महायुति के तौर पर ही लडा जाएगा मनपा व जिप का चुनाव
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व राजस्व मंत्री बावनकुले का कथन
* डीपीसी की बैठक हेतु अमरावती पहुंचे पालकमंत्री
* जिले के विकास हेतु सबको साथ लेकर चलने की बात कही
* विपक्ष से आंदोलन की बजाय साथ बैठकर काम करने का किया आवाहन
* पार्टी से निष्कासित नेताओं को भी पार्टी के साथ ही बताया
* प्रतिमाह 3 से 4 दिन अमरावती में रहने की घोषणा की
अमरावती/दि.31 – राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा मुझे राजस्व मंत्री बनाने के साथ ही नागपुर के साथ-साथ अमरावती जिले का पालकमंत्री भी नियुक्त किया गया है. ऐसे में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने हेतु मैं हर माह तीन से चार दिन अमरावती जिले के दौरे पर रहुंगा तथा यहां के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ विशेष तौर पर आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं को सरकार के अंतिम घटक तक पहुंचाने हेतु अपनी ओर से तमाम प्रयास करुंगा. इस आशय की घोषणा अमरावती के जिला पालकमंत्री नियुक्त होने के बाद पहली बार जिला नियोजन समिति की बैठक में शामिल होने हेतु अमरावती पहुंचे राज्य के राजस्व मंत्री व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा की गई.
डीपीसी की बैठक में हिस्सा लेने हेतु आज दोपहर अमरावती पहुंचे पालकमंत्री बावनकुले ने स्थानीय सरकारी विश्रामगृह में एक पत्रवार्ता को संबोधित किया. जिसमें उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही पालकमंत्री बावनकुले ने अमरावती जिले के विकास से संबंधित विभिन्न सवालों एवं राजनीति को लेकर पूछे गये प्रश्नों का बडे खुले तरीके से जवाब दिया. इस पत्रवार्ता में विधायक रवि राणा, राजेश वानखडे, प्रवीण तायडे व केवलराम काले, भाजपा के शहराध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल, प्रदेश पदाधिकारी प्रा. दिनेश सूर्यवंशी, जयंत डेहनकर, बालासाहब वानखडे, चेतन पवार व नितिन गुडधे भी उपस्थित थे.
इस पत्रवार्ता में पूछे गये सवालों के जवाब देते हुए पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि, यद्यपि अमरावती को पूरी तरह से नागपुर की तरह विकसित नहीं किया जा सकता है. परंतु अमरावती को प्रति नागपुर बनाने हेतु कई बडे बदलाव किये जाएंगे. जिसके तहत राज्य सरकार के 53 महकमों में प्रलंबित रहने वाले कामों का निपटारा करते हुए आवश्यक निधि भी जारी की जाएगी. इस समय पालकमंत्री बावनकुले ने विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले विपक्षी नेताओं से भी आवाहन किया कि, जनता की समस्याओं व जिले के विकास संबंधित मांगों को लेकर सडक पर उतरकर आंदोलन करने की बजाय विपक्षी नेताओं ने सरकार व प्रशासन के साथ बैठकर समस्याओं के निपटारे हेतु सुझाव देने चाहिए तथा साथ मिल-जुलकर विकास की राह पर आगे बढना चाहिए.
साथ ही इस समय स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव को लेकर भाजपा एवं महायुति की ओर से की जा रही तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि, लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव की तर्ज पर राज्य में स्थानीय स्वायत्त निकाय के चुनाव भी महायुति में शामिल घटक दलों द्वारा एकसाथ मिलकर लडे जाएंगे तथा सभी दलों के नेता, विधायक व पदाधिकारी अभी से ही मनपा व जिप के चुनाव की तैयारी में एकसाथ जुट गये है.
इस समय पालकमंत्री बावनकुले ने यह भी कहा कि, अमरावती जिले से विगत विधानसभा चुनाव में महायुति को शानदार सफलता प्राप्त हुई है तथा अमरावती जिलावासियों ने महायुति के पक्ष में जबर्दस्त समर्थन दिया. जिसके चलते अब राज्य की महायुति सरकार द्वारा अमरावती जिलावासियों की सभी अपेक्षाओं व उम्मीदों को पूर्ण किया जाएगा. साथ ही हम पूरी तरह से गतिमान सरकार व पारदर्शी प्रशासन देने के लिए कटिबद्ध है. साथ ही साथ अमरावती जिले हेतु डीपीसी की निधि का आकार भी बढाने हेतु प्रयास किया जाएगा. जिसके तहत साल दर साल जिला नियोजन निधि में वृद्धि की जाएगी, ताकि अमरावती जिले में विभिन्न विकास कामों को गतिमान किया जा सके और महायुति द्वारा चुनाव सेपहले की गई घोषणाओं को पूर्ण करने के साथ ही अन्य कई योजनाओं पर अमल भी किया जा सके.
