अमरावती

शिक्षण मंच का मेरा महाविद्यालय मेरा तीर्थ अभियान

राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में नियोजन

* महासंघ का अभियान बनायेगा सामाजिक भावबंध – शिक्षण मंच
अमरावती/दि.29 – अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघकी राष्ट्रीय बैठक का आयोजन हाल ही मे संपन्न हुई. स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव के पावन अवसर पर पुरे देश मे कार्यक्रम का आयोजन करने की रूप रेखा को अंतिम स्वरुप देने के लिए अवध विश्वविद्यालय अयोध्याके आयटी कैंपस में यह बैठक आयोजित की गई थी. 25 जून से 27 जून तक चली इस बैठक में कई राष्ट्रीय शिक्षा के आधारित मुद्दों पर अहम् चर्चा हुई. बैठक में पूरे देश के राष्ट्रीय पदाधिकारी और सभी प्रांत व प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री समेत 250 शिक्षक सहभागी हुए थे. महाराष्ट्र के सभी विश्वविद्यालयोके कार्यरत राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इसमें सम्मिलित हुए. राज्य भर से सहभागी प्राध्यापको के साथ संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ परिक्षेत्रसे शैक्षिक महासंघ के उच्च शिक्षा संवर्ग महाराष्ट्र प्रान्त अध्यक्ष प्रा. प्रदीप खेडकर एवं राज्य महिला संवर्ग अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. मिनल भोंडे शामिल हुए.
महासंघ के अध्यक्ष तथा पूर्व कुलपति प्रो. जगदीशप्रसाद सिंघल ने बताया की, भारत के सभी राज्यों में 12 लाख से अधिक सदस्य मौजूदा महासंघ के साथ जुड़े है. जहा समूचा भारत वर्ष आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहा महासंघने भी कई कार्यक्रमों का आयोजन करने का संकल्प इस सभा में किया. एक अगस्त के दिन भारतभरसे एक लाख से अधिक स्कुल और कॉलेज में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जाएगा या सुनिश्चित हुवा. इन कार्यक्रमों में भारत माता के प्रतिमा का पूजन के साथ स्वतंत्रता संग्राम के सेनानीयोको, उनके परिजनों और फौज में वीरगति को प्राप्त सेनानीयो के प्रति सदभावना प्रेषित करके उन्हें सन्मानित किया जायेगा. साथ मे देशभर के विभीन्न 75 विश्वविद्यालय में दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन भी किया जाएगा. वही एक हजार महाविद्यालय में अगस्त के महीने में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जाएगा.
महासंघ के निर्णय के अनुसार, जिलाभर के विद्यालयोको मिलाकर व्याख्यानमाला आयोजित की जाएगी. जहाँ पर इंडिया से भारत की ओर इस विषयपर जानकारी देने और समाज में जनजागरण करने का प्रयत्न किया जायेगा. महासंघ का विशेष अभियान मेरा विद्यालय : मेरा तीर्थ पुरे देशभर में सुरु कर दिया गया है. इस अभियान के तहत छात्र, शिक्षक एवं अभिभावक अपने शिक्षा संस्थान को तिर्थ के रूप में जाने और उससे एक सामाजिक, अध्यात्मिक, तथा भावनात्मक रिश्ता बनाये इस हेतु विभिन्न कार्यक्रमों नियोजन किया गया है. इसी के साथ एक शिक्षक : एक वृक्ष इस अभियान के तहत प्रत्येक शिक्षक एक वृक्ष लगाएगा, उसके पोषण की जिम्मेवारी भी लेगा और हर साल उसका जन्मदिन मनाएगा, इस के साथ पर्यावरण का सरक्षण किया जाएगा. सभी सम्मिलित शिक्षकोने ने एकमत से प्रस्ताव पारित किया की, महासंघ के सभी कार्यक्रम में प्लास्टिक की सामुग्री का प्रयोग नहीं किया जायेगा.

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