धारणी/दि.30 – मेलघाट आदिवासी बहुल क्षेत्र को सहकारिता क्षेत्र में मजबूत करने हेतु मेरी उम्मीदवारी ऐसा प्रतिपादन विधायक राजकुमार पटेल ने व्यक्त किया. वे आगामी 4 अक्तूबर को होने जा रहे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव में व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे है. जिसमें उन्होंने अपनी उम्मीदवारी को लेकर स्पष्टीकरण दिया.
विधायक राजकुमार पटेल ने आगे कहा कि सहकारिता के सिद्धांत पर क्षेत्र का विकास करने के इरादे से वे चुनाव मैदान में उतरे है. आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में सहकारिता की भावना पैदा करना तथा इसे मजबूत करने के लिए मैनें चुनाव लडने का फैसला लिया है. आगामी 4 अक्तूबर को होने वाले बैंक के चुनाव के लिए अपना प्रचार शुरु कर दिया है.
धारणी तहसील सहकारी संस्था निर्वाचन क्षेत्र से र्निविरोध चुनकर आए उनके भाई जयप्रकाश पटेल ने उनका धुंआधार प्रचार शुरु कर दिया है. विधायक राजकुमार पटेल परिवर्तन पैनल से चुनाव लड रहे है. जिसमें राजकुमार पटेल ने परिवर्तन पैनल की जीत को लेकर विश्वास व्यक्त किया. इस पैनल के जयप्रकाश पटेल पहले ही र्निविरोध चुने जा चुके है. इसके पीछे भी विधायक राजकुमार पटेल की राजनीति और मेहनत थी.
सहकारिता के माध्यम से होगा मेलघाट का विकास
जिला बैंक का पहली बार चुनाव लड रहे विधायक राजकुमार पटेल ने कहा कि, मेलघाट में सहकारिता के माध्यम से होगा यहां का विकास. विधायक पटेल के अनुसार जिले की 12 तहसीलों की तुलना में धारणी, चिखलदरा तहसील यह क्षेत्र अंत्यत पिछडा है. सहकार क्षेत्र में तहसील को आगे बढाने के लिए जिला बैंक ही नहीं बल्कि अन्य सहकार क्षेत्र से संबंधित चुनाव में भी विधायक पटेल ने उतरने का मानस जताया है. आदिवासी समाज में सहकार की भावना बडे प्रमाण में है आदिवासियों की इस भावनाओं को आगे बढाने का काम किया जा रहा है. सहकारिता के माध्यम से लघु उद्योग व अन्य विकास के उपक्रम ग्रामस्तर पर चलाए जाने के संदर्भ में प्रयास किए जाने की भी बात उन्होंने कही. धारणी, चिखलदरा तहसील में बैंक का उपयोग कम होता है ऐसे में सावलीखेडा, बैरागड, कांटकुभ जैसे अतिदुर्गम क्षेत्रों में बैंकिंग के लिए प्रयास करने का भी भरोसा विधायक पटेल ने जताया. जिला बैंक के आगामी 4 अक्तूबर के होने वाले चुनाव को लेकर आदिवासी अंचल में राजनीतिक सदगर्मीयां बढने लगी है.