तीन दिन की पूछताछ के बाद छोडा गया मुसीब को
एनआईए की टीम हुई वापिस रवाना, जांच जारी रहेंगी
* जरुरत पडने पर एनआईए मुसीब को दोबारा करेगी तलब
अमरावती/दि.16 – शहर के छायानगर परिसर में रहनेवाले मो. मुसीब शेख ईसा नामक 23 वर्षीय युवक को 12 दिसंबर की देर रात 3.30 बजे के दौरान एनआईए के दल ने संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए कब्जे में लिया था. तीन दिन दिन तक पूछताछ के बाद शनिवार 14 दिसंबर की रात 7.30 बजे उसे छोड दिया गया. उसे शनिवार की रात छोडने के बाद रविवार को फिर पेश होने बाबत कोई भी सूचना नहीं दी गई. लेकिन इस प्रकरण की जांच जारी रहनेवाली है, ऐसा कहा जाता है. साथ ही एनआईए का दल जब भी मुसीब को बुलाएगा, तब उसे जाना पडेंगा.
बता दें कि, गुरूवार 12 दिसंबर को तडके 3.30 बजे के दौरान मो. मुसीब को नागपुरी गेट थाना क्षेत्र में आनेवाले छायानगर स्थित उसके घर से एनआईए के दल ने छापा मारकर कब्जे में ले लिया था. करीबन 15 घंटे की पूछताछ के बाद रात 8 बजे उसे शुक्रवार को सुबह फिर 8 बजे पेश होने का नोटिस देकर पिता को बुलाकर छोड दिया गया था. दूसरे दिन मुसीब अपने पिता के रिक्शा में अपने मामू के साथ बैठकर समय पर राजापेठ थाना पहुंच गया था. उस दिन भी उससे पूरा दिन पूछताछ हुई. फिर यही सिलसिला शनिवार को भी चलता रहा. शनिवार को फिर मुसीब अपने पिता और मामू के साथ सुबह 9.30 बजे राजापेठ पुलिस स्टेशन में अपने धार्मिक लिबास में पहुंच गया. पिछले दो दिन की तरह शनिवार को सुबह से एनआईए के दल ने उससे पूछताछ की. तीन दिन में करीबन 35 घंटे से ज्यादा उससे पूछताछ हुई. मो. मुसीब एक आतंकवादी संगठना के साथ जुडा रहने का संदेह एनआईए को है. इसी कारण उसके साथ पिछले तीन दिन से पूछताछ शुरू थी. शनिवार की शाम उसे छोडने के बाद आज रविवार को उसे उपस्थित रहने बाबत कोई भी सूचना नहीं दी गई, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी. लेकिन इस प्रकरण की जांच जारी रहने वाली है और मुसीब को एनआईए का दल जब भी बुलाएगा तब उसे पेश होना पडेंगा, ऐसा भी सूत्रों से पता चला है.
* मुसीब से तीन दिन क्या हुई पूछताछ?
छायानगर निवासी मो. मुसीब के यहां एनआईए के दल ने गुरूवार को देर रात छापा मारा तब उसके यहां से इस दल ने कुछ किताबें और एक डायरी बरामद की थी. जिसमें करीबन 150 संदिग्ध नंबर बरामद हुए थे. तीन दिन तह एनआईए के दल ने इसी संदिग्ध नंबरो को लेकर मुसीब से कडी पूछताछ की. यह नंबर किसके, कौन है और कहां से प्राप्त हुए? साथ ही इन नंबरो पर क्या बातचीत हुई, वें क्या करते है, लेनदेन क्या है, उनका ठिकाना क्या है और संबंध क्या है? इसी बात पर एनआईए ने मुसीब से पूछताछ में अपना फोकस रखा था.
* मुसीब विडीयो कॉलिंग भी करता था?
