अमरावती प्रतिनिधि/दि.27 – संभाग के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव शिक्षकों के आत्मसम्मान व अधिकार की लडाई है और यदि मुझे सभागृह में शिक्षकोें के प्रतिनिधि के तौर पर काम करने का अवसर मिलता है, तो मैं शिक्षकोें के हित इस एकमात्र लक्ष्य के लिए काम करूंगा और मेरा संघर्ष हमेशा की तरह शिक्षकों की समस्याओं को हल करने के लिए रहेगा. इस आशय का प्रतिपादन शिक्षक विधायक पद का चुनाव लड रहे शिक्षक महासंघ के प्रत्याशी शेखर भोयर द्वारा किया गया.
बुलडाणा में आयोजीत प्रचार सभा में उपस्थित शिक्षकोें को संबोधित करते हुए शेखर भोयर ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस समय व्यासपीठ पर शिक्षक महासंघ के बुलडाणा जिलाध्यक्ष दिलीप दांदले, सुनील सपकाल, जिप के पूर्व सभापति दिलीप जाधव, कास्ट्राईब के जिलाध्यक्ष प्रदीप जाधव, यूटीए के जिलाध्यक्ष इमरान खान व मुजफ्फर सर उपस्थित थे. इस समय उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए शेखर भोयर ने कहा कि, उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में विगत 12 वर्षों के दौरान जो भी काम किया, संभाग के शिक्षक उसके साक्षी है. अत: उन्हें अलग से यह बताने की जरूरत नहीं है कि, वे शिक्षा क्षेत्र में काम करने हेतु कितने सक्षम है. अत: संभाग के सभी शिक्षकों ने उनकी दावेदारी का समर्थन करना चाहिए और उन्हें अपनी पहली पसंद के वोट देकर बहुमत से विजयी बनाना चाहिए. इस समय संभाग के शिक्षकों के मौजूदा हालात को काफी भीषण बताते हुए शेखर भोयर ने कहा कि, यदि शिक्षकों की यह स्थिति जल्द से जल्द बदली नहीं गयी, तो भविष्य में नई पीढी में से कोई भी व्यक्ति शिक्षक के पेशे में आना नहीं चाहेगा. अत: मौजूदा स्थिति को बदलना बेहद जरूरी है. इस कार्यक्रम में संचालन सदानंद मोरे व आभार प्रदर्शन गजेंद्रसिंह राजपूत द्वारा किया गया.