अमरावती

अमरावती विवि का नैक मूल्यांकन जुलाई अंत में

ऑनलाईन भेजा गया एसएसआर, 70 प्रतिशत दस्तावेज रवाना

  • 30 प्रतिशत काम का नैक समिती करेगी मुआयना

अमरावती/प्रतिनिधि दि.६कोविड संक्रमण का सर्वाधिक असर शिक्षा क्षेत्र पर पडा है और विगत डेढ वर्ष के दौरान कई विद्यापीठों व महाविद्यालयों का नैक मूल्यांकन संबंधी काम अटक गया है. किंतु संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ का नैक मूल्यांकन जुलाई माह के अंत में होने के संकेत है. जिसके लिए सेल्फ स्टडी रिपोर्ट यानी एसएसआर को ऑनलाईन तरीके से भेज दिया गया है.
बता दें कि, विद्यापीठ अनुदान आयोग की टीम द्वारा प्रत्येक पांच वर्षों में विद्यापीठों का नैक मूल्यांकन करना अनिवार्य है. इसके लिए संबंधित शैक्षणिक संस्थाओं को दिल्ली स्थित विद्यापीठ अनुदान आयोग के पास ऑनलाईन एसएसआर भेजना पडता है. किंतु मार्च 2020 से शुरू हुआ कोविड वायरस का संक्रमण आज तक कायम है. ऐसे में दिसंबर 2020 में होनेवाला अमरावती विद्यापीठ का नैक मूल्यांकन अब तक नहीं हो पाया है. हालांकि तत्कालीन कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर द्वारा नैक मूल्यांकन के लिए एक समिती गठित की गई थी. इस समिती के जरिये विभाणग प्रमुखों, प्राध्यापकों व कर्मचारियों द्वारा नैक मूल्यांकन की तैयारी पूर्ण की गई.

  • नैक की टीम करेगी दौरा

अमरावती विद्यापीठ द्वारा नैक के संदर्भ में यूजीसी के पास अपने दस्तावेजों सहित अपनी रिपोर्ट भेज दी गई है और अब केवल 30 प्रतिशत प्रत्यक्ष जांच का काम बाकी है. जिसमें प्रत्येक विभाग के प्रस्तुतिकरण, विद्यापीठ में मुलभूत सुविधाओं, सामाजिक उत्तरदायित्व, विद्यार्थियों से संवाद तथा पूर्व विद्यार्थियों की कर्तव्यपूर्ति जैसी विभिन्न बातों का नैक समिती द्वारा प्रत्यक्ष मुआयना किया जायेगा. इस समिती में पांच से छह सदस्य शामिल होंगे, ऐसी जानकारी है. विद्यापीठ द्वारा नैक मूल्यांकन के लिए तमाम तैयारियां पूर्ण कर ली गई है और विद्यापीठ अनुदान आयोग के पास ऑनलाईन एसएसआर भी भेज दिया है. ऐसे में अब केवल नैक मूल्यांकन टीम के आने की प्रतीक्षा है और उम्मीद है कि, जुलाई माह के अंत तक अमरावती विद्यापीठ का नैक मूल्यांकन हो जायेगा.
– प्रा. डॉ. अविनाश मोहरील
अधिष्ठाता, संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ

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