अमरावतीमहाराष्ट्र

मेरी खेती, मेरा सातबारा, खुद ही दर्ज कर सकते है पीक पेरा

अमरावती /दि.14– ई-फसल निरीक्षण हेतु राज्य में 1 दिसंबर से डीसीएस प्रणाली को लागू किया गया है. जिसके लिए मोबाइल एप को अपडेट करना होता है. इसमें किसानों के स्तर पर 1 दिसंबर से 15 जनवरी तक ई-फसल निरीक्षण के जरिए ऑनलाइन पीक पेरा दर्ज किया जा सकता है. जिसके बाद यह जानकारी कृषि सहायक के जरिए दर्ज की जाएगी. ऐसी जानकारी जिला प्रशासन द्वारा दी गई है.

* ई-फसल किस लिए?
सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने हेतु ऑनलाइन पीक पेरा दर्ज करना आवश्यक है. फसल कर्ज, फसल बीमा योजना तथा प्राकृतिक आबदा के समय सरकारी मदद हेतु ई-फसल निरीक्षण जरुरी होता है.
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* नये डीसीएस एप में क्या है
डिस्ट्रीब्यूटेड कंट्रोल सिस्टिम यानि डीसीएस नामक एप एक कम्प्यूटरीकृत प्रणाली है. जिसमें अनेकों नियंत्रक लूप रहते है.
* 50 मीटर से दूर का फोटो नहीं चलेगा
फसल निरीक्षण हेतु चुने गये गट क्रमांक से 50 मीटर के भीतर फोटो लेना अनिवार्य है. इसमें भी फसल के दो फोटो लेना जरुरी है. डीसीएस मोबाइल एप के जरिए यह फोटो निकालकर भेजने होते है.

* मुंडेर पर रहने वालो वृक्षों की जानकारी भी होगी दर्ज
ई-फसल निरीक्षण एप में डैश बोर्ड पर दिखाई देने वाली वृक्ष नामक बटन पर टच करते हुए खाता क्रमांक व खेत गट क्रमांक को चुनना होता है. खेत की मुंडेर पर स्थित रहने वाले वृक्षों की जानकारी भी इस एप में दर्ज की जा सकती है और उनके फोटो भी अपलोड किये जा सकते है.

* अन्यथा नहीं मिलेगी नुकसान भरपाई
सातबारा पर फसल की जानकारी दर्ज नहीं रहने पर योजना का लाभ मिलने में दिक्कतें पैदा होती है. इससे पहले कपास व सोयाबीन के अनुदान हेतु ऐसी दिक्कते सामने आ चुकी है.

* ई-फसल निरीक्षण के जरिए सातबारा पर ऑनलाइन फसल की जानकारी दर्ज करना विविध सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने हेतु बेहद आवश्यक है. जिसके चलते किसानों ने तय मुदत के भीतर ई-फसल निरीक्षण करवाना चाहिए.
– वरुण देशमुख,
कृषि उपसंचालक.

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