वृद्धिंगत दरों की वजह से मनपा की कर वसूली सुस्त
3 लाख से अधिक संपत्तिधारकों में से केवल 45 हजार ने अदा किया कर
* छूट व समयावृद्धि देने का भी नहीं हुआ कोई विशेष फायदा
अमरावती/दि.19– संपत्ति कर की बढी हुई दरों को लेकर रहने वाली नाराजी के चलते संपत्तिकर अदा करना है अथवा नहीं, इसे लेकर रहने वाली सभ्रमावस्था एवं कर अदा करने के बाद भी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने को लेकर रहने वाली नाराजगी के चलते एक माह की समयावृद्धि तथा छूट व सहूलियत देने के बावजूद भी मनपा अब तक अपेक्षित 100 करोड रुपयों में से केवल 30 करोड रुपयों का संपत्तिकर ही वसूल कर पायी है. ऐसे में शेष 15 दिनों में यह आंकडा कहां तक पहुंच पाएगा और 100 करोड रुपयों का टारगेट कैसे पूरा हो पाएंगा, यह अपने आप में सबसे बडा सवाल है.
उल्लेखनीय है कि, विगत लंबे समय से संपत्तिकर की दरों को लेकर अच्छा खासा संभ्रम चल रहा है. पहले मनपा ने संपत्तिकर की दरों में अनाप-शनाप वृद्धि कर दी थी. पश्चात संपत्तिकर की दरों को घटाएं जाने के बारे में जनप्रतिनिधियों सहित अलग-अलग राजनेताओं द्वारा कई तरह के दावे किये गये. परंतु नागरिकों को वृद्धिंगत दर के हिसाब से ही संपत्तिकर के देयक प्राप्त हुए. ऐसे में संपत्तिकर की दरों के साथ-साथ संपत्तिकर अदा करना है अथवा नहीं इसे लेकर अच्छा खासा संभ्रम बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर शहर के कई इलाकों में मूलभूत सुविधाओं का नितांत अभाव है. ऐसे में आम नागरिकों की यह भावना हो चली है कि, संपत्तिकर की अदायगी करने का कोई फायदा भी नहीं है. यहीं वजह है कि, मनपा द्वारा बार-बार आवाहन किये जाने और विभिन्न इलाकों में कर संकलन हेतु शिविर लगाते हुए कर की अदायगी पर छूट व सहूलियत देने तथा ऑनलाइन कर अदायगी की सुविधा उपलब्ध कराने के बावजूद भी अपेक्षित कर संकलन नहीं हो पाया. विशेष उल्लेखनीय यह भी है कि, मनपा द्वारा सभी तरह से छूट व सहूलियत के साथ कर अदायगी करने हेतु एक माह की समयावृद्धि भी दी है. लेकिन इसका भी कोई विशेष फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा.
* शहर में 3,01,106 संपत्तियां, कर भरने वाले केवल 45 हजार
2 लाख 23 हजार 423 निर्मित संपत्ति तथा 77 हजार 683 भूखंड है. जिसमें से 15 अप्रैल तक 45 हजार संपत्तिधारकों द्वारा ही कर अदा किया गया है. यह कुल संपत्तिधारकों की तुलना में केवल 14.94 फीसद है. यानि 85 फीसद संपत्तिधारकों ने तमाम प्रयासों और बार-बार के आवाहन के बाद भी संपत्तिकर अदा नहीं किया है. ऐसे में अब इस बात की जरुरत प्रतिबाधित की जा रही है कि, मनपा प्रशासन ने संपत्तिधारकों की तकलीफों व दिक्कतों को गंभीरता से लेना चाहिए.
* 15 दिनों में केवल 4 करोड रुपए जमा
संपत्तिकर अदा करने हेतु मनपा प्रशासन ने 30 अप्रैल तक समयावृद्धि दी है. जिसके बाद जारी माह के 15 दिनों में केवल 6 हजार संपत्तिधारकों ने 4 करोड रुपए का संपत्तिकर अदा किया है. जिसके चलते संपत्तिकर अदा करने वाले नागरिकों की संख्या 45 हजार पर पहुंच पायी है और कुल 30 करोड रुपयों का ही संपत्तिकर संकलित हो पाया है. वहीं अब भी अगले 15 दिनों में मनपा को 70 करोड रुपयों का संपत्तिकर संकलित करना है.