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संदेह के चलते मनपा ने रोके 200 जन्म प्रमाणपत्र

शासनादेश के बाद दस्तावेजों की गहन जांच जारी

* अब पुराने जन्म प्रमाणपत्र के लिए शाला की टीसी अनिवार्य
अमरावती/दि.13 – बांग्लादेशी व रोहिंग्या को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाणपत्र दिये जाने का भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा आरोप किये जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के निर्देश पर संदेहास्पद दस्तावेज पाये जाने पर जन्म प्रमाणपत्र देने पर रोक लगाई गई है. इसके तहत अमरावती मनपा क्षेत्र के करीबन 200 संदिग्धों के जन्म प्रमाणपत्र देने पर मनपा ने रोक लगा रखी है.
जिले के अंजनगांव सुर्जी में 1484 बांग्लादेशियों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाणपत्र दिये जाने का आरोप भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा किये जाने के बाद संपूर्ण महाराष्ट्र में हडकंप मच गया था. उन्होंने अमरावती और अंजनगांव का दौरा कर जिले में बांग्लादेशियों को विभिन्न तहसीलों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रशासन द्वारा जन्म प्रमाणपत्र दिये जाने का आरोप किया था. पश्चात राज्य के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर एसआईटी का गठन कर जांच जारी की गई. 21 जनवरी को राज्य शासन के सभी जिलों में आदेश पहुंचे और संदिग्धों को जन्म प्रमाणपत्र देने पर रोक लगाकर प्रकरण की जांच शुरु की गई. हाल ही में अंजनगांव सुर्जी में 6 संदिग्धों पर मामले दर्ज किये गये है. अमरावती मनपा के जन्म-मृत्यु विभाग द्वारा भी अब जन्म प्रमाणपत्र देते वक्त दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है. पहले तहसील कार्यालय का एफीडेविट, आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड आदि देखकर जन्म प्रमाणपत्र दे दिया जाता था. लेकिन राज्य शासन के आदेश आने के बाद अब जन्म प्रमाणपत्र के लिए शाला छोडने का दाखिला (टीसी) अनिवार्य की गई है. साथ ही सरकारी अस्पताल अथवा निजी अस्पतालों में जन्में बच्चे के प्रमाणपत्र के लिए अस्पताल का डिस्चार्ज कार्ड, माता-पिता का आधार कार्ड अनिवार्य किया गया है. जिन नागरिकों को खुद के जन्म प्रमाणपत्र की आवश्यकता है. उनके द्वारा आवेदन करने के बाद अब मनपा के जन्म-मृत्यु विभाग में रिपोर्ट देखे जा रहे है. यदि रजिस्टर्ड ने संबंधित व्यक्ति का नाम दर्ज नहीं है और मनपा की तरफ से उन्हें जन्म प्रमाणपत्र नहीं दिया गया है.अथवा संबंधित व्यक्ति के पास कोई दस्तावेज नहीं है, या फिर उसके दस्तावेज संदिग्ध पाये जाते है, तो उनके जन्म प्रमाणपत्र देने पर रोक लगाई गई है. मनपा के जन्म-मृत्यु विभाग द्वारा पिछले एक माह में इस तरह के 200 लोगों के जन्म प्रमाणपत्र देने पर रोक लगाई गई है. दस्तावेजों में संदेह के चलते यह कदम उठाया गया है. ऐसी जानकारी जन्म-मृत्यु विभाग की अधीक्षिका प्रतिभा आत्राम ने अमरावती मंडल को दी.

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