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वनसंरक्षण विभाग के सामने 10 से प्रहार करेगी मुकाम आंदोलन

महानगरप्रमुख बंटी रामटेके व अन्य ने दी जानकारी

* मामला उन 25 वन मजदूरों के 13 माह से रुके वेतन का
अमरावती/दि.7- जिले के जंगलों में काम करने वाले 20 से 25 मजदूरों को 13 माह से वेतन नहीं दिए जाने और वेतन मांगने पर निधी न होने का बहाना बनाकर मजदूरों को कार्यालय से बाहर भेजने के चलते प्रहार संगठन अब आक्रमक हो गई हैं. मजदूरों को उनका हक 10 अक्तूबर से पहले मिल जाने अन्यथा उप वनसंरक्षण कार्यालय के सामने मुकाम आंदोलन करने की जानकारी प्रहार संगठन के महानगर प्रमुख बंटी रामटेके व अन्य ने आज वॉलकट कम्पाऊंड स्थित मराठी पत्रकार भवन में आयोजित पत्रवार्ता में दी. पत्रवार्ता में बंटी रामटेके सहित जिला प्रमुख छोटू महाराज वसू, शहर संपर्क प्रमुख गोलु पाटील, कामगार जिला अध्यक्ष गौरव ठाकरे, मार्गदर्शक अजय वाकोडे व अन्य मौजूद थे.
आज सोमवार की दोपहर हुई पत्रवार्ता में रामटेके व अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि जिले के उप वनसंरक्षण कार्यालय के मार्फत जंगलों में काम करने वाले वन मजदूरों को विगत 13 माह से वेतन से वंचित रखा गया हैं. ऐन त्यौहारों के समय जंगलो में काम करने वाले मजदूरों पर अब भूखमरी की नौबत जैसी स्थिती आन पडी हैं. जिसके बारे में मजदूरों व्दारा कई बार कार्यालय में अधिकारियों से मुलाकात कर वेतन देने की मांग की गई. मगर किसी तरह का समाधान कारक जवाब नहीं मिलने से मजदूरों में दुविधा उत्पन्न हो रही हैं. इसी तरह वन मजदूरों ने पिछले 4 सितंबर को उप वनसंरक्षण विभाग प्रमुख से मुलाकात करने के लिए नागपुर पहुंचे थे. जहां से उन्हें कार्यालय से भगा दिया गया था. इसी तरह अमरावती स्थित कार्यालय में जाकर मुलाकात करने पर यहां के अधिकारियों ने निधी न होने का बहाना बता कर मजदूरों को भगा दिया. जिसके कारण अब इन मजदुरों पर भूखमरी की नौबत आन पडी हैं. प्रहार जनशक्ती पार्टी की ओर से विभाग को 10 अक्तूबर तक का समय देकर मजदूरों के 13 महिनों का वेतन देने की मांग की हैं. अन्यथा मुख्य वनसंरक्षण विभाग कार्यालय के सामने बेमुद्दत मुकाम आंदोलन शुरू किए जाने की चेतावनी पत्रवार्ता के माध्यम से दी गई. इस समय शाम इंगले, मधुकर भुले, शेषराव धुले आदि मौजूद थे.

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