चुनाव के बाद मनपा आयुक्त नॉट रिचेबल
स्वास्थ्य के कारण कल रक्तदान शिविर में भी नहीं रहे उपस्थित
* प्रशासकीय कामकाज रामभरोसे
अमरावती/ दि.3– प्रशासकीय अधिकारी और कर्मचारियों को करीबन एक से डेढ़ माह बाद चुनावी काम से राहत मिली है. इस कारण अनेक अधिकारी और कर्मचारी थकान दूर करने के लिए अवकाश ले रहे है. वहीं दूसरी तरफ मनपा आयुक्त पिछले चार-पांच दिनों नॉट रिचेबल रहने से मनपा का कामकाज रामबरोसे चल रहा है.
मनपा आयुक्त डॉ. देनीदास पवार के मार्गदर्शन में मनपा के अधिकारी व कर्मचारी पिछले एक-डेढ़ माह से चुनावी कामकाज में व्यस्त थे. 26 अप्रैल को मतदान होने के बाद सभी अधिकारी और कर्मचारियों को चुनामी काम से राहत मिली है. कामकाज की थकान दूर करने के लिए अनेक अधिकारी और कर्मचारी अब आवकाश पर है. जिलाधिकारी और तहसीलदार सहित सभी अधिकारी अपने काम पर लौट आए है. लेकिन मनपा आयुक्त देवीदास पवार पिछले चार-पांच दिनों से नॉट रिचेबल है. निगमायुक्त कार्यालय में न रहने से प्रशासकीय कामकाज ठप पडा है. मनपा में काम से आए नागरिकों को बी वापस लौटना पड रहा है. केवल जम्म-मृत्यु विबाग छोडा तो किसी बी विबाग में अधिकारी और कर्मचारी नहीं दिखा दे रहे है.सोमवार से कर्मचारियों को चुनावी काम से राहत मिलने से मंगलवार को अघोषित अवकाश था. बुधवार को शासकीय अवकाश ौर फिर शनिवार और रविवार को अवकाश रहने से कर्मचारी काम पर दिखाई नहीं दिए. सभी कर्मचारियों पर अंकुश रखने वाले मनपा आयुक्त कार्यालय में न रहने से अधिकारियों को महत्व के विषयो पर मार्गदर्शन व सलाह देने का काम ठप हो गया है. आयुक्त के पास शिकायत लेकर आनेवाले बी खाली हाथ निराश होकर वापस लौट रहे है. कुछ अधिकारी आयुक्त से संपर्क करने का प्रयास कर रहे है, लेकिन उनका फोन नॉट रिचेबल आ रहा है.
* कर्मचारियों का वेतन नहीं
मनपा की तिजोरी में संपत्ति कर के माध्यम से 37 करोड रुपए जमा हुए है. लेकिन इसका नियोजन नहीं हो पाया है. कम्रचारियों को पिछले तीन-चार माह से वेतन नहीं है. निर्माम व सपाई ठेकेदारो के बिल बकाया रहने से सभी मनपा परिसर में जमा होकर मनपा आयुक्त का तिजार हर दिन कर रहे है.