गंगासावित्री निवास स्थान पर सांसद नवनीत राणा ने ली पत्रकार परिषद
मनपा में सत्ता आते ही पुतला स्थापित करेंगे
* यह केवल मेरा नहीं 25 लाख जनता का अपमान हेै
* विधायक राणा फरार नहीं, विकास काम के लिए दिल्ली गए है
* मनपा आयुक्त का शुरु से ही विरोधी रवैय्या रहा
* आमसभा में उपस्थित ना रहे, इस कारण तत्काल पार्षदों का इस्तिफा मंजूर किया
* संबंधित अधिकारियों की लोकसभा अध्यक्ष से शिकायत करेंगे
* छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती शांतिपूर्वक मनाये
अमरावती/ दि.16– शुरुआती दौर से ही मनपा आयुक्त आष्टीकर का रवैया ठिक नहीं रहा. निगमायुक्त पर स्याही फेंकने के मामले में राजनीतिक दबाव के चलते विधायक राणा के खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज किये है. परंतु इस बात से घबराकर विधायक रवि राणा फरार नहीं हुए है बल्कि शहर के विकास कामों के लिए दिल्ली गये है. आमसभा में विरोध न किया जाए, इस वजह से निगमायुक्त आष्टीकर ने तत्काल हमारे तीनों पार्षदों का इस्तिफा मंजूर कर लिया. मेरे साथ जो किया गया रवैया केवल सांसद का अपमान नहीं बल्कि जिले के 25 लाख जनता का अपमान है. शहर का माहौल बिगडने न पाये, इसलिए छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती खुशी से उत्साह के साथ मनाए, ऐसा आह्वान सांसद नवनीत राणा ने शंकर नगर स्थित उनके गंगा सावित्री निवास स्थान पर आयोजित पत्रकार परिषद में करते हुए कहा कि, मनपा में युवा स्वाभिमान पार्टी की संपूर्ण सत्ता आते ही छत्रपति शिवाजी महाराज, धर्मरक्षक संभाजी महाराज, लोकशाहीर अन्नाभाऊ साठे व अन्य महापुरुषों के पुतले सम्मान से स्थापित किये जाएंगे और छत्री तालाब पर छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य दिव्य स्मारक भी निर्माण करने का वादा नवनीत राणा ने इस समय किया.
पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, शहर की शांति व कानून भंग न हो, इस बात का ध्यान रखते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाई जाये. उन्होंने कहा कि युवा स्वाभिमान पार्टी शुरु से ही स्याही फेंक घटना का निषेध कर रही है. छत्रपति शिवाजी महाराज, धर्मरक्षक संभाजी महाराज व लोकशाहीर अन्नाभाऊ साठे इन महापुरुषों का पुतला स्थापित करने के लिए कटीबध्द है. आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विधायक रवि राणा के खिलाफ मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे, पालकमंत्री यशोमती ठाकुर के दबाव में आकर दफा 307 जैसा गंभीर अपराध दर्ज किया है.
नवनीत राणा ने कहा कि, विधायक रवि राणा की झूठी शिकायत करने वाले निगमायुक्त आष्टीकर ने विधायक राणा सहित मालानी, अजय मोरय्या, विनोद येवतीकर, अजय बोबडे, महेश मुलचंदानी, सूरज मिश्रा, संदीप गुल्हाने इन निरपराध लोगों पर झूठे अपराध दर्ज करवाने वाली पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह व इन लोगों को पुलिस कस्टडी में बेरहमी से पीटने वाले राजापेठ के थानेदार मनिष ठाकरे व पुुलिस उपनिरीक्षक राउत की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत कर संसदीय समिति स्थापित करते हुए समिति के माध्यम से जांच करायेंगे और दोषी अधिकारियों के खिलाफ निलंबित करने की कार्रवाई की जायेगी. इसी तरह मानवाधिकार आयोग व लोकायुक्त की ओर इस मामले की शिकायत दर्ज कराकर उचीत कार्रवाई की मांग की जाएगी व सांसद के रुप में मेरे साथ अधिकारियों ने किये असभ्य बर्ताव की पिछडा वर्गीय आयोग की ओर शिकायत दर्ज करायेंगे, ऐसा भी इस समय सांसद राणा ने कहा.
