अमरावती/दि.9– मकर संक्रांति का पर्व आने से पतंग और मांजे की मांग काफी है. नायलॉन मांजा घातक बताने के बावजूद उसका खुलेआम इस्तेमाल हो रहा है. सोमवार 8 जनवरी को मनपा जोन क्रमांक 1, 4 और 5 अंतर्गत आनेवाले गाडगेनगर, प्रवीणनगर, रामपुरी कैम्प, सिंधी चौक, विएमवि रोड, बडनेरा नईबस्ती, साबनपुरा के पतंग विक्रेताओं के यहां नायलॉन मांजा बाबत जायजा किया गया. जायजे के दौरान कुछ स्थानों पर पाबंदी रहने के बावजूद नायलॉन मांजा पाए जाने पर उसे बरामद कर दंडात्मक कार्रवाई की गई.
इस कार्रवाई में जोन क्रमाकं 1 के वरिष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक एस. ए. शेख, जोन क्रमांक 4 के निरीक्षक राजू डिक्याव, जोन क्रमांक 5 के वरिष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक राजेश राठोड उपस्थित थे. नायलॉन मांजा के इस्तेमाल के कारण नागरिकों की जान को और पक्षियों को क्षति पहुंचती हैं. जिससे मकर संक्रांति के उत्सव के दौरान पक्षियों के मृत्यु के प्रमाण में बढोतरी होती है. नायलॉन धागा अविघटनशील रहने से उसका विघटन नहीं होता. साथ ही नायलॉन मांजा के संपर्क से विद्युत प्रवाह खंडित होना, करंट लगना तथा दुपहिया सवार, राहगीर को चोट आना अथवा जीवित हानी होती है. ऐसी घटना घटित न होने के लिए पतंग उडाने के लिए नायलॉन मांजे का इस्तेमाल न करने तथा शहर के किसी भी विक्रेता व्दारा नायलॉन मांजे की बिक्री न करने का आहवान अमरावती मनपा व्दारा किया गया है.