‘वाजवा रे वाजवा आंदोलन’ से गुंजी मनपा
उध्दव सेना ने मनपा परिसर में कचरा फेकने का किया प्रयास, पुलिस ने किया असफल
कड़े बंदोबस्त के बीच शिवसैनिकों ने जमकर की नारे बाजी
अमरावती/ दि. 14 – शहर में भुयारी गटर योजना पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी अभी तक यह कार्यरत नहीं होने, वडाली व छत्री तालाब का सौंदर्यीकरण तो दुर तो दुर की बात यहां ढंग की व्यवस्था भी नहीं है. प्रशासन की अनदेखी के कारण घनकचरा व्यवस्थापन निधी उपलब्ध रहने के बावजूद भी नियमानुसार खर्च ने करने के कारण ग्रीन ट्रिब्युनल के 37 करोड़ का दंड,दंड माफ करने के लिए सुप्रीम कोर्ट प्रशासन में दौड़भाग करने में लाखों रुपयों का खर्च बहुचर्चीत शौचालय घोटाला, नागरिकों को सुविधाओं से वंचित रखने. शहर में बढ़ रहे प्रदुषण. घर टैक्स को नियमाबाह्य करने जैसे अनेक मांगों को लेकर आज मनपा पर शिवसेना उध्दव बालासाहेब ठाकरे पार्टी की ओर से ‘वाजवा रे वाजवा’ आंदोलन किया गया. आंदोलन दौरान शिवसैनिकों ने राजापेठ स्थित कार्यालय से ढोल ताशों के साथ जुलुस निकाल कर मनपा गेट पर कचरा फेंकने का प्रयास किया. इस समय भारी पुलिस बंदोबस्त रहने से पुलिस ने शिवसैनिकों व्दारा कचरा फेंकने के प्रयास को असफल कर दिया. जिसकी वजह से पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच जमकर कहासुनी हुई. जिसके कारण कुछ देर के लिए माहौल तनाब पुर्वक हो गया था.
सोमवार की सुबह शिवसेना महानगर प्रमुख पराग गुडधे के नेतृत्व में शिवसेना भवन राजापेठ से आंदोलन मोर्चा ढोल ताशों के बीच निकाला गया. मोर्चा दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने हाथ गाड़ी में शहर का कचरा जमाकर हाथ गाड़ी ढकेलते हुए मनपा तक पहुंची. मोर्चे में कई शिवसैनिकों के हाथों में शहर की समस्याओं का फलक हाथ में रख कर मनपा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी. आंदोलनकारियों की मांग थी कि शहर में भुयारी गटर योजना पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी अभी तक यह कार्यरत नहीं होने, वडाली व छत्री तालाब का सौंदर्यीकरण तो दुर तो दुर की बात यहां ढंग की व्यवस्था भी नहीं है, प्रशासन की अनदेखी के कारण घनकचरा व्यवस्थापन निधी उपलब्ध रहने के बावजूद भी नियमानुसार खर्च ने करने के कारण ग्रीन ट्रिब्युनल के 37 करोड़ का दंड,दंड माफ करने के लिए सुप्रीम कोर्ट प्रशासन में दौड़भाग करने में लाखों रुपयों का खर्च बहुचर्चीत शौचालय घोटाला, नागरिकों को सुविधाओं से वंचित रखने, शहर में बढ़ रहे प्रदुषण, घर टैक्स को नियमाबाह्य करने,मनपा व्दारा हॉकरों के लिए कचरा कंटेनर की व्यवस्था न करने से जगह -जगह कचरा दिखने के कारण बढ़ रहा प्रदुषण, शहर में लैंड माफियाओं व्दारा अधिकृत बांधकाम की शुरुआत जैसी अनेक समस्याओं को मनपा प्रशासन के सामने रखते हुए आंदोलनकारियों ने प्रशासन को याद दिलाया कि पिछले 6 सालों से शहर के नागरिक अनेक समस्याओं से जुझ रहे है.जिसमें से 5 वर्ष भाजपा के पास मनपा की सत्ता थी. एक वर्ष से प्रशासक राज रहने के बावजूद भी मनपा का महानगर के नागरिकों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है.