अमरावती

नाफेड ने खरीदा 3.57 लाख क्विंटल चना

निजी क्षेत्र में गारंटी मूल्य सहित कम मिल रहे दाम

अमरावती/दि.12– इस बार के सीझन में चने को खुले बाजारों में गारंटी मूल्य से कम दाम मिलने के चलते किसानों द्वारा नाफेड की ओर झुकाव अधिक है. ऐसे में बीएमओ व बीसीएमएफ के 17 केंद्रों पर अब तक 20,371 किसानों से 3,56,616 क्विंटल चने की खरीदी हुई है.
उल्लेखनीय है कि, रबी के सीझन में चने की उपज समाधानकारक रहने के चलते बाजार में चने की आवक बढी, परंतु गारंटी मूल्य 5 हजार 230 रूपये प्रति क्विंटल रहने के बावजूद निजी व्यापारियों द्वारा इससे कम दामों पर चने की मांग की जाने लगी. ऐसे में किसानों ने नाफेड के केंद्रोें पर ऑनलाईन पंजीयन करते हुए वहां पर अपना चना बेचना पसंद किया.
जिला उपनिबंधक कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक जिला मार्केटिंग के नौ केंद्रों पर विगत 9 मई तक 11,110 किसानों द्वारा अपना पंजीयन किया गया था. जिसमें से 9,588 किसानों से 1.68 लाख क्विंटल चने की खरीदी की गई. गारंटी मूल्य के हिसाब से इस चने की कीमत 87.35 करोड रूपये है. इसके अलावा विदर्भ को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन के आठ केंद्रों पर 10.791 किसानों से 9,89,600 क्विंटल चना खरीदा गया.
गत रोज बाजार समिती में चने को 4,250 से 4,353 रूपये प्रति क्विंटल का भाव मिला और फसल मंडी में 3,204 बोरे चने की आवक हुई. चूंकि नाफेड के भुगतान मिलने में थोडा विलंब होता है. ऐसे में कई किसानों द्वारा बाजार समिती में अपनी उपज लाकर बेचना पसंद किया जाता है.Daal-Amravati-Mandal

* तुअर के लिए नाफेड को प्रतिसाद कम
तुअर के लिए सरकारी एवं निजी क्षेत्र के दामों में 200 से 300 रूपये का फर्क है. लेकिन फसल मंडी में निजी खरीददारों के जरिये भुगतान तुरंत मिल जाता है. ऐसे में किसानों का रूझान फसल मंडी में अपनी उपज लाकर बेचने की ओर अधिक दिखाई दे रहा है. बाजार समिती में सोमवार को लाल तुअर के लिए 5 हजार 650 से 6 हजार 171 रूपये प्रति क्विंटल तक दाम मिले और मंडी में 4 हजार 973 क्विंटल कपास की आवक भी हुई. वहीं विदर्भ को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन के केंद्रों पर अब तक केवल 23 किसानों की 345 क्विंटल तुअर खरीदी गई है.c

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