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वलगांव में मामुली बात पर भाले से हत्या का मामला

आरोपियों का सुराग मिला, जल्द हत्थे चढेंगे

* पुलिस के दो व अपराध शाखा का एक पथक रवाना
* तीनों हत्यारों की तलाश में गुप्तचर भी भीडे
* शातिर आरोपियों ने मोबाइल भी बंद कर रखा
* घुमंतुक पालपर्दे में रहने के कारण आ रही परेशानी
अमरावती/ दि.22– वलगांव पुलिस थाना क्षेत्र के वलगांव-दर्यापुर फाटे के पास बनी झोपडपट्टी में रहने वाले कन्हैया पवार नामक व्यक्ति की पार्टी के दौरान उसके दो सालों व एक दोस्त ने मामूली विवाद पर भाले से सिने पर वार करते हुए हत्या कर डाली. तब से तीनों आरोपी फरार है. आरोपियों की तलाश में अपराध पुलिस का एक पथक व वलगांव पुलिस थाने के दो पथक रवाना हुए है. पुलिस के गुप्तचर भी तलाश में जुटे है. पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगा है, जल्द ही पुलिस आरोपियों के गिरेबान तक पहुंचेगी, ऐसी उम्मीद वलगांव के थानेदार विजय वाकसे ने दी.
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि, आरोपी घुमंतुक समाज के है. वे लोग यहां वहां अस्थायी तौर पर पालपर्दे की झोपडियां बनाकर रहते है. अस्थायी रहने के कारण उनकी खोज करना काफी दिक्कतभरा साबित होता है. मगर गुप्तचरों के माध्यम से पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे है. जल्द ही एक या दो दिन के अंदर आरोपी पुलिस के हाथ लगेंगे. चालाक आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए है, तब से अपने मोबाइल बंद कर रखे है. फिर भी अब पुलिस के हाथ आरोपियों के गिरेबान से ज्यादा दूर नहीं रहने की बात थानेदार विजय वाकसे ने कही है.
कन्हैया पवार (32, अकोट, ह.मु. वलगांव-दर्यापुर फाटा, झोपडपट्टी) यह दोनों साले व दोस्त व्दारा भाले से किये गए हमले में मरने वाले जीजा का नाम है. गितन शिंदे व राजेश शिंदे (दोनों दशहरा मैदान झोपडपट्टी) यह दोनों साले व कृष्णा भोसले दोस्त यह फरार तीनों आरोपियों के नाम बताये गए हेै. पुलिस ने दी जानकारी के अनुसार अकोट निवासी कन्हैया पवार पिछले कुछ दिनों से वलगांव दर्यापुर फाटे के पास झोपडी बनाकर पत्नी के साथ रहता था. दशहरा मैदान झोपडपट्टी में रहेन वाले गितन शिंदे व राजेश शिंदे अपने दोस्त कृष्णा भोसले के साथ जीजा और बहन के घर गए. वहां मजे से उन्होंने पार्टी मनाई. रात 9.30 बजे वे सभी भोजन करने बैठे. मगर इस बीच किसी बात को लेकर उनके बीच बहस छीड गई. इस समय कन्हैया पवार की बहन बीच में उन्हें समझाने लगी. इससे उनके बीच और बात बिगडने लगी. कन्हैया पवार के समझाने पर भी वे तीनों समझने के लिए राजी नहीं. बात इतनी बिगड गई की तीनों आरोपियों ने भाले जैसे हथियार से कन्हैया पवार पर हमला बोल दिया. दो गहरे जख्मी सिने पर लगने के कारण कन्हैया का तेजी से खून बहने लगा. उसे तत्काल जिला अस्पताल इलाज के लिए लाया गया. मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी. कन्हैया पवार की मौत हो गई. फरार हुए आरोपियों की तलाश में वलगांव पुलिस के दो दल तैयार किये गए. अपराध शाखा पुलिस की टीम भी आरोपियों की खोज में रवाना हुई है. गुप्तचरों की जानकारी के आधार पर एक या दो दिन में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, ऐसी जानकारी थानेदार वाकसे ने दी.

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