अमरावती

‘रुक्मिणी वल्लभ कृष्ण हरि’ के धुन से गूंजा मूर्तिजापुर तरोड़ा ग्राम

जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री राजेश्वरानंदाचार्यजी की रही पावन उपस्थिति

* रुक्मिणी श्री पीठ द्वारा श्री रुक्मिणी नामजप संकीर्तन यात्रा संपन्न
अमरावती/दि.24– कार्तिक एकादशी को रुक्मिणी श्री पीठ की ओर से श्रीमद् जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजेश्वरानंदाचार्यजी श्री समर्थ माऊली सरकार के सानिध्य में को मूर्तिजापुर तरोड़ा ग्राम, तिवसा तहसील, अंबिकापुर कौंडण्यपुर क्षेत्र में श्री रुक्मिणी नाम जप संकीर्तन यात्रा निकाली गई. श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए गुरुवर्य श्रीमद् जगद्गुरु माऊली सरकार ने रुक्मिणी शब्द का अर्थ क्या? समझाते हुए कहा कि, रुक्मिणी मतलब संस्कार हैं; और संस्कारो से जीवन को सकारात्मक आकार देने में बल मिलता हैं. माता रुक्मिणी नामजप यात्रा हमें संयुक्त विचारों से सामूहिक जीवन जीना, सांस्कृतिक संपदा का संवर्धन करना और रीति रिवाजों का अमल करने जैसे वर्तमान में आ रहे अनेक आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आपदा को बचाने में मददगार साबित होंगी ऐसा आशय व्यक्त किया.

यात्रा में नामजपते हुए भक्त मगण होकर यात्रा में झूमते नजर आ रहे थे. इसमें भारी संख्या में महिलाओं का समावेश रहा. संकीर्तन यात्रा के दौरान श्रद्धालु रुक्मिणी वल्लभ कृष्ण हरि धुन पर कीर्तन करते हुए चल रहे थे. जगतजननी श्री रुक्मिणी माता का प्राकट्य स्थान श्री क्षेत्र अंबिकापुर कौंडन्यपुर का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक महत्व आज विशेष हैं, अपितु इस महात्म्य को जन-जन तक पहुंचने हेतु रुक्मिणी श्री पीठ के पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री राजेश्वरानंदाचार्यजी श्री समर्थ माऊली सरकार ने श्री रुक्मिणी नामजप संकीर्तन यात्रा की नीव वर्ष 2021 के कार्तीक एकादशी को अंबिकापुर – कौंडन्यपुर में रखी.

इसके बाद वर्तमान में हर एकादशी के दिन इस यात्रा को जल्लोष के साथ करने की प्रेरणा ग्रामवासियों को प्राप्त हुई हैं. परिणाम स्वरूप आज हर माह की प्रथम एकादशी को अंबिकापुर – कौंडन्यपुर क्षेत्रवासी नामसंकिर्तन यात्रा का आयोजन करते हैं और हर माह की दूसरी एकादशी को मुर्तिजापुर-तरोड़ा निवासी इसकी जिम्मेदारी निभाते हैं. रुक्मिणी नाम संकीर्तन यात्रा में हरबार ग्रामवासी स्वयंस्फूर्ति से उत्साहपूर्ण जोश के साथ सम्मिलित होते हैं, फलस्वरूप बढ़ती लोकप्रियता और आनंदमय वातारण में,रुक्मिणी वल्लभ कृष्ण हरि नामजप की गूंज चारो तरफ आज देखने को मिली हैं. मुर्तिजापुर-तरोडा ग्राम की नामजप संकीर्तन यात्रा को 2 वर्ष से ज्यादा का समय होने के उपलक्ष्य में श्रीमद् जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजेश्वरानंदाचार्यजी श्री समर्थ माऊली सरकार के सानिध्य में इस यात्रा का भव्य दिव्य रूप में आयोजन कराने का मानस जगतजननी श्री रुक्मिणी माता के भक्तो ने उठाया हैं. रुक्मिणी माता इसी तरह हर वर्ष इनपर कृपा की बरसात करे, ऐसा मानस ग्राम वासियों ने व्यक्त किया.

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