* आयुक्त पवार ने हडताली कर्मचारियों को दिया आश्वासन
अमरावती /दि.18– विगत मंगलवार से शुरु हुई मनपा अधिकारियों व कर्मचारियों की हडताल कल शुक्रवार 17 मई को शाम के समय समाप्त की गई. इस समय हडताली कर्मचारियों के साथ चर्चा में मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने कर्मचारियों को सातवे वेतन आयोग का बकाया अगले 5 वर्षों के दौरान चरणबद्ध निहाय तरीके से अदा करने का आश्वासन दिया. जिसके चलते कर्मचारियों ने अपनी हडताल को पीछे लेने का निर्णय लिया.
जानकारी के मुताबिक मनपा आयुक्त देवीदास पवार, अतिरिक्त आयुक्त महेश देशमुख, उपायुक्त तथा मुख्य लेखा परीक्षक श्यामसुंदर देव सहित मनपा अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक शुक्रवार को देर शाम तक चली. इस समय संगठन के पदाधिकारियों द्वारा सातवे वेतन आयोग का बकाया अगले तीन वर्षों में अदा किये जाने की मांग उठाई गई. लेकिन मनपा की आर्थिक स्थिति को देखते हुए अधिक से अधिक 5 वर्षों के दौरान यह बकाया अदा करने की बात आयुक्त द्वारा कही गई. साथ ही आयुक्त ने महंगाई भत्ते की रकम भी निधि की उपलब्धता के अनुसार देने का आश्वासन दिया. यद्यपि गत रोज हुई बैठक में मनपा आयुक्त द्वारा मौखिक रुप से यह आश्वासन दिया गया है और इसे लेकर सोमवार 20 मई को लिखित पत्र जारी होगा. ऐसे में आयुक्त के आश्वासन पर भरोसा करते हुए अपनी हडताल को पीछे लेने की घोषणा संगठन के महासचिव प्रल्हाद कोतवाल द्वारा दी गई.
वहीं दूसरी ओर कल कामबंद आंदोलन के चौथे दिन भी मनपा के कर्मचारी अपनी मांगों पर अडिग थे. जिसके चलते कल दिनभर मनपा में कामबंद आंदोलन चलता रहा. इस दौरान मनपा प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को आर्थिक स्थिति का हवाला दिया जा रहा था. लेकिन मनपा के अधिकारियों व कर्मचारियों को अपनी भूमिका पर अडे हुए थे. जिसकी वजह से मनपा में कामकाज पूरी तरह ठप रहा और सर्वसामान्य लोगों को इसकी वजह से काफी तकलीफों का सामना करना पडा. इस हडताल के दौरान कल सुबह 10 बजे से मनपा कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने हडताली कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन व नारेबाजी की जा रही थी. 4 दिन चली इस हडताल के दौरान मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने हडताली कर्मचारियों को विगत बुधवार को भी चर्चा के लिए आमंत्रित किया था. लेकिन अपनी कुछ मांगों पर कर्मचारी अडे हुए थे. जिसके चलते वह चर्चा निष्फल साबित हुई. वहीं गत रोज आयुक्त पवार ने हडताली कर्मचारियों को एक बार फिर चर्चा हेतु आमंत्रित किया और इस बार दोनों पक्षों के बीच कई मुद्दों को लेकर सहमति बनी. जिसके चलते हडताली कर्मचारियों ने अपनी हडताल को खत्म करने का निर्णय लिया. विशेष उल्लेखनीय है कि, मनपा कर्मचारियों द्वारा मंगलवार से कामबंद आंदोलन करना शुरु किया गया. जिसके चलते जारी सप्ताह के दौरान केवल सोमवार को ही एक दिन मनपा में कामकाज हो पाया.