अमरावती

जुम्मे की नमाज के लिए मस्जिदों में उमडे मुस्लिम बंधु

देश में अमन-चैन की दुआओं के लिए उठे हजारों हाथ

* अलविदा माहे रमजान की लगी सदाएं
अमरावती/ दि.30 – पवित्र रमजान माह में शुक्रवार को आखरी जुम्मे की नमाज पढी गई. जिसमें शहर की सभी क्षेत्रों की मस्जिदों में मुस्लिम बंधुओं ने अलविदा जुम्मा की नमाज अदा कर देश में अमन-चैन की दुआएं की. देश में अमन-चैन की दुआओं के लिए हजारों हाथ उठे. रमजान माह के दौरान शहर में इबादत का दौर शुरु है. चांद नजर आने के बाद ईद का त्यौहार मनाया जाएगा. चांदनी चौक में हाथीपुरा स्थित मिस्कीन शाह मस्जिद में दोपहर में हजारों की संख्या में मुस्लिम बंधुओं ने नमाज अदा की और देश में भाईचारा, अमन, शांती बनी रहे ऐसी दुआएं की.
पवित्र रमजान माह में शबे कद्र और अलविदा जुम्मा एक के बाद आ गए. रमजान माह में गुरुवार की रात शबे कद्र का पर्व मनाया गया. इसी रात रातभर जागकर मुस्लिम बंधुओं ने खुदा की इबादत की. शबे कद्र इस्लाम धर्म के अनुसार बडी अजमत वाली रात है. इसी रात में इस्लाम की धार्मिक किताब कुरान नाजीर हुई ऐसा मुस्लिम समाज क लोगों का कहना है. गुुरुवार की रात से शुक्रवार की दोपहर तक शहर की मस्जिदों में मुस्लिम बंधुओं ने नमाज पढी और दुआएं मांगी. शहर के हर एक इलाकों मेें इफ्तार पार्टी व सहरी की व्यवस्था का दौर चल रहा है. शबे कद्र वाली रात शहर के कई स्थानों पर सहरी की व्यवस्था की गई साथ ही हर जगह रोजा इफ्तार पार्टी के कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ. शहर के पुलिस प्रशासन की ओर से भी रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था.

माहे रमजान बरकत वाला महीना
माहे रमजान के आखरी जुम्मे पर मिस्कीन शाह मस्जिद में नमाज ऐ अलविदा 1.45 बजे अदा की गई. जिसमें हजारों मुस्लिम बंधुओं ने एक साथ खुदा की इबादत की और अमन शांती की दुआ की. मस्जिद के इमाम मौलाना शरफोद्दीन ने कहा कि, माहे रमजान बरकत वाला महीना है. अजमत वाले इस महीने में जायज दुआ मांगेगे तो वह निश्चित ही कबूल होगी. इसी के साथ मौलाना ने आने वाले साल में रमजान महीना सभी को नसीब हो ऐसी दुआ की.

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