अमरावतीमहाराष्ट्र

सांसद वानखडे आदिवासी बंधुओं के संग मनाई होली

मेलघाट के विविध गांवों को दी भेंट

* पारंपरिक गीतों पर थिरककर मनाया होली का आनंदोत्सव 
अमरावती/दि.17-आदिवासी संस्कृति का अनोखा जल्लोष मनाने वाले होली पर्व पर मेलघाट में आनंदोत्सव मनाया गया. शुक्रवार 14 मार्च को होली पूजन के बाद हर गांव में पारंपरिक पद्धति से ढोल, बांसुरी की गूंज के साथ होली मनाई गई. बाहरगांव में गए निवासी भी इस पर्व निमित्त अपने गांव लौटे और पूरे परिवार के साथ होली के रंग में रंग गए. इस अवसर पर जिले के सांसद बलवंत वानखडे ने आदिवासियों के संग होली मनाने का आनंद लिया. उन्होंने मेलघाट के विविध गांवों को भेंट देकर होली का आनंदोत्सव मनाया.
होली के पाडवा के बाद आदिवासी बंधु पुरानी परंपरा के अनुसार गांव-गांव में विविध कार्यक्रम का आयोजन करते है. इसी कार्यक्रम में कोरकू भाषा के पारंपरिक गीतों के ताल पर सांसद बलवंत वानखडे ने स्थानीय नागरिकों के साथ थिरककर उनका उत्साह बढाया. इस अवसर पर आदिवासी बंधुओं ने मिष्ठन्न देकर सांसद वानखडे को शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर पारंपरिक वेशभुषा, संगीत और आनंद का माहौल सर्वत्र दिखाई दिया. मेलघाट के आदिवासी समाज के लिए होली यह केवल एक त्योहार न होकर एकता और संस्कृति का प्रतीक है. होली निमित्त अनेक गांवों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य पारंपरिक खेल, और समारोह का आयोजन किया गया था. इस आनंदोत्सव में शामिल होकर सांसद बलवंत वानखडे ने आदिवासी संस्कृति को सलाम करते हुए आदिवासी बंधुओं से संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनी. होली निमित्त मेलघाट में पारंपरिक व आधुनिकता का सुंदर संगम देखने मिला. इस अवसर पर जिप पूर्व सभापति बालासाहेब हिंगणीकर, पूर्व सभापति दयाराम काले, तहसील कांग्रेस कमेटी चिखलदरा अध्यक्ष सहदेव बेलकर, राजेश सेमलकर, विलास बोरेकर, विकी राठोड, विनोद पवार, दिनेश अघडते, आनंद दारशिंबे, राजू भास्कर, अरविंद काले, बाबू मेचांग जावरकर, राजेश तोटे, लालजी दहिकर, जय किसान पवार, प्रदीप जांबू, ताराचंद काले, परशुराम दहीकर, प्रमोद बेलसरे, श्रीराम दहिकर तथा स्थानीय आदिवासी बंधु उपस्थित थे.

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