* खरीदी शुरु करने के लिए करुंगा प्रयास
* विधायक अडसड ने दिया आश्वासन
धामणगांव रेलवे/ दि.6 – दस दिन पहले बंद की गई चना खरीदी शासन व्दारा 30 मई के दिन शुरु करने के आदेश जारी किये, लेकिन तीन दिन पहले नाफेड की चना खरीदी फिर एक बार बंद की गई. केंद्र सरकार के गैरंटी दाम में चना खरीदी योजना अंतर्गत शुुरु रहने वाली नाफेड की चना खरीदी 24 मई के दिन अचानक बंद की गई थी. विदर्भ को ऑफ मार्केटिंग फेडरेशन का उद्देश्य पूर्ण होने के कारण केंद्र सरकार का ऑनलाइन पोर्टल बंद होने की बात बताई गई थी. शासन की ओर से बंद की गई चना खरीदी तत्काल शुरु करने की मांग विभिन्न संघटनाओं तथा किसानों ने की थी.
दरमियान 30 मई के दिन केंद्र शासन व्दारा 7 लाख 76 हजार 460 मेट्रीक टन सुधारित उद्देश्य निश्चित कर खरीदी का समयावधि बढाकर 18 जून तक बढा दिया गया था. परंतु शुक्रवार 3 जून से ही फिर से केंद्र का खरीदी पोर्टल बंद होने की बात उजागर हुई है. इसलिए विदर्भ को ऑफ मार्केंटिंग फेडरेशन ने चना खरीदी बंद की है. 24 मई के दिन बंद हुई खरीदी को फिर से पूर्व स्थिति में आने के लिए 8 दिन का समय निकल जाने के बाद 31 मई के दिन फिर से खरीदी को शुरुआत हुई और 3 मई के दिन फिर से बंद हो जाने से किसानों में नाराजी दिखाई दे रही है.
तहसील में नंबर लगाने वाले कुल 4 हजार 9 किसानों से 2 हजार 528 किसानों का 55 हजार 766 क्विंटल 59 किलो चना ही खरीदी किया गया है. इसमें कुल चना बेचने वाले किसान 3 हजार 234 है और अब भी 1 हजार 481 किसान चना बिक्री करने के लिए चना खरीदी केंद्र के बुलावे की राह ताक रहे है. कुल शेड्युलिंग किये गए किसानों में से 1 जून से 3 जून 2022 तक शेड्युलिंग किये 150 से 200 किसानों का चना अभी भी काटा नहीं किया गया है.
नाफेड की खरीदी फिर से शुरु होना चाहिए, इसलिए विधायक प्रताप अडसड प्रयासरत है तथा पोर्टल फिर से शुरु हो इस संदर्भ में विभाग की ओर गुहार लगाएंगे. खरीदी संदर्भ में राज्य ने भी ध्यान देना चाहिए, केंद्र व राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए उपाययोजना करना चाहिए, ऐसा भी प्रताप अडसड ने कहा. इसी दौरान शनिवार को जैविक खेती मिशन फार्मर प्रोड्युसर कंपनी लिमिटेड की ओर से अध्यक्ष दिवाकर कुर्हाडकर, सचिव सुभाष देशमुख, सीईओ प्रशांत डगवार यांनी विधायक अडसड को पत्र भेजकर चने की शासकीय खरीदी 30 जून तक करना चाहिए, इस आशय का ज्ञापन सौंपा.