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लोकसभा में 7 मिनट बोले सांसद वानखडे

हमारे मेलघाट की माता-बालमृत्यु कब रुकेगी?

* स्वास्थ्य विभाग के 30 प्रतिशत पद रिक्त
* बजट चर्चा में जोरदार सहभाग
अमरावती/दि.26 – जिले के सांसद बलवंत वानखडे ने आज बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए अमरावती से लेकर मुंबई-दिल्ली तक के अनेक चर्चित विषयों और समस्याओं पर अपनी बात रखी. मराठी में अपना संबोधन करते हुए वानखडे ने एक शेर भी पढा, तो कुसुमाग्रज की काव्य पंक्तियां भी उद्धृत की. वानखडे ने बजट में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कम आवंटन पर चर्चा करते हुए मेलघाट के दुर्गम भागों में आज भी बडे प्रमाण में बच्चों और माताओं की मृत्यु होने का उल्लेख किया. वानखडे लगभग 7 मिनट तक बोले.
* प्रादेशिक बजट
बलवंत वानखडे ने निर्मला सीतारामन द्वारा मंगलवार को संसद में रखे गये बजट को कुछ राज्यों के लिए सीमित बजट बताने के आरोप का पुनरुच्चार किया. उसी प्रकार यह भी कहा कि, यह बजट कुर्सी बचाओ है. उन्होंने कहा कि, शिवसेना नेता एवं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राकांपा नेता उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपनी राजनीतिक साख दांव पर लगाते हुए भाजपा का साथ दिया. फिर भी उन्हें अपेक्षित नहीं मिला है. वानखडे ने आरोप लगाया कि, बजट में महाराष्ट्र को केवल कद्दू मिला.
* अनेक मुद्दों पर बात
वानखडे ने पार्टी द्वारा अवसर देने और उन्हें सदन में आम लोगों की आवाज पहुंचाने के लिए चुने जाने हेतु आभार व्यक्त करते हुए पेपर लीक, किसान मुद्दें, मेलघाट की समस्या, नोटबंदी, कोरोना का उल्लेख किया, यह आरोप लगाया कि, बजट महाराष्ट्र पर अन्याय करने वाला है. वानखडे ने किसान, युवा और महिलाओं को केंद्रीत कर बजट बनाने के लिए निर्मला सीतारामन की थोडी सराहना कर दी. यह भी कहा कि, वित्त मंत्री महोदया द्वारा की गई घोषणाएं प्रामाणिक रुप से अमल में आनी चाहिए. घोषणाएं बहुत होती है. किंतु क्रियान्वयन नजर नहीं आता. यह कहते हुए सांसद वानखडे ने कवि कुसुमाग्रज की पंक्तियां भी सुनाई.

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