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33 माह में सांसद नवनीत ने पूछे केवल 55 सवाल

लोकसभा की 56 चर्चाओं में लिया हिस्सा

* महाराष्ट्र के 48 सांसदों में रही नीचे से दूसरे स्थान पर
* कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता एडतकर ने लगाया औसत से भी कम काम का आरोप
* बोले : पूरा समय मोदी की प्रशंसा व कांग्रेस की आलोचना में बिताया
अमरावती/दि.2– महाराष्ट्र के 48 सांसदों में से अमरावती जिले की सांसद नवनीत राणा लोकसभा में सवाल पूछने को लेकर नीचे से दूसरे यानी 47 वे स्थान पर है. जिन्होंने अपने 33 माह के कार्यकाल दौरान लोकसभा में कुल 55 सवाल पूछे है और महज 56 चर्चाओं में हिस्सा लिया. इसमें भी अधिकांश चर्चाओं में सांसद नवनीत राणा ने प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा सरकार की प्रशंसा करते हुए कांग्रेस सहित विपक्ष की आलोचना करते हुए समय बिताया. यदि इसकी बजाय वे जिले के विकास से संबंधित मामलों पर ध्यान देती है, तो शायद अमरावती जिले का कुछ भला हो जाता. इस आशय का आरोप कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एड. दिलीप एडतकर द्वारा लगाया गया है.
विगत 33 माह के दौरान लोकसभा में महाराष्ट्र के सांसदों द्वारा किये गये कामों की एक सूची अपने स्तर पर जारी करते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता एड. दिलीप एडतकर ने बताया कि, इस सूची के मुताबिक लोकसभा में सर्वाधिक प्रश्न पूछने को लेकर पहले स्थान पर राकांपा के सांसद श्रीरंग बारने तथा दूसरे स्थान पर राकांपा की सुप्रिया सुले है. वहीं अंतिम दो स्थानों यानी 47 वें स्थान भाजपा समर्थक सांसद नवनीत राणा और 48 वें स्थान पर सोलापुर के भाजपा सांसद सिध्देश्वर स्वामी है. एडतकर के मुताबिक आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से फर्जी प्रमाणपत्र के जरिये चुनाव लडनेवाले दोनों सांसद अंतिम दो स्थानों पर है और दोनों के ही जाति प्रमाणपत्रों को उच्च न्यायालय द्वारा फर्जी करार दिया जा चुका है. ऐसे में जब तक सुप्रीम कोर्ट का उन्हें लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं आ जाता, उन्होंने कम से कम तब तक लोकसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास को लेकर मुंह खोलना चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता एड. दिलीप एडतकर ने यहां जारी विज्ञप्ती में कहा कि, लोकसभा के बाहर विकास को लेकर बेवजह की बडबड करनेवाली सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा में केवल भाजपा की प्रशंसा करने हेतु तथा कांग्रेस, राकांपा व शिवसेना की आलोचना करने हेतु भी अपना मुंह खोला है. साथ ही लोकसभा में अमरावती जिले के विकास को लेकर आज तक कोई मामला उपस्थित नहीं किया. वहीं दूसरी ओर राकांपा सांसद श्रीरंग बारने 405 सवाल पुछते हुए पहले स्थान पर रहे. वहीं दूसरे स्थान पर रहनेवाली राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने करीब 402 सवाल पूछते हुए 63 चर्चाओं में हिस्सा लिया. साथ ही 8 निजी विधेयक भी रखे. इसके अलावा राकांपा के ही सांसद अमोल कोल्हे 397 सवाल पूछकर कर तीसरे स्थान पर रहे. जहां एक ओर विपक्षी सांसदों द्वारा 300 से 400 सवाल इस दौरान पुछे गये. वहीं दूसरी ओर इसी दौरान अमरावती जिले की सांसद नवनीत राणा ने केवल 55 सवाल पूछे और 56 चर्चाओं में हिस्सा लेकर केवल भाजपा को समर्थन देने का काम किया. जिससे उनका कार्यकाल औसत से भी नीचे कहा जा सकता है. अत: अपने बचे हुए कार्यकाल में सांसद नवनीत राणा ने कम से कम अब जिले के विकास की ओर ध्यान देना चाहिए.
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* सांसद नवनीत की ओर से ‘नो कमेंटस्’
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता एड. दिलीप एडतकर द्वारा लगाये गये आरोप के संदर्भ में प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर सांसद नवनीत राणा ने ‘नो कमेंटस्’ कहते हुए अपनी ओर से प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया. साथ ही कहा कि, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता को उनकी युवा स्वाभिमान पार्टी के प्रवक्ता की ओर से यथोचित जवाब दिया जायेगा.

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