स्याही फेंक की घटना से अधिकारी व कर्मचारियों का मनोबल कम ना हो इस उद्देश्य से मनपा आयुक्त आष्टीकर से उनके शासकीय निवास स्थान पर मुलाकात करने के लिए सांसद नवनीत राणा गई थी. परंतु निगमायुक्त ने मिलने से मनाकर यह केवल सांसद का नहीं बल्कि पूरे जिले के 25 लाख लोगों का अपमान है, ऐसा भी स्पष्ट आरोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि, विधायक राणा जनप्रतिनिधि है. जनता को कोई परेशानी न हो ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे. मगर निगमायुक्त आष्टीकर शुरुआत से ही राणा के खिलाफ रवैया अपना रहे है. इसलिए इस मांग के समर्थन में युवा स्वाभिमान के तीन पार्षदों ने इस्तीफा दिया. सामान्य न्याय न देखते हुए और पार्षदों को समझाने का प्रयास न करते हुए 20 जनवरी को होने वाली आमसभा को पार्षद उपस्थित न रहने पाये, इस कुटील सोच के कारण निगमायुक्त आष्टीकर ने तत्काल उन तीनों पार्षदों के इस्तिफे मंजूर कर लिये. इससे उन्होंने अपना बैरपन सिध्द किया है.
निगमायुक्त आष्टीकर दो दिन पहले विनोद येवतीकर के घर गए थे और जिस येवतीकर ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, उसकी किडनी फेल होने की बीमारी से पीडित येवतीकर जैसे निरपराध व्यक्ति को 307 जैसे गंभीर अपराध में फंसाकर निगमायुक्त ने अपनी दृष्ट मानसिकता सिध्द की है. घटनास्थल पर विधायक राणा को बुलाने के लिए मालानी के माध्यम से कई बार फोन किये गए. परंतु दिल्ली जाने के लिए रवाना होने के कारण घटनास्थल पर गये ही नहीं. इसके बाद भी उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया. इसका जवाब निगमायुक्त व पुलिस प्रशासन को देना ही पडेगा, ऐसी चेतावनी भी नवनीत राणा ने दी.
जिन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया, उन सभी लोगों का रिकॉर्ड साफसुथरा है. इसके बाद भी उन्हें फंसाया गया. नवनीत राणा ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला राजापेठ उडानपुल पर स्थापित करने की मांग पिछले 3 वर्षों से शिवप्रेमी कर रहे थे. मगर जो चबुतरा प्रशासन ने गिराया वह तीन वर्ष पहले ही तैयार किया गया था. पुतला स्थापित होने के बाद शहर में खुशी का वातावरण बना था. यह पुलि शिवतीर्थ बन गया था. मगर मनपा प्रशासन ने देर रात के समय चबुतरा तोडकर एक तरफ से अपमान किया है. छत्रपति शिवाजी महाराज को एक तरफ से अपमानित कर गोदाम में रखा है, जिससे शिवप्रेमी नाराज है. इसी वजह से स्याही फेंक की घटना घटी है. इसी वजह से सांसद नवनीत राणा विभिन्न अधिकारी व मान्यवरों से मुलाकात कर रही थी.परंतु महिला सांसद के साथ ऐसा रवैय्या कर जिले की संस्कृति को कालीक पोती है.
और उन्होंने पत्रकार वार्ता में बताया कि, इसका यह अर्थ नहीं है कि युवा स्वाभिमान पार्टी, विधायक रवि राणा, सांसद नवनीत राणा किसी के दबाव के कारण झुके है, सामान्य जनता को केंद्र मानकर उनकी सुरक्षा व सामाजिक शांति यह हमारा विचार है. कानून का सम्मान कर पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की भूमिका है. केवल सरकार या सरकार के मंत्री सत्ता या प्रशासन का दुरुपयोग कर दबाव बनाने का प्रयास न करे, ऐसा आह्वान भी उन्होंने किया. आगामी काल में कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षा को देखते हुए विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान न हो और शहर का वातावरण अच्छा बना रहे, इस वजह से सभी शिवजयंती अच्छेे से मनाये. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महापुरुषों के पुतले स्थापित करने के लिए वे कटीबध्द है. जनता की मांग के अनुसार महापुरुषों के पुतले सम्मान और सभी विधिविधान के साथ स्थापित करने के लिए युवा स्वाभिमान वचनबध्द है, ऐसा भी वादा सांसद नवनीत राणा ने पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए किया. इस पत्रकार परिषद में राष्ट्रीय अध्यक्ष निलकंठ कात्रे, उपाध्यक्ष जयंत वानखडे, कोषाध्यक्ष शेैलेंद्र कस्तुरे, जिलाध्यक्ष जितु दुधाने, शहर अध्यक्ष संजय हिंगासपुरे, महिला जिलाध्यक्ष ज्योती सैरिसे, शहर अध्यक्ष पार्षद सुमती ढोके, सभापति आशिष गावंडे, पार्षद सपना ठाकुर समेत अन्य युवा स्वाभिमान के पदाधिकारी उपस्थित थे.