्टीवा दुपहिया पर सवार होकर निकले थे. इस समय जावरे पिता-पुत्र के पास दो बैग थी. जिसमें से एक बैग में 30 किलो चांदी के जेवर व बर्तन तथा दूसरी बैग में डेढ किलो सोने के आभूषण व साढे 3 लाख रुपए नगद रखे हुए थे. घर से निकलकर जावरे पिता-पुत्र बमुश्किल डेढ सौ मीटर ही आगे पहुंचे थे कि, मातामाय मंदिर के पास एक-एक कर आगे आये 4 युवकों ने उन्हें एक्टीवा दुपहिया वाहन से नीचे गिराने के साथ ही छीनाझपटी करते हुए उनके पास रहने वाले दोनों बैग छीनने का प्रयास किया. इस समय प्रवीण जावरे द्वारा दिखाई गई सतर्कता के चलते डेढ किलो सोने व साढे 3 लाख रुपए नगद से भरी बैग तो बच गई. लेकिन 30 किलो चांदी के बर्तन व आभूषण रहने वाले बैग को छीनकर वे चारों आरोपी अपने अन्य 4 साथिदारों के साथ मौके से फरार हो गये. इन 8 आरोपियों में से करीब 3 से 4 आरोपियों के पास देशी कट्टे या पिस्तौल जैसे हथियार थे. वारदात को अंजाम देने के बाद 4 आरोपी सफेद रंग के बेलोरो वाहन तथा अन्य 4 आरोपी दो दुपहिया वाहनों पर सवार होकर मौके से भागे थे. इस घटना की जानकारी सामने आते ही शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने तुरंत ही डीसीपी सागर पाटिल के नेतृत्व में 5 जांच दलों का गठन किया और पांचों दलों को आरोपियों की तलाश में अलग-अलग दिशाओं की ओर रवाना किया गया.
अमरावती शहर पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर सरगर्मी के साथ शुरु की गई जांच के तहत जवाहर नगर परिसर सहित आसपास के अन्य क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगालने शुरु किये गये. जिसके तहत पुलिस को पता चला कि, उक्त सभी आरोपी इस वारदात से करीब एक सप्ताह पहले ही अमरावती आकर रुक गये थे और संभवत: अमरावती में भी इस गैंग के एक या दो हैंडलर है. जिनके जरिए इस गैंग ने जावरे पिता-पुत्र के घर से दुकान आने-आने को लेकर पूरी रेकी की थी. जिसके बाद कल बुधवार 4 सितंबर को इस गैंग ने सुबह 7 बजे के आसपास से ही घटनास्थल की अगल-बगल में खडे होते ही अपना जाल बिछा दिया था और फिर बडे सुनियोजित तरीके से एक-एक कर 4 आरोपियों ने आगे आते हुए इस वारदात को पिस्तौल की नोक पर अंजाम दिया.
शहर पुलिस से जुडी एक भरोसेमंद सूत्र ने यह भी बताया कि, इस वारदात को अंजाम देने हेतु आरोपियों ने जिस सफेद रंग के बोलेरो वाहन का प्रयोग किया था. उक्त वाहन भी महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की सीमा पर बहिरम से भैसदेही के बीच स्थित सावलमेंढा नामक गांव से कुछ दिन पहले चुराया गया था और अब अमरावती शहर पुलिस उस वाहन के मूल मालिक तक भी पहुंच चुकी है. इसके साथ ही यह भी पता चला कि, इस गैंग ने कुछ समय पहले गुजरात राज्य से भी एक फोरविलर वाहन को चुराया था और इन दोनों वाहनों का प्रयोग करते हुए इस गैंग ने अब तक मध्यप्रदेश व गुजरात में कई चोरी व लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है. साथ ही पुलिस के हाथ यह जानकारी भी लगी है कि, कल 4 सितंबर को जवाहर नगर परिसर में जावरे पिता-पुत्र के साथ हुई लूटपाट की वारदात के वक्त बोलेरो वाहन के साथ जिन दो दुपहिया वाहनों का प्रयोग किया गया था, वे दोनों दुपहिया वाहन शायद इस गैंग से वास्ता रखने वाले लोकल हैंडलरों के थे. ऐसे में अब शहर पुलिस द्वारा इस परप्रांतिय गैंग के लोकल कनेक्शनों को खंगाला जा रहा है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि, वारदात से करीब 4-5 दिन पहले ही अमरावती आ चुके वे सभी आरोपी शहर के किस होटल या लॉज में रुके थे. जिसके लिए सभी होटल व लॉज के रजिस्टर भी खंगाले जा रहे है.