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एमएसएमई को आर्थिक मजबूती जरूरी-कलंत्री

अमरावती/ दि. 18-देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण आगामी 1 फरवरी को अगले वित्त वर्ष का अर्थ संकल्प संसद में प्रस्तुत करने जा रही है. अमरावती मंडल ने यहां के जानकारों तथा व्यापारी पदाधिकारियों से चर्चा कर बजट को लेकर उनकी आशा- उम्मीदों के बारे में पूछा तो करीब-करीब प्रत्येक ने आयकर ढांचा में बदलाव और छूट सीमा बढाने की अपेक्षा के साथ अपने-अपने क्षेत्र में कर में राहत देने की आशा वित्त मंत्री से व्यक्त की है. इसी कडी में आज अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने अपनी अपेक्षाएं व्यक्त की. कलंत्री ने लघु, मध्यम एवं मायक्रो उद्योग (एमएसएमई) को आर्थिक मजबूती देने का आग्रह वित्त मंत्री से करना चाहा है. कलंत्री का कहना है कि कोरोना काल के बाद अभी भी यह क्षेत्र ठीक से उभर नहीं पाया है. ऐसे ही जीएसटी रिटर्न में विलंब होने पर 18 प्रतिशत की दर से ब्याज वसूला जाता है. यह न्यायोचित नहीं है. व्यापारी नेता कलंत्री के अनुसार उसे 12 प्रतिशत किया जाना चाहिए. कलंत्री ने कृषि उपज को खुले बाजार में समर्थन मूल्य प्राप्त होने की नीति बनाने पर भी जोर दिया. उन्होंने कृषि आधारित प्रक्रिया उद्योग पूर्णत: सरकारी नीतियों पर निर्भर रहने से नीति में थोडा भी बदलाव होने पर उद्योगों के कमजोर होने की तरफ ध्यान खींचा. उन्होंने अमरावती संभाग में सोया, दाल मिल, आइल मिल पर सरकारी नीतियों के विपरित असर होने का दावा कर अपेक्षा जताई कि, एक वित्तीय वर्ष में तय पॉलिसी में उस आर्थिक वर्ष में नीतिगत बदलाव नहीं होना चाहिए. कलंत्री ने कंपनियों को आयकर में मिलनेवाली राहत पार्टनरशिप फर्म को भी मिलने की आशा जताई. उन्होंने भरोसा जताया कि अगला वर्ष चुनावी वर्ष रहने से आयकर में बडी छूट अवश्य मिल सकती है. उसी प्रकार उद्योग व्यापार को बढावा देने के लिए बडी घोषणाएं भी सरकार बजट के माध्यम से करेगी. अमरावती क्षेत्र की रेल सुविधाओं को बढाने और घोषित योजनाओं को अवश्य साकार करने की अपेक्षा विनोद कलंत्री ने व्यक्त की.

 

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