‘न भूतो न भविष्यति’ होने जा रहा है शिवमहापुराण कथा का आयोजन
100 एकड परिसर में युद्धस्तर पर चल रही आयोजन की तैयारियां
* मुख्य पंडाल सहित 6 साईड पंडाल बनकर तैयार, शेष काम अंतिम चरण में
* आगामी 16 दिसंबर से शुरु होगी पं. प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा
अमरावती/दि.11 – शहर से भानखेडा की ओर जाने वाले मार्ग पर जिले की सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा की संकल्पना से हनुमान चालीसा चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए साकार किए जा रहे श्री हनुमान गढी के निर्माणस्थल पर आगामी 16 से 20 दिसंबर तक आंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है, जिसके लिए करीब 100 एकड परिसर में कथा स्थल को तैयार करने का काम इस समय युद्धस्तर पर चल रहा है. साथ ही आसपास के करीब 400 एकड परिसर को इस कथा के आयोजन से संबंधित सेवाओं व सुविधाओं के लिए विकसित करते हुए तैयार किया जा रहा है. एक अनुमान के मुताबिक 5 दिन चलने वाली इस कथा में रोजाना पं. प्रदीप मिश्रा के मुखारबिंद से शिवमहापुराण कथा सुनने हेतु रोजाना 10 लाख लोगों के उपस्थित रहने की संभावना है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, अमरावती शहर की जनसंख्या के बराबर लोग इन 5 दिनों के दौरान भानखेडा मार्ग पर स्थित हनुमान गढी में आयोजित कथा में उपस्थित रहेंगे. इस बात के मद्देनजर आयोजन स्थल पर 10 से 12 लाख लोगों की मौजूदगी को ध्यान में रखते हुए तमाम आवश्यक प्रबंध किए जा रहे है.
दैनिक अमरावती मंडल की ओर से प्रस्तुत प्रतिनिधि ने आज आयोजन स्थल का प्रत्यक्ष मुआयना किया. जहां पर तमाम आयोजनों की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे कथा के मुख्य आयोजक तथा हनुमान चैरिटेबल ट्रस्ट के मार्गदर्शन सुनील राणा ने विशेष तौर पर दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि, आयोजन स्थल पर करीब 40 एकड के क्षेत्रफल में 7 डोम तैयार किए जा रहे हैं, जिनका आकार 700 बाय 700 फिट रहेगा. इसमें से मुख्य पंडाल 100 बाय 700 फिट का होगा. जिसमें 40 बाय 100 फीट का भव्य व्यासपीठ तैयार किया जा रहा है. इस व्यासपीठ के साथ मां अंबादेवी-मां एकवीरा देवी, भगवान शिव व श्री हनुमानजी के मुदिरनुमा आकर्षक झांकियां साकार की जाएगी, जिनके समक्ष व्यासपीठ पर बनाए जा रहे भव्य-दिव्य आसन पर विराजमान होकर कथा प्रवक्ता पं. प्रदीप मिश्रा द्वारा शिवमहापुराण की कथा सुनाई जाएगी. इस मुख्य पंडाल के दोनों ओर 300 बाय 700 के आकार वाले तीन-तीन साईड डोम तैयार किए जा रहे हैं और प्रत्येक साईड डोम का आकार 100 बॉय 700 होगा. इस तरह से 700 बॉय 700 की तुलना में कथा स्थल का पंडाल साकार हो चुका है, जिसमें करीब साढे तीन लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था है. वहीं मुख्य कथा पंडाल के बाहर कथा सुनने हेतु उपस्थित होने वाले भाविक श्रद्धालुओं के लिए तनात लगाने का काम भी किया जाएगा, ताकि किसी को खुले आसमान के नीचे चिलचिलाती धुप में न बैठना पडे.
* 10 लाख लीटर पानी की व्यवस्था, 5-5 हजार लीटर वाले 200 टैंक लगे
आयोजन स्थल पर उमडने वाली भाविक श्रद्धालुओं की भीड के मद्देनजर पानी संबंधी जरुरत को देखते हुए आयोजन स्थल पर 5-5 हजार लीटर की क्षमता वाले 200 वॉटर टैंक लगाए गए है. जिनमें 10 लाख लीटर पानी रहेगा. इस पानी की आपूर्ति पेयजल हेतु करने के साथ ही परिसर में बनाए गए प्रसादालय में भोजन पकाने संबंधित जरुरत हेतु किया जाएगा. साथ ही यहीं से परिसर में बनाए गए अस्थायी स्वच्छता गृहों व शौचालयों को भी जलापूर्ति की जाएगी. जिसके लिए पूरे परिसर में अंडर ग्राउंड पाइप-लाइन डाली जा चुकी है. सबसे खास बात यह है कि, इस परिसर में प्रत्येक भाविक श्रद्धालु को पीने हेतु साफ-सूथरा ठंडा पानी उपलब्ध हो सके, इस हेतु विशेष तौर पर आरओ वॉटर प्लाँट भी साकार किया गया है. जिसके जरिए पानी का शुद्धिकरण करते हुए इसकी पेयजल के तौर पर आपूर्ति की जाएगी.
