पांच माह से मनपा ठेका कर्मियों को वेतन नहीं
ठेकेदारों पर जिम्मेदारी सौंपकर प्रशासन ने हाथ झटके
अमरावती /दि. 13– मनपा में बाह्य यंत्रणा के जरिए ठेका प्रणाली पर काम करनेवाले कर्मचारियों को पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिला है. कामगारों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय रहने के बावजूद प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया है. ठेकेदारों ने बिल न मिलने का कारण सामने कर कामगारों को अपनी व्यथा बताई है. वहीं मनपा आयुक्त सहित लेखा विभाग व संबंधित विभाग प्रमुखो ने निविदा की शर्त व नियमो को सामने कर अपने हाथ झटक दिए है.
मनपा में विविध विभाग में तीन संस्थाओं के जरिए 795 कर्मचारियों की ठेके पर नियुक्ति की गई है. उन्हें कमसे कम वेतन कानून के मुताबिक वेतन देना ठेकेदारों को अनिवार्य है. कुल 795 ठेका कर्मियों में से 256 कर्मचारी पार्ट टाईम आधे वेतन पर है और शेष 539 कर्मचारी पूरा समय काम पर है. इन सभी कर्मचारियों को महिने के अंत में वेतन देना ठेकेदार को अनिवार्य है. लेकिन ठेकेदार द्वारा प्रस्तुत किए गए बिल लेखा विभाग में प्रलंबित है. पिछले पांच माह से ठेका कर्मियों को वेतन नहीं मिला है. मनपा की आर्थिक स्थिति काफी खराब है. कर्मचारियों को वेतन ठेकेदार द्वारा देना ही चाहिए इसके लिए मनपा की तरफ से मिलनेवाले बिल की प्रतीक्षा न करने की शर्त और नियम निविदा में दर्ज है. दिवाली के पूर्व ठेकेदारों द्वारा बकाया वेतन दिया रहा तो भी दिसंबर माह से वेतन नहीं दिया गया है. कम वेतन पर काम करनेवाले ठेका कर्मियों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है. घर खर्च कैसे चलाना, ऐसा प्रश्न इन कर्मचारियों के सामने है. ऐसा रहा तो भी प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया है. स्थायी कर्मचारियों को नियमित वेतन दिया जाता रहते ठेका कर्मियों के बारे में विचार भी आयुक्त सहित लेखा विभाग द्वारा नहीं किया जाता. इस कारण सभी ठेका कर्मचारियों में तीव्र रोष व्याप्त है.
* मनपा के पैसे मिलते ही वेतन तत्काल
पिछले 6 माह से मनपा ने बिल नहीं दिए है. तीन माह का वेतन कर्मचारियों को हमारी तरफ से दिया गया है. अब जेब खाली हो गई है. बैंक की लिमीट भी समाप्त हो गई है. मनपा ने बिल अदा किया तो कर्मचारियों को तत्काल वेतन दिया जाएगा.
– सचिन भेंडे, ठेकेदार.