सूत्रों के मुताबिक मो. मुसीब के पास अनेक संदिग्ध पाकिस्तानी नंबर थे और वह वॉट्सएप के एक संदिग्ध ग्रुप से भी जुडा हुआ था. इस ग्रुप के साथ उसकी विडीयो कॉलिंग भी हुई थी. इस कारण वह एनआईए के रडार पर आ गया था. इस कारण इस दल ने उसके घर पर छापा मारने के पूर्व अमरावती पहुंचकर पहले उसकी हर गतिविधियों पर नजर रखी. पश्चात उसे कब्जे में लिया.
* बेसिक डेटा मुख्यालय भेजा?
मो. मुसीब से एनआईए के दल ने अमरावती राजापेठ पुलिस स्टेशन में बडे ही गोपनिय तरीके से पूछताछ करने के बाद उसका संपूर्ण डेटा दिल्ली मुख्यालय भेज दिया है. सूत्रों के मुताबिक इसके मुताबिक अब वरिष्ठ स्तर पर जांच चलनेवाली है.
* कागजपत्र और किताबें जब्त
मो. मुसीब के यहां एनआईए के दल ने छआपा मारकर सर्वप्रथम उसका मोबाईल, कुछ कागजपत्र और किताबे जब्त की. चर्चा है कि मुसीब को देश की इस्लामिक किताबो पर ज्यादा विश्वास न होकर पाकिस्तानी किताबो पर ज्यादा विश्वास था और उसके मुताबिक वह फालो कर रहा था.
* हर दिन मुसीब को छोडते वक्त दी जाती थी संदिग्ध नंबरो की पर्ची?
सूत्रों के मुताबिक एनआईए के दल द्वारा तीन दिन तक हुई पूछताछ में मुसैब के पास से बरामद हुए अनेक संदिग्ध नंबरो के बारे में ही पूछताछ हुई. उसे हर दिन रात को नोटिस देकर छोडते समय उसके पास से बरामद संदिग्ध नंबर की पर्ची देकर कहा जाता था कि वह दूसरे दिन पेश होते समय यह नंबर किसका है, वह कौन है, क्या करते है और अब तक उनसे क्या बात हुई? इस बाबत संपूर्ण जानकारी लेकर वह दूसरे दिन बताए.
* कहा जाता है मुसीब को लोगों के नंबर लेने का था शौक
बताया जाता है कि मो. मुसैब 10 वीं पास था और वह इज्तेमा सहित समाज के धार्मिक कार्यक्रमो में ज्यादा शामिल रहता था. वह हर कोई मौलाना के मोबाईल नंबर लेकर उनसे बातचीत किया करता था. इसमें कहा जाता है कि मुंबई, दिल्ली सहित पाकिस्तान के अनेक नंबर उसके पास थे. वह हर किसी से बातचीत किया करता था, ऐसा कहा जाता है.
* कुछ माह पूर्व खरीदा था मोबाईल?
मो. मुसीब काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रहता है. उसके पास मोबाईल नहीं था, ऐसा परिसर के नागरिकों का कहना था. लेकिन वह पिछले कुछ माह से पाकिस्तान के संदिग्धो से संपर्क में था. नंबर जमा करने के बाद वह उनसे बातचीत किया करता था. इसके लिए उसने कुछ माह पूर्व एक मोबाईल ले रखा था. वह मोबाईल घर से बाहर न ले जाते हुए मुसीब घर में ही बैठकर संबंधित संदिग्धो से बातचीत किया करता था. साथ ही पाकिस्तानी संदिग्ध ग्रुप से भी वह लगातार संपर्क में रहकर उनसे विडीयो कॉलिंग पर बातचीत करता था, ऐसा कहा जाता है.
* अब आगे की कार्रवाई पर नजर
सूत्रों के मुताबिक भले ही एनआईए का दल शनिवार को मो. मुसीब को छोडकर वापस चला गया हो, लेकिन उसकी गतिविधियों पर नजर रहने वाली है. साथ ही दिल्ली के मुख्यालय भेजी गई उसकी पूछताछ रिपोर्ट के बाद मामले की जांच जारी रहनेवाली है. चर्चा है कि मुख्यालय से आदेश मिलने पर अब मुसीब को अमरावती की बजाए मुंबई अथवा दिल्ली बुलाया जा सकता है.