* अपनी फोन कॉल रिकॉर्ड किये जाने को लेकर भडकी
* एक लापता लडकी को दो घंटे के भीतर ढूंढ निकालने का अल्टीमेटम भी दिया
* लडकी के अपहरण को बताया लव जेहाद से जुडा मामला
* पुलिस उपायुक्त विक्रम साली भी राजापेठ थाने पहुंचे
* काफी देर तक बना रहा तनातनीवाला माहौल
अमरावती/दि.7– स्थानीय राजापेठ पुलिस थाना आज दोपहर 12 बजे के आसपास अचानक ही रणक्षेत्र बना दिखाई देने लगा. जब जिले की सांसद नवनीत राणा अपने दर्जनों समर्थकों व कार्यकर्ताओं के साथ राजापेठ पुलिस थाने में पहुंची और दनदनाते हुए थानेदार मनीष ठाकरे के कक्ष में जा धमकी. जहां पर सांसद नवनीत राणा ने पीआई मनीष ठाकरे पर अपनी फोन कॉल रिकॉर्ड करने का आरोप लगाते हुए पीआई मनीष ठाकरे का मोबाईल अपने कब्जे में लिया और थानेदार के कक्ष में बैठकर ही वे उनके मोबाईल को खंगालने लगी. इस समय अपने मोबाईल को अपनी निजी संपत्ति बताते हुए पीआई मनीष ठाकरे ने सांसद नवनीत राणा को ऐसा करने से रोका, तो सांसद नवनीत राणा और भी अधिक बिफर गई. इसी दौरान इस हंगामे की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस उपायुक्त विक्रम साली और सहायक पुलिस आयुक्त भारत गायकवाड भी राजापेठ पुलिस स्टेशन पहुंच चुके थे. जिन्होंने थानेदार मनीष ठाकरे के साथ मिलकर उनके ही कक्ष में सांसद नवनीत राणा से चर्चा की. इस समय तक सांसद नवनीत राणा के सभी समर्थकों को थानेदार ठाकरे के कक्ष से बाहर निकाल दिया गया था. ऐसे में थानेदार कक्ष के बाहर पुलिस थाना परिसर में काफी समय तक तनावपूर्ण स्थिति रही.
इस पूरे मामले को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक गत रोज राजापेठ पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले रिहायशी परिसर में रहनेवाली 19 वर्षीय युवती बैंक और कॉलेज जाने की बात कहते हुए अपने घर से निकली थी, जो देर शाम तक घर नहीं लौटी और इस दौरान उसका मोबाईल भी स्वीच ऑॅफ आ रहा था. ऐसे में लडकी के माता-पिता ने शाम में राजापेठ पुलिस थाने पहुंचकर अपने बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज करायी तथा समुदाय विशेष से वास्ता रखनेवाले एक युवक पर अपनी बेटी को भगा ले जाने का संदेह जताया. जिसके बाद राजापेठ पुलिस का दल उस युवक के घर पर पहुंचा. जहां वह युवक अपने परिवार सहित अपने घर पर ही था और उसने लापता लडकी के बारे में अपनी अनभिज्ञता दर्शाई. जिसके बाद पुलिस उस लडके को पूछताछ के लिए थाने लेकर आयी. जहां पर उस लडके ने बताया कि, वह पूरी शाम अपने घर पर ही था और उसे उस लडकी के बारे में कुछ भी नहीं पता है. इस समय तक मामले की जानकारी मिलते ही जहां विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता राजापेठ थाने में जुटने शुरू हो गये थे. वही दूसरी ओर लापता युवती के माता-पिता मदद हेतु गुहार लगाने के लिए सांसद नवनीत राणा के घर पहुंचे. जिसके बाद सांसद नवनीत राणा ने इस पूरे मामले को लेकर राजापेठ पुलिस स्टेशन के थानेदार मनीष ठाकरे से मोबाईल फोन के जरिये बात की. वही इसके बाद आज दोपहर में 12 बजे सांसद नवनीत राणा ने राजापेठ पुलिस थाने में पहुंचकर आरोप लगाया कि, जब उन्होंने बीती रात इस मामले को लेकर अपने मोबाईल फोन से थानेदार ठाकरे के साथ बातचीत की, तो थानेदार ठाकरे ने अपने मोबाईल में इस पूरी बातचीत को रिकॉर्ड किया. चूंकि वे अनुसूचित जाति से वास्ता रखनेवाली महिला है और एक जनप्रतिनिधि भी है, तो उनके द्वारा की गई बातचीत को और उनकी आवाज को रिकॉर्ड करना गैरकानूनी है.
