जीएडी अधीक्षक के खिलाफ मनपा कर्मचारी आक्रामक
6 माह पूर्व हुई जांच के बाद अब कार्रवाई को लेकर उठ रही मांग
अमरावती/दि.18– मनपा की जीएडी के तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक लीना अकोलकर के खिलाफ तत्काल प्रशासकीय कार्रवाई हो, इस आशय की मांग मनपा कर्मचारी व कामगार संघ द्वारा एक बार फिर मनपा आयुक्त के समक्ष उठाई गई है. इस मुद्दे को लेकर मनपा कर्मचारी व कामगार संघ के महासचिव प्रल्हाद कोतवाल ने विगत 15 मई को ही मनपा आयुक्त को एक बार फिर स्मरणपत्र सौंपा है.
शिकायत के मुताबिक वरिष्ठ लिपिक रहने वाली लीना अकोलकर के पास पहले कार्यालय अधीक्षक और फिर उसी विभाग के सहायक आयुक्त पद की जबाबदारी सौंपी गई थी. उस समय लीना अकोलकर ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अनावश्यक मनुष्यबल को ठेका पद्धति से पूर्णकालीन रुप में काम पर लगाया. जिसमें उनके कुछ नजदीकी रिश्तेदारों का भी समावेश रहा.
ऐसे सभी लोगों को कार्यमुक्त करते हुए लीना अकोलकर की जांच की जाये, ऐसी मांग संगठन द्वारा की गई है. जिसके साथ ही यह भी कहा गया कि, लीना अकोलकर ने खुद सहायक आयुक्त रहते हुए सातवे वेतन आयोग के बकाये का भुगतान प्राप्त किया. यह बात आर्थिक नीति से विसंगत है और इसकी भी जांच की जानी चाहिए.
* मनपा के साथ जालसाजी
मनपा कर्मचारी व कामगार संघ के मुताबिक लीना अकोलकर ने अपने विवाह की जानकारी मनपा प्रशासन को न देते हुए लगातार तीन साल तक कुटूंब निवृत्ति वेतन का लाभ लिया. इस रकम को वसूल किया जाना चाहिए. साथ ही पूरे मामले की जांच प्रतिनियुक्ति पर आये अधिकारी के मार्फत करवाते हुए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.
जीएडी की तत्कालीन अधीक्षक के खिलाफ इससे पहले भी मनपा कर्मचारियों व कामगार संघ की ओर से शिकायत प्राप्त हुई है. जिसे लेकर प्रशासनीक स्तर पर जांच जारी है.
– श्यामसुंदर देव,
उपायुक्त, मनपा
संगठन द्वारा की गई शिकायत के मद्देनजर मैने प्रशासन के समक्ष पहले ही अपना स्पष्टीकरण पेश कर दिया है और लिखित तौर पर प्रस्तूत स्पष्टीकरण में सभी बातों का यथायोग्य जवाब दिया है.
– लीना अकोलकर,
वरिष्ठ लिपिक, मनपा