जाधव पैलेस में दो दिवसीय सेमिनार आरंभ
अमरावती/दि.9- आज तक किसी सरकार ने नहीं किया, ऐसी पहल स्थानीय उद्यमियों के लिए मौजूदा सरकार कर रही है. सरकार ने अपने अधीनस्थ अनेक कार्यालय और प्रकल्पों को एमएसएमई यूनिट से अधिकाधिक उत्पाद लेने के निर्देश दिए हैं. उसका उद्यमियों को भरपूर लाभ लेना चाहिए. इस आशय का आवाहन एमएसएमई संचालक पी.एम. पार्लेवार ने आज यहां किया. वे बडनेरा रोड स्थित जाधव पैलेस में एमएसएमई व्दारा आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे. मंच पर सहसंचालक व्ही.आर. शिरसाट, एमआईडीसी असो. के अध्यक्ष किरण पातुरकर, वीरेंद्र लढ्ढा, चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनोद कलंत्री, आरसीएफ के निरंजन उमक, कोकण रेलवे के अरुण मेहता आदि विराजमान थे.
पार्लेवार ने कहा कि अमरावती में ऐसा आयोजन 5 वर्ष पश्चात हो रहा है. उद्योगों का प्रोत्साहन देने के साथ उनके उत्पाद को बाजार उपलब्ध करवाने में भी शासन सहायता कर रहा है. मोदी शासन के स्पष्ट निर्देश है. उन्हीं निर्देशों के अनुरुप सभी शासकीय, अर्धशासकीय प्रकल्पों को एमएसएमई के उत्पादों को खरीदने कहा गया है. इसका छोटे और मध्यम उद्यमी लाभ उठा सकते हैं. वे यहां आए विभिन्न सरकारी प्रकल्पों से अनुबंध कर सकते हैं. इससे निश्चित ही उनके उद्योग और व्यवसाय को बढावा मिलेगा. पार्लेवार ने इसे सुवर्ण संधि बताया. मौका नहीं चूकने का आग्रह उपस्थितों से किया. सरकारी ई-मार्केट अर्थात जेम के बारे में भी उन्होंने विस्तृत जानकारी दी.
आसीएफ के निरंजन उमक ने कहा कि, एमएसएमई से 90 उत्पाद खरीदने की सूची हैं. बावजूद इसके महिलाओं और वर्ग से सप्लाय कोटा कभी पूर्ण नहीं होने का रंज उमक ने बोलकर बताया. उन्होंने उद्यमियों से आगे आने और अवसर का लाभ लेने का आग्रह बारंबार किया.
कोकण रेलवे के अरुण मेहता ने बताया कि, एकमात्र पब्लिक सेक्टर रेलवे है. उसे भी एमएसएमई से उत्पाद लेने कहा गया है. कोकण रेलवे को गारमेंट से लेकर अनेक वस्तुएं लगती है. उसी प्रकार यात्री और मालधक्का की भी प्रत्येक वस्तु कोकण रेलवे एमएसएमई यूनिट से खरीदना चाहता है. मेहता ने भी उद्यमियों से शासकीय योजना और प्लॉन का फायदा लेने की अपील की. एमआईडीसी अध्यक्ष किरण पातुरकर ने स्वयंसिद्धा अंतर्गत 200 से अधिक यूनिट स्थापित करने और उसे प्रोत्साहन देने का जिक्र किया.
उद्घाटन सत्र में निशा सोनारे, महिला अध्यक्ष जया हरवानी, मोनिका उमक, स्वाती बोरखडे, महिला विंग सचिव सीए स्नेहल झंवर, चैम्बर के सचिव सुरेंद्र देशमुख, सहसचिव मनीष करवा, एमआईडीसी सचिव आशीष सावजी, परेश राजा, विजय मोहता, नरेंद्र लढ्ढा, प्रकाश हेडा, नाना देशमुख, राजेश मित्तल, सुनील जांगीड, श्याम शर्मा, अतुल महाशब्दे, संतोष चांडक, संजय मित्तल, दिलीपभाई पोपट, जीया बुधवानी आदि अनेक की उपस्थिति रही. यह सेमिनार कल शुक्रवार 10 फरवरी को भी जारी रहेगा. इसमें शासन की अनेक कंपनियों के स्टॉल लगाए गए है. जहां लघु व मध्यम उद्योग के संचालक इन कंपनी तथा प्रकल्पों के साथ अपने उत्पाद बेचने के बारे में अनुबंध कर सकते हैं.