इस पत्रवार्ता में अमरावती के चित्रा चौक-नागपुरी गेट उडानपुल तथा चिखलदरा के स्काय वॉक का काम जल्द पूरा करने हेतु आवश्यक प्रयास करने की बात कहते हुए पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि, पालकमंत्री पगडंडी योजना व मुख्यमंत्री ग्राम सडक योजना को एकसाथ मिलाकर नये स्वरुप में चलाने पर विचार किया जा रहा है. जिसे लेकर जिला नियोजन समिति की बैठक में विमर्श किया जाएगा.
* बच्चू कडू को आंदोलन करने की आदत
विपक्षी नेताओं से आंदोलन करने की बजाय साथ मिल-बैठकर विकास के मुद्दों पर बातचीत करने की घोषणा करने वाले पालकमंत्री बावनकुले से जब यह पूछा गया कि, उनका इशारा किसकी ओर है, तो पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि, अमरावती जिले में बच्चू कडू जैसे नेता भी है, जिन्हें हर बात में ‘उठ-सुठ’ आंदोलन करने की आदत है. अत: वे चाहते है कि, बच्चू कडू जैसे नेता भी जनता की मांगों को लेकर बिना वजह आंदोलन करने की बजाय सरकार व प्रशासन के साथ बैठकर चर्चा करें तथा जनता के हित में निर्णय लेने हेतु सहयोग प्रदान करें.
* कांग्रेस की राह पर न जायें राज ठाकरे
अब तक भाजपा के लिए काफी अनुकूल दिखाई दे रहे मनसे प्रमुख राज ठाकरे इन दिनों विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर ईवीएम मशीन की विश्वसनीयता पर संदेह जता रहे है. इसकी ओर ध्यान दिलाये जाने पर पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि, राज ठाकरे उनके लिए बेहद सम्मानित व्यक्ति है और बेहद समजदार राजनेता भी है. यहीं वजह हैं कि, जब राज ठाकरे ने कांग्रेस की तरह ईवीएम को लेकर संदेह जताया, तो खुद उन्हें भी काफी आश्चर्य हुआ. साथ ही बावनकुले ने यह भी कहा कि, कांग्रेस को हर बार चुनाव हारने पर ही ईवीएम पर संदेह होता है. वहीं जब किसी सीट पर कांग्रेस चुनाव जीतती है, तब ईवीएम पूरी तरह से सही रहती है.
* मुंडे और धस के बीच कुछ विसंवाद वाली स्थिति
इस पत्रवार्ता में जब भाजपा नेता व पालकमंत्री बावनकुले से बीड जिले में मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड को लेकर भाजपा विधायक सुरेश धस द्वारा अजीत पवार गुट वाली राकांपा के नेता व महायुति सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे पर लगाये जा रहे आरोपों के संदर्भ में सवाल पूछे गये, तो मंत्री बावनकुले का कहना रहा कि, राज्य सरकार द्वारा एसआईटी का गठन करते हुए संतोष देशमुख हत्याकांड की जांच करवाई जा रही है. साथ ही धस और मुंडे के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप को लेकर मंत्री बावनकुले का कहना रहा कि, संभवत: दोनों नेताओं के बीच कुछ विसंवाद वाली स्थिति है. जिसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा.
* गुप्ता, भारतीय व बुंदिले की हो सकती है पार्टी में वापसी
विशेष उल्लेखनीय है कि, इस पत्रकार परिषद में जब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि, अमरावती जिले के विकास के मुद्दें को लेकर विपक्षी नेताओं को भी साथ बिठाकर विचार विमर्श किया जाएगा. तब उनसे स्थानीय मीडिया द्वारा सवाल पूछा गया कि, अगर विपक्षी नेताओं को भाजपा द्वारा साथ लिया जा रहा है, तो क्या विधानसभा चुनाव के वक्त बगावत के चलते जिन लोगों को पार्टी से निष्कासित किया गया था. उन्हें भी साथ लिया जाएगा. इस सवाल के जवाब में पालकमंत्री बावनकुले ने बडे सांकेतिक अंदाज में कहा कि, पार्टी से कोई भी बाहर या अलग नहीं है. बल्कि सभी लोग साथ ही है. ऐसे में माना जा रहा है कि, विधानसभा चुनाव के समय महायुति प्रत्याशियों के खिलाफ बगावत करने वाले पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता, मनपा के पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय व दर्यापुर के पूर्व विधायक रमेश बुंदिले की जल्द ही पार्टी में अधिकारिक तौर पर वापसी हो सकती है.