अमरावती

अपने नापाक मकसद में कभी कामयाब नहीं होगी सांसद राणा

तहरीक उलमा ए हिंद के जिलाध्यक्ष हाफ़िज़ नाजिम का कथन

शहर में हमेशा ही अमन-शान्ति और भाईचारा बने रहने की उम्मीद जताई
अमरावती-/दि.13 अमरावती एक ऐसा शहर है जहां सभी धर्म जात पात के लोग मिलजुल कर रहते आए हैं. हमारे शहर में हमेशा ही अमन-शान्ति और भाईचारे का माहौल रहा है, जो आगे भी कायम रहेगा. इस माहौल को बिगाडने के लिए राणा दंपत्ति जैसे लोग अपने सियासी रोटियां सेकने के लिए जिस तरह धर्म की सियासत कर रहे हैं, वो इसमें कभी कामयाब नहीं होंगे. इस आशय का प्रतिपादन तहरीक ए उलमा हिंद के जिलाध्यक्ष हाफिज नाजीमोद्दीन अंसारी ने किया.
विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर में धर्म व मजहब को लेकर चल रहे घमासान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए हाफ़िज़ नाजिम ने कहा कि, अमरावती शहर में रहनेवाले हर धर्म के लोग अब राणा दम्पति की नौटंकी से वाकिफ़ हो चुके हैें. राणा दम्पति द्वारा बार-बार एक खास मजहब को केवल इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, ताकि उस समाज के लोग उग्र हो और अपनी कोई प्रतिक्रिया दें. जिसकी वजह से दूसरे समाज के वोटोें का धृ्रवीकरण किया जा सके. लेकिन शहर सहित जिले के सभी जिम्मेदार और समझदार नागरिक अब राणा दम्पति की इस गंदी राजनीति को अच्छी तरह समझ चुके हैं. यही वजह है कि आज कोई भी राणा दम्पति के साथ नहीं है.
तहरीक के जिलाध्यक्ष हाफीज नाजीम के मुताबिक राणा दम्पति द्वारा एक खास सियासी पार्टी को खुश करने के लिए ये सब किया जा रहा है. जिससे साफ समझ में आता है कि उन्हें ना तो किसी समाज से मोहब्बत है और ना ही किसी मजहब से कोई लेना-देना है. उन्हें तो बस किसी भी तरह अपना राजनीतिक भविष्य बनाना है और वह अपना राजनीतिक भविष्य बनाने के लिए किसी को भी बलि का बकरा बनाने से परहेज नहीं कर रहे है. ऐसा ही मामला बीते दिनों राजापेठ पुलिस स्टेशन क्षेत्र से लापता हुई एक लड़की के मामले में देखने को मिला, जहां सांसद नवनीत राणा ने सुर्खियां बटोरने के लिए हमारे शहर की एक मासूम बच्ची की इज्जत को तार-तार किया. साथ ही लडकी के लापता होने के मामले की आड लेते हुए धार्मिक उन्माद व नफरत फैलाने की कोशिश की. लेकिन अब यह साफ हो गया है कि, उस लड़की को किसी ने भगाया नहीं था, बल्कि वह खुद अपने परिवार से गुस्सा होकर घर छोडकर निकल गई थी. ऐसे में सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा जैसे लोगों को यह समझना होगा कि, वे जिस तरह से नफरत की राजनीति कर रहे हैं, उसमें वे कभी कामयाब नहीं होंगे, क्योंकि यह शहर अमन-शांति और भाईचारे का शहर है और आगे भी रहेगा.

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