अमरावती/दि.5– मनपा में सुरक्षा गार्ड के रुप में कार्यरत जवान ने जहर गटककर खुदकुशी करने का प्रयास किया. यह घटना शुक्रवार 4 अक्तूबर को सुबह घटित हुई. आत्महत्या का प्रयास करने के पीछे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुआ. लेकिन पिछले पांच माह से वेतन न मिलने के कारण आर्थिक परेशानी में रहने के चलते संबंधित गार्ड द्वारा यह कदम उठाया रहने की चर्चा है. खुदकुशी का प्रयास करनेवाले सुरक्षा रक्षक का नाम भालचंद्र शिवदास शहाणे (35) है.
जानकारी के मुताबिक भालचंद्र शहाणे नामक यह सुरक्षा रक्षक राजापेठ के आईसोलेशन अस्पताल में कार्यरत था. पन्नालाल नगर निवासी भालचंद्र अकेला ही कमाता है. उसके पीछे माता-पिता है. शुक्रवार को सुबह 7.30 बजे वह घर से बाहर निकला और दो घंटे के बाद वापस घर लौटा तब उसकी हालत ठीक दिखाई नहीं दी. पडोसियों की सहायता से परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती किया. उसकी हालत चिंताजनक बताई जाती है. आत्महत्या का प्रयास करने के पीछे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है. मनपा के सुरक्षा रक्षकों को जून माह से सितंबर तक वेतन नहीं मिला है. अक्तूबर के वेतन की स्थिति स्पष्ट नहीं है. उनका वेतन महाराष्ट्र सुरक्षा मंडल के जरिए किया जाता है. वेतन न मिलने से भालचंद्र पर कर्ज का बोझ बढ गया था और संबंधितों द्वारा वसूली के लिए दबाव डाले जाने से त्रस्त होकर भालचंद्र ने यह कदम उठाया रहने की संभावना दर्शायी जा रही है. मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और जानकारी मांगी है.
* वेतन न मिलने से सुरक्षा रक्षक परेशानी में
मनपा में 120 सुरक्षा रक्षक विविध विभाग में कार्यरत है. उन्हें सुरक्षा रक्षक मंडल की तरफ से नियुक्ति व वेतन दिया जाता है. इसके लिए मनपा को मंडल में वेतन निधि जमा करना पडता है. गत जून माह से सुरक्षा रक्षकों को वेतन नहीं मिला है. उन्होंने इसके पूर्व कामगार सहआयुक्त को कामबंद आंदोलन करते हुए शिकायत भी की थी. उस समय उन्हें आश्वासन दिया गया था. लेकिन परिस्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ. केवल एक माह का वेतन देते हुए उन्हें शांत किया गया. अभी भी पांच माह का वेतन प्रलंबित रहने से सभी सुरक्षा रक्षक आर्थिक दुविधा में आ गए है.