सांसद नवनीत राणा द्वारा बडे जोर-जोर से और उंची आवाज में लगाये जा रहे इस आरोप का बडे शांत तरीके से खंडन करते हुए पीआई मनीष ठाकरे ने उन्हें कई बार बताया कि, उन्होंने (ठाकरे ने) सांसद राणा की कॉल को रिकॉर्ड नहीं किया था और उनके मोबाईल में ऐसी कोई ऑडिओ क्लिप भी नहीं है. लेकिन इसके बावजूद सांसद नवनीत राणा ने पीआई मनीष ठाकरे के हाथ से उनका मोबाईल लगभग झपटकर छीना और खुद ही उनके मोबाईल की फाईलों और गैलरी को खंगालने लगी. जिस पर पीआई मनीष ठाकरे ने आपत्ति उठाते हुए कहा कि, यह उनका अपना निजी मोबाईल है. जिसमें उनकी अपनी कुछ निजी फोटो व वीडियो भी है. जिसे देखने का अधिकार सांसद नवनीत राणा को नहीं है, लेकिन इसके बावजूद सांसद नवनीत राणा अपनी जिद पर अडी हुई थी और पीआई मनीष ठाकरे को उनका मोबाईल वापिस नहीं कर रही थी. जिसके चलते पीआई मनीष ठाकरे ने संतप्त होकर अपने मातहतों को आदेश दिया कि, उनके कक्ष को तुरंत खाली करवाया जाये और सांसद नवनीत राणा सहित उनके सभी समर्थकों को तुरंत उनके कक्ष से बाहर निकाला जाये. यह फर्मान सुनते सांसद नवनीत राणा और भी अधिक भडकी और उन्होंने भारी शोर-शराबे के बीच पीआई मनीष ठाकरे की मेज पर जोर-जोर से हाथ थपथपाते हुए कुछ कहा.
इसी दौरान पूरे हंगामे को लेकर जानकारी मिलने पर पुलिस उपायुक्त विक्रम साली तथा सहायक पुलिस आयुक्त भारत गायकवाड भी राजापेठ पुलिस थाने पहुंचे. जिन्होंने पीआई मनीष ठाकरे के कक्ष में पहुंचकर सांसद नवनीत राणा के साथ बंद द्वार चर्चा की. इस समय राणा समर्थकों को पीआई मनीष ठाकरे के कक्ष से बाहर निकाल दिया गया था. पता चला है कि, इस बैठक के दौरान सांसद नवनीत राणा राजापेठ थाने में सीपी आरती सिंह को बुलाये जाने की मांग पर भी अडी थी. जिसे पुलिस अधिकारियों ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, वे पुलिस आयुक्त के निर्देश पर ही यहां उपस्थित हुए है और यहां पर होनेवाली बातचीत का पूरा ब्यौरा सीपी आरती सिंह को दे दिया जायेगा.
* लव जेहाद के मामले ने भी पकडा तुल जिस समय सांसद नवनीत राणा व उनके समर्थकों का राजापेठ थाने में हंगामा चल रहा था, ठीक उसी समय बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद व भारतीय जनता पार्टी के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी राजापेठ पुलिस थाने में पहुंचे और उन्होंने गत रोज एक लडकी के लापता होने को लव जेहाद का मामला बताते हुए लापता लडकी को जल्द से जल्द खोजने और उसे भगानेवाले युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग उठायी. इस समय सांसद नवनीत राणा ने भी राजापेठ पुलिस को दो घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि, दो घंटे के भीतर उक्त लापता लडकी को खोजकर उसके परिजनों के हवाले किया जाना चाहिए. साथ ही सांसद नवनीत राणा ने यहां तक कहा कि, जिस लडके पर लडकी के परिजनों द्वारा संदेह जताया गया है, उसके पूरे परिवार को लॉकअप् में लाकर डाल दो, तब वह लडका बराबर उस लडकी का पता बतायेगा. ऐसे में आज काफी देर तक राजापेठ पुलिस थाने में ‘रणसंग्राम’ वाली स्थिति बनी हुई थी.
* आजकल तो हर मोबाईल में ऑटो रिकॉर्डिंग होती है
इस पूरे हंगामे की जानकारी मिलते ही राजापेठ पुलिस थाने पहुंचे शहर पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने सांसद नवनीत राणा को समझाईश देते हुए कहा कि, इन दिनों हर एंड्राईड फोन व स्मार्ट फोन में ऑटो रिकॉर्डिंग का फीचर होता है. जिसे लेकर किसी को कोई आपत्ति या आश्चर्य नहीं होना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, पीआई ठाकरे के पास उनका अपना निजी व व्यक्तिगत फोन है. जिसे किसी अन्य के द्वारा अपने कब्जे में लेकर देखना और खंगालना भी गैरकानूनी है. अगर आपकी कोई शिकायत है, तासे आप नियमानुसार पुलिस थाने में आकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है. उसके लिए लोगों का जमघट लगाकर हंगामा करने की कोई जरूरत नहीं है.