अमरावतीमहाराष्ट्र

सांसद वानखडे ने मांगी 5 वर्ष में किए गये कार्यो की जानकारी मांगी

प्राप्त राशि और खर्च की गई राशि और कितने कार्य पूरे हो चुके है सभी जानकारी मांगी

अमरावती/दि.25– लोकसभा चुनाव के परिणाम के दिन तीन घंटे देर से प्रमाणपत्र देने, जनसंपर्क कार्यालय पर जाने देने के कारण ताला तोडकर कब्जा करने के बाद सांसद बलवंत वानखडे ने अपना काम शुरू कर दिया है. वानखडे ने कलेक्टर कार्यालय के योजना विभाग को पत्र भेजकर पूर्व सांसद नवनीत राणा की ओर से 5 वर्ष में किए गये विकास कार्यो, प्राप्त राशि और खर्च की गई राशि की पूरी जानकारी मांगी है.

उल्लेखनीय है कि देश के प्रत्येक सांसद को अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सालाना 50 करोड का फंड दिया जाता है. इसके मुताबिक हर सांसद को 5 वर्ष के कार्यकाल में केंद्र सरकार की ओर से करीब ढाई करोड रूपए का फंड मिलता है. सांसद उस निधि को अपने निर्वाचन क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यो पर खर्च करता है. इसके अतिरिक्त विभिन्न परियोजनाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से संयुक्त रूप से समाहरणालय के योजना विभाग के माध्यम से धनराशि दी जाती है. पूर्व सांसद नवनीत राणा ने अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया. इसके बाद इस वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद बलवंत वानखडे जिले के नये सांसद बन गए है. चुनाव जीतने के बाद वानखडे ने सबसे पहले बेलोरा एयरपोर्ट के काम का जायजा लिया. इसके बाद वानखडे ने कलेक्टर कार्यालय के योजना विभाग से पूर्व सासंद की ओर से किए गये विकास कार्यो की पूरी जानकारी मांगी. नवनीत राणा के कार्यकाल में कितनी राशि मिली, किस काम पर कितना खर्च किया गया और कितनी धन राशि शेष है, कितने कार्य पूर्ण हो चुके है और कितने प्रगति पथ पर है. इन सभी की जानकारी नवनिर्वाचित सांसद ने मांगी.

योजना विभाग से यह जानकारी मिलने के बाद सांसद वानखडे सभी पूर्ण कार्यो और चल रहे विकास कार्यो, शेष निधि का अध्ययन करेंगे और भविष्य में किए जानेवाले विकास कार्यो की रणनीति तय करेंगे. सांसद वानखडे का पत्र मिलने के बाद योजना विभाग ने उन्हें जिले में हुए विकास कार्यो तथा उसमें कितनी निधि खर्च हुई है. इसकी जानकारी देना श्ाुरू कर दिया है. सूत्रों का यह भी कहना है कि जब यह जानकारी मिलेगी. तब यह पता चलेगा कि पूर्व सांसद ने अपनी सांसद निधि जिले में क्या- क्या काम किए है तथा उनके लिए कितनी निधि खर्च की है.

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