सभी मनपा क्षेत्र के प्रभागों में कचरे का प्रश्न बढ रहा है. किसी भी प्रभाग में जंतु नाशक का छिड़काव नहीं हो रहा है. आवारा पशुओं व श्वानों के कारण लोगों में भय व्याप्त है. आठ लाख नागरिकों के शहर में किसी तरह की सुविधा मनपा नहीं दे रहा है. ऐसा आरोप भी इस समय आंदोलनकारियों ने लगाया. उसके प्रकाश व्यवस्था, कई वर्षो से शहर के कुंओं की सफाई नहीं, सफाई कर्मचारियों की गैर हाजिरी जैसे आरोप लगाते हुए मांगों को पुरा करने के लिए उपायुक्त मेघना वासनकर को निवेदन सौंपा. इस समय शिवसेना जिला संपर्क प्रमुख सुधीर सूर्यवंशी, पूर्व विधायक धाने पाटील, जिलाप्रमुख मनोज कडू, श्याम देशमुख, महिला आघाडी जिला प्रमुख प्रीती संजय बंड, मनीषा टेंभरे,उपजिलाप्रमुख नरेंद्र निर्मल, नरेंद्र पडोलेे, विधानसभा संगठक नितीन हटवार, उपमहानगर प्रमुख संजय शेटे, राहुल माटोडे, पंजाबराव तायवाडे, सुनील राऊत, विजय ठाकरे, असलम खान पठाण, याह्या खान पठान, पूर्व पार्षद प्रशांत वानखडे, डॉ.तायडे, ललित झंझाड, जयश्रीताई कुर्हेकर, प्रदीप बाजड, प्रवीण हरमकर, रामाभाऊ सोलंके, स्वाती निस्ताने, प्रतिभा बोपशेट्टी, वंदना घुगे, वैशाली विधाते, वैशाली राणे, कांचन ठाकूर, सारिका जैस्वाल , मोहन क्षीरसागर, राहुल माटोडे, सुरेश चौधरी, आशिष विधाते, बालासाहेब विघे, संजय गव्हाडे, शरद वानखडे, बाल्या पीठे, विनोद मंडलकर, प्रमोद भारस्कर सचिन ठाकरे, अतुल सावरकर, शिवराज चौधरी, प्रतीक कलसकर, पवन दलवी, अभिषेक तायडे, अभिषेक पवार, अक्षय चर्हाटे, स्वप्नील सरडे, मयूर गव्हाणे, विवेक पवार चेतन काळे, मिथुन सोलंके,नरेश नागमोते, केतन मासातकर, वसंत गौरखेडे, पंकज छत्रे, आदित्य ठाकरे सहित सैकड़ो शिवसैनिक उपस्थित थे.
गणपती उत्सव से पहले बुझाए गड्ढे
आंदोलनकारियों की प्रमुख मांगो में से एक मांग यह भी की गयी की इन समस्याओं को जल्द पुरा करने के साथ ही आने वाले गणेश उत्सव के पहले पहले शहर रास्तों पर बने गड्ढों को बंद करें अन्यथा शिवसेना अपनी स्टाईल से मनपा पर आंदोलन करेंगी.
अगले सोमवार दुबारा बैठक
जब आंदोलनकारियों ने मनपा आयुक्त के कक्ष में पहुंचकर निवेदन सौंपना चाहा.मगर मनपा आयुक्त के मौजुद नहीं रहने से शिवसैनिक और भी आक्रोषित हो गए और वहीं पर ठिया आंदोलन कर मनपा आयुक्त को आने की जिद्द की. जिसके बाद मनपा उपायुक्त मेघना वासनकर ने आंदोलनकारियों का निवेदन स्वीकारा. मनपा अधिकारियों ने कहा कि अगले सप्ताह सोमवार को मनपा आयुक्त की उपस्थिती में बैठक आयोजित की जाएगी. जिसमें आंदोलनकारी अपनी समस्याएं रख सकते है. जिस पर शिवसैनिकों ने कहा कि अगर अगले सोमवार तक हमारी समस्याएं पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम शिवसैनिक अपने स्टाईल से आंदोलन करेगें.
शिवसैनिकों में जमकर हुई छिना-झपटी
सोमवार को हुए वाजवा रे वाजवा आंदोलन के दौरान जब शिवसैनिक महिला कार्यकर्ताओं ने हाथ गाड़ी में कचरा लेकर मनपा परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की तब पुलिस ने उन्हें मुख्य गेट पर ही रोक दिया.लेकिन शिवसैनिकों ने कचरे से भरी हाथ गाड़ी मनपा में ले जाने की जिद्द पर पुलिस व शिवसैनिकों में जमकर छिना-झपटी हुई जिसके कारण कुछ देर वातावरण गर्म हो गया. पश्चात पुलिस ने शिवसैनिकों को बिना गाड़ी के ही भितर जाने की अनुमती दी. इस समय मनपा के सुरक्षा गार्ड व पुलिस दल भारी संख्या में तैनात था.