अमरावती

नाम साद बोलावे, गावे भावे, जनासी सांगावे…

प्रल्हाद महाराज रामदासी की चरण पादुका हुई अंबापेठ में दाखल

* नीलकंठ गंधे के निवास में पूजन
* 31 जुलाई को होगा प्रस्थान
* श्री प्रल्हाद महाराज उपासना मंडल का आयोजन
अमरावती/दि.26-आधुनिक काल में श्रीराम नाम का प्रसार व प्रचार आजीवन करने वाले बुलढाणा जिले के साखरखेर्डा के संत शिरोमणी प्रल्हाद महाराज हैं. प्रल्हाद महाराज ने अनेक स्थानों पर श्री राम व हनुमानजी के मंदिर बनाए. भजन-पूजन, कीर्तन, प्रवचन, उपासना, 13 करोड़ रामनाम, यज्ञयाग, रामायण व भागवत सप्ताह, तीर्थयात्रा आदि के माध्यम से लोगों को भक्ति मार्ग पर लगाया. श्री की राम नाम उपासना आज भी अनेक भाविकों द्वारा की जा रही है. अमरावती शहर के प्रल्हाद महाराज उपासना मंडल द्वारा आज भी राम नाम की उपासना की जा रही है. अधिक मास निमित्त श्री प्रल्हाद महाराज उपासना मंडल की ओर से महाराज की चरण पादुका अमरावती पहुंची.
श्री क्षेत्र साखरखेर्डा से प्रल्हाद महाराज रामदासी की चरण पादुका का आगमन अंबापेठ में प्रल्हाद महाराज उपासना मंडल कार्यालय के निलकंठ गंधे के घर में हुआ. आज 26 जुलाई से 31 जुलाई इस कालावधि में श्री की पादुका रुप से श्री का वास्तव्य निलकंठ गंधे के निवासस्थान पर रहेगा. आध्यात्मिक दृष्टि से उन्नति कर लेने का यह अधिकमास है 26 से 31 जुलाई की कालावधि में रोज सुबह काकड आरती होगी. रोज सुबह 8 से 11.30 बजे तक घर-घर में श्री का पाद्य पूजन व नैवेद्य होगा. दूसरे सत्र में दोपहर 2.30 से शाम 6 बजे तक पाद्य पूजा होकर शाम 6.30 बजे सायम उपासना की जाएगी. शेज आरती श्री के मुक्काम के स्थान पर रात 10 बजे होगी.
31 जुलाई को अंबापेठ स्थित श्रीराम मंदिर से श्री का प्रस्थान होगा. इस निमित्त 31 तारीख को सामूहिक पाद्य पूजा सुबह 9 से 11.30 बजे के दरमियान आयोजित की गई है. पश्चात दोपहर 3 बजे मंदिर से श्री का प्रस्थान होगा. स्वयं देह रखने तक करीब-करीब 50 वर्षों तक प्रल्हाद महाराज ने मराठवाड़ा के, विदर्भ के हजारों मुमुक्षुओं को राम नाम की उपासना दी. लीनता, गुरु भक्ति, स्वधर्माचरण के समय शरीर को कष्ट पहुंचाकर व्रत पालन व अखंड नामस्मरण, यह उनका विशेष गुण था. लोगों के साथ रहकर परमार्थ कैसे साधा जाए, यह उन्होंने अपने आचरण से दिखा दिया. जिन भक्तों को घर में श्री की पाद्य पूजा करने का मानस है, उन्होंने श्री की पाद्य पूजा, नैवेद्य लेने व शाम को उपासना व दशमी एक साथ लेनी है. इसी तरह सामूहिक पाद्य पूजन में सहभागी होने हेतु इच्छुकों को अपना नाम, पता व मोबाइल नंबर मंजुश्री दुराणी या विवेक सोनटक्के के पास देना होगा.
अधिक जानकारी के लिए विवेक सोनटक्के से मो. 8554989461 से संपर्क साधने का आवाहन गंधे परिवार एवं प्रल्हाद महाराज उपासना मंडल की ओर से किया गया है.

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