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24 तीर्थ क्षेत्र को ‘क’ श्रेणी प्रदान करने में मनपा उदासीन

पंकज मेश्राम का आरोप

अमरावती/दि.3- शहर के 24 तीर्थ क्षेत्र को क श्रेणी में शामिल कर उस लायक सुविधा देने के प्रस्ताव में महानगरपालिका की ओर से लापरवाही होने का आरोप भीमशक्ति विदर्भ प्रदेश के अध्यक्ष पंकज मेश्राम ने किया. मेश्राम ने दावा किया कि उन्होंने शहरी विकास मंत्रालय और संबंधित विभागों से पत्राचार किया. जिसमें खुलासा हुआ कि मनपा को दो साल पहले ही इस बारे में विहित प्रारुप में प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया था. जो मनपा ने आज तक नहीं भेजा हैं. जिसके कारण इन तीर्थ क्षेत्र का विकास प्रलंबित हैं.
यह है तीर्थ क्षेत्र की सूची
दो दर्जन तीर्थ क्षेत्र में काली माता मंदिर, इर्विन चौक का बाबा साहब आंबेडकर का स्मारक, मद्रासी बाबा दरगाह हैदरपुरा, मारूती व शंकर देवस्थान मंदिर बडनेरा, दत्त संस्थान कुंभार वाडा, गडगडेश्वर महाराज संस्थान, दुर्गापुर हनुमान देवस्थान, संत ज्ञानेश्वर मंदिर न्यू छांगाणी नगर, कमलीवाले बाबा दरगाह, अंबा देवी व एकवीरा देवी परिसर, इंद्रशेष बाबा दरबार वडाली, गंभीरशेष संस्थान वडाली, गढी चा मारोती संस्था खडकारी पुरा, सांई बाबा मंदिर सांई नगर, गाडगे बाबा समाधी मंदिर, झिरी का राम मंदिर, झिरी का दत्त मंदिर, भीम टेकडी महादेवखोरी, चंद्रप्रभु सैतवाल दिगंबर जैन मंदिर, काला मारोती देवस्थान तारखेडा, सोमेश्वर संस्थान भाजी बाजार, श्रीकृष्ण मंदिर माता खिडकी, बालाजी मंदिर इतवारा बाजार. मेश्राम ने बताया कि उपरोक्त तीर्थ क्षेत्र की जिनिस मंजूरी वर्ष 2008 से लेकर वर्ष 2021 तक हो चुकी हैं. उसी प्रकार शहरी विकास शाखा के सहायक आयुक्त सुमेध अलोने ने 19 जून 2023 को मनपा को स्मरण पत्र भेजा था. जिसमें जिले के 57 तीर्थ क्षेत्र क श्रेणी में करने के लिए मनपा से सभी आवश्यक दस्तावेज और विहित प्रारुप में अचूक और परिपूर्ण प्रस्ताव भेजने कहा था. अब तक वह प्रस्ताव मनपा ने नहीं भेजा हैं. मेश्राम ने मुख्यमंत्री और पालकमंत्री सहित उच्च अधिकारियों को निवेदन दिया हैं.

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