अंधेर नगरी चौपट….’ की तर्ज पर नगर पालिका का कामकाज
स्ट्रीट लाईट बंद, शहर के कई क्षेत्रों में अंधेरा
चांदूर बाजार/दि.29-चांदूरबाजार नगर पालिका हमेशा से ही अपनी अजब -गजब कार्यप्रणाली के चलते सुर्खियों में रही हैं. फिलहाल पालिका पर लंबे समय से प्रभारी अधिकारीयों के भरोसे कामकाज चल रहा है. शहर की कई समस्याओं ने सर उठाया हुआ है. पालिका द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छ भारत अभियान भी कुछ माह पूर्व सबंधीत ठेकेदार को बिल का भुगतान ना करने की वजह से बंद पड गया था. इसी तरह जलापूर्ति विभाग द्वारा क्षेत्र के कई इलाकों में विगत कुछ सप्ताह पहले गंदे पानी का छोडे जाना, एक गंभीर मसला बन गया था. लेकिन इससे विपरित विगत कई महिनों से शहर के कई इलाकों में स्ट्रीट पोल के लाईट बंद पडे हैं. जिसके कारण कई क्षेत्र अंधकार में डुबे हुए है.
त्रस्त नागरिकों द्वारा बार-बार इसकी शिकायत सबंधितों से करने के बाद भी अनदेखी की जा रही है. त्रस्त नागरिकों ने इसी समस्या के बीच मानसून का पूरा मौसम गुजार दिया. शहर के इंदिरा नगर, रामभट्ट प्लॉट सहित कई क्षेत्रों की गलियों के स्ट्रीट पोल लंबे समय से बंद है. इस मामले में जानकारी प्राप्त करने पर यह बात सामने आई कि, पालिका को अब नए लाईट उपलब्ध नहीं हो सकेंगे. अब केवल पुराने लाईट को ही दुरूस्त कर स्ट्रीट पोलपर लगाया जाएगा. इसका मुख्य कारण यह है कि, 2017 से महाराष्ट्र की नगर पालिकाओं में मुंबई की ईईएलसी कंपनी को इसका ठेका दिया गया था लेकिन बिल पेंडींग रहने के चलते 3 सितम्बर से 2023 से इस कंपनी ने बिल का भुगतान ना होने के कारण काम बंद कर दिया है. लेकिन पालिका के सबंधित अधिकारियों ने यह जानकारी तो दे दी कि, कुछ सप्ताह पहले कंपनीने काम बंद किया है लेकिन कई महिनो से नागरिकों को इस सबंध में हो रही समस्या का 3 सितम्बर के पहले ही निपटारा क्यों नही किया गया. इसमें पूरी तरह नगर पालिका की लापरवाही की बात सामने आयी हैं. इस संबंध में संबंधित अधिकारी परिमल देशमुख ने बताया कि, जिस जगह भी स्ट्रीट लाईट बंद पडे है उसकी जानकारी हासिल की जा रही है और नादुरूस्त लाईट को दुरूस्त करने का काम किया जा रहा हैं. पालिका प्रशासन अब अपनी सुस्त कार्यप्रणाली के कलंक को नादुरूस्त लाईट को दुरूस्त कर धोने का काम अंजाम दे रही हैं. यहां यह भी कहना गलत नही होगा कि, पालिका प्रशासन की भूमिका अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर अब तक चलती आयी है.