* कथा आयोजन के दौरान दस्तूर नगर से रहेगा वन-वे
इस समय भाविक श्रद्धालुओं के लिए आने और जाने की जानकारी देते हुए सुनील राणा ने बताया कि, 15 दिसंबर को जिला स्टेडियम से हनुमान गढी तक 1 लाखमहिलाओं की भव्य मंगल कलश यात्रा का आयोजन शुरु होते ही दस्तूर नगर से हनुमान गढी की ओर जाने वाले रास्ते को वन वे कर दिया जाएगा, यह व्यवस्था 20 दिसंबर को कथा की समाप्ति वाले दिन तक रहेगी. वहीं कथा स्थल से अमरावती की ओर वापिस जाने हेतु भानखेडा से कौंडेश्वर होते हुए रास्ते का पर्याय उपलब्ध कराया गया है. इसके अलावा भानखेडा से पोहरा व लालखेड होते हुए भी पर्यायी रास्तों का अवलंब किया जा सकेगा.
* दुपहिया व चारपहिया वाहनों के लिए कथा स्थल के पास ही 3 स्थानों पर पार्किंग
इस समय अपने खुद के वाहन लेकर कथा सुनने हेतु पहुंचने वाले भाविक श्रद्धालुओं के दुपहिया व चारपाहिया वाहनों के लिए कथा स्थल के पास 200 एकड परिसर में पार्किंग की व्यवस्था रहने की जानकारी देते हुए सुनील राणा ने बताया कि, इसके अलावा कथा स्थल के पास ही स्थित मातोश्री वृद्धश्रम के 40 एकड खेत में तथा भानखेडा चौक स्थित डॉ. जवादे के खेत में वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था रहेगी. इसके अलावा दस्तूर नगर के पास स्थित गौरक्षण संस्था के 6 एकड खेत में निजी बसों व ऑटो की पार्किंग रहेगी व गाणुवाडी में बाहरगांव से निजी ट्रैवल्स बसों के जरिए आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था रहेगी. इसके आलावा सुतगिरणी की खाली पडी जगह पर मनपा व एसटी महामंडल की बसों की पार्किंग हेतु व्यवस्था की गई है. साथ ही राजापेठ बस स्थानक पर भी बाहरगांव से श्रद्धालुओं को लेकर आने वाली एसटी बसों की पार्किंग हेतु व्यवस्था रहेगी.
* रोजाना सुबह 11 बजे तक वाहनों को कथा स्थल तक आने की रहेगी अनुमति
उल्लेखनीय है कि, 16 से 20 दिसंबर तक हनुमान गढी में रोजाना दोपहर 1 बजे से शिवमहापुराण कथा का प्रारंभ होगा, ऐसे में कथा को सुनने हेतु उमडे वाली भीड को ध्यान में रखते हुए सभी दुपहिया व चारपहिया को सुबह 11 बजे तक आयोजन स्थल की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी और जैसे ही कथा मंडल पूरी तरह से भर जाएगा, वैसे ही दस्तूर नगर से हनुमान गढी की ओर जाने वाले रास्ते की तरफ सभी तरह के वाहनों के प्रवेश को रोक दिया जाएगा. इस समय सुनील राणा ने यह भी बताया कि, गौरक्षण, सुतगिरणी, गाणुवाडी व राजापेठ बस स्थानक पर अलग-अलग वाहनों के जरिए आने वाले भाविक श्रद्धालुओं को आयोजन स्थल पर लाकर पहुंचाने की व्यवस्था हेतु ऑटो संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा चल रही है. साथ ही हनुमान चालीसा चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा शहर के सभी ऑटो चालकों से यह आवाहन भी किया गया है कि, वे भाविक श्रद्धालुओं को कथा स्थल पर लाने-ले जाने हेतु वाजिब किराया ही वसूल करें.
* दस्तूर नगर से लेकर कथा स्थल तक तीन स्थानों पर नि:शुल्क सेवा स्टॉल
विशेष उल्लेखनीय है कि, 16 से 20 दिसंबर के दौरान आयोजित होने जा रहे शिवमहापुराण कथा के मद्दनेजर दस्तूर नगर स्थित गौरक्षण संस्था, छत्री तालाब से आगे स्थित हनुमान मंदिर तथा कथा के आयोजन स्थल ऐसे तीन स्थानों पर भी विशालकाय डोम साकार किए गए है. जहां पर शहर के विभिन्न सेवाभावी व स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा भाविक श्रद्धालुओं की सेवा हेतु चाय-पानी व अल्पाहार का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा. इसके अलावा आयोजन स्थल पर भी जगह-जगह भाविक श्रद्धालुओं के चाय-नाश्ते व अल्पाहार की नि:शुल्क व्यवस्था की जाएगा.