2 मार्च के बाद की जाएगी मनपा आरक्षण की घोषणा
वर्तमान 33 प्रभागों की जानकारी ली चुनाव अधिकारियों ने
अमरावती/दि.16 – विगत 14 फरवरी को मनपा की प्रभाग रचना के संदर्भ में आपत्तियां दर्ज करने की अंतिम तारीख होने के बाद अब मनपा के आरक्षण को लेकर अगली प्रक्रिया की ओर सभी की निगाहें टिकी हुई है. बताया जाता है कि 2 मार्च को चुनाव आयोग की ओर से अंतिम प्रभाग रचना घोषित की जाएगी और उसके कुछ ही दिनों बाद संभवत: 4 मार्च के बाद ही आरक्षण की घोषणा चुनाव आयोग की ओर से की जा सकती है. मनपा के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल चुनाव अधिकारियोें की ओर से संपूर्ण 33 प्रभागों की जनसंख्या की जानकारी मांगी गई है. जिसके अनुसार ही आरक्षण तय किया जाएगा. फिलहाल इस संदर्भ में अधिकृत घोषणा 4 मार्च के बाद ही की जाएगी.
सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर सभी की निगाहें
चुनाव आयोग व्दारा आगामी 18 फरवरी को सुप्रिम कोर्ट में होने वाली ओबीसी सुनवाई की ओर निगाहें टिकी हुई है. जानकारों के मुताबिक 18 फरवरी को सर्वोच्च न्यायालय व्दारा ओबीसी आरक्षण का फैसला सुनाया जा सकता है. जिसके बाद ही राजनीतिक समीकरण स्पष्ट होगा. कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का दावा है कि ओबीसी आरक्षण के बगैर मनपा एवं जिप चुनाव लिया जाना संभव नहीं है. संविधान के प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए किसी भी समाज पर अन्याय न हो ऐसे चुनाव लिए जाए, ऐसे में 18 फरवरी को सर्वोच्च न्यायालय व्दारा बडा फैसला सुनाया जा सकता है. इस ओर महाराष्ट्र के अलावा मध्यप्रदेश की भी निगाहें टिकी हुई है.
स्थायी स्वराज्य संस्थाओं में दिखेगा महिला राज
बताया गया है कि चुनाव आयोग की ओर से आरक्षण घोषित करने से पहले महिला आरक्षण की घोषणा की जाएगी या फिर महिला आरक्षण या अन्य आरक्षण की घोषणा एक साथ की जा सकती है. मनपा के चुनाव अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार नियमों के तहत व आज तक हुए चुनाव के अनुभव को ध्यान में रखते हुए सबसे पहले महिला आरक्षण की घोषणा की जाती है उसके बाद ही नियमित आरक्षण की सूची घोषित की जाती है. बता दे कि इस बार 98 पार्षदों में से 50 प्रतिशत पार्षद महिलाएं रहेगी. जिसके चलते स्थानीय संस्था में इस बार महिलाओं का राज अधिक पैमाने में दिखाई देगा.