अमरावती

मनपा के संशोधित कर का समर्थन नहीं, मौजूदा बेस रेट से ही हो कर वसूली

विधायक सुलभा खोडके ने मनपा प्रशासन को दिए स्पष्ट निर्देश

* संपत्तिधारकों की आपत्तियों पर सुनवाई तक नई दरों से कर वसूली नहीं करने की बात कही
अमरावती/दि.16– यद्यपि महानगरपालिका के लिए संपत्ति कर ही आय का मुख्य स्त्रौत है और संपत्ति कर के जरिए संकलित होने वाले राजस्व से ही नागरिकों को आवश्यक सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है. परंतु कर की दरों में संशोधन करते समय या नया कर लगाते समय गत वर्ष के कर मूल्य निर्धारण को ध्यान में रखते हुए ही दरवृद्धि करना अपेक्षित होता है. ऐसे में मनपा द्बारा संपत्ति कर में की गई भारी भरकम कर वृद्धि का समर्थन नहीं किया जा सकता. क्योंकि इस कर वृद्धि को लेकर शहरवासियों में भारी संभ्रम व रोष है. अत: मौजूदा बेस रेट को कायम रखते हुए संपत्ति कर प्रणाली को सुलभ किया जाए तथा संपत्ति धारकों को वृद्धिंगत संपत्ति कर से राहत दी जाए. इसके साथ ही संपत्ति धारकों की आपत्तियों व आक्षेपों का समिति के मार्फत निराकरण होने तक नया कर निर्धारण न किया जाए. इस आशय के स्पष्ट दिशा-निर्देश विधायक सुलभा खोडके द्बारा मनपा प्रशासन को दिए गए.

विधायक सुलभा खोडके ने आज 16 अक्तूबर को मनपा आयुक्त के दालान में संशोधित संपत्ति कर को लेकर बुलाई गई बैठक में मनपा की संपत्तिकर प्रणाली को लेकर जायजा लिया. साथ ही इस बात को लेकर अपनी तीव्र नाराजगी जताई कि, अमरावती मनपा ने वर्ष 2005 के बाद सीधे वर्ष 2023 में संपत्ति कर को लेकर वृद्धि की है. यह कर वृद्धि नियमानुसार 40 फीसद तक अपेक्षित रहने के बावजूद इसे 200 फीसद से भी अधिक बढाया गया है. इसके चलते संपत्ति धारकों पर अच्छा खासा आर्थिक बोझ बढ गया है. साथ ही संपत्तिकर से जुडी कई तकनीकी पेचीदगियों की वजह से आम नागरिकों में संपत्ति कर को लेकर कई काफी रोष व संभ्रम भी व्याप्त है. अत: मनपा प्रशासन ने जब तक संपत्ति धारकों की आपत्ति व आक्षेपों पर सुनवाई पूरी नहीं हो जाती, तब तक मौजूदा बेस रेट के आधार पर ही कर निर्धारण करते हुए संपत्ति कर की वसूली करनी चाहिए.

इस समय हुई चर्चा में मनपा आयुक्त व प्रशासक देविदास पवार ने समिति स्थापित कर आगामी 8 दिनों के भीतर इस संदर्भ में योग्य उपाय योजना करने की बात कही. इस बैठक में विधायक सुलभा खोडके, राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधान मंडल समन्वयक संजय खोडके, मनपा आयुक्त व प्रशासक देविदास पवार के साथ ही उपायुक्त डॉ. मेघना वासनकर, उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले, मुल्यनिर्धारक व कर संकलन अधिकारी महेश देशमुख, सहाय्यक आयुक्त योगेश पिठे, भुषण पुसतकर, नंदकिशोर तिखिले, धनंजय शिंदे, विवेक देशमुख, सिस्टीम मैनेजर अमित डेंगरे, रायुकां के पदाधिकारी यश खोडके, राकांपा के शहराध्यक्ष प्रशांत डवरे, पूर्व महापौर एड. किशोर शेलके व किशोर भुयार सहित कांग्रेस व राकांपा के अनेकों पदाधिकारी उपस्थित थे.

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