* चना उत्पादक किसानों में रोष
धामणगांव रेल्वे / दि.27-कृषि उपज मंडी परिसर में मंगलवार को अचानक नाफेड व्दारा चने की खरीदी बंद कर दी गई. जिसमें पोर्टल बंद होने से पंजीयन करने के बावजूद 1 हजार 187 किसान प्रतिक्षा में है और किसानों में रोष व्यप्त हैं. जिसमें किसानों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है. खुले बाजार में मजबूरी मे किसानों को औने-पौने दामोें में व्यापारियों को चना बेचना पड रहा है. नाफेड ने व्यापारियों का फायदा करवाने के लिए पोर्टल बंद कर दिया ऐसा ओरोप भी किसानों व्दारा लगाया जा रहा है.
चना खरीदी के लिए 4 हजार 9 किसानों ने मई महीने तक पंजीयन करवाया था. जिसमें से 2 हजार 228 किसानों से नाफेड व्दारा चना खरीदा गया. जिसमें 51 हजार 19 क्विंटल 80 किलो चना किसानों से खरीदा गया. अब खरीफ का सीजन मुंह पर भी पंजीयन किए गए 1 हजार 181 किसान अब भी चना खरीदी की प्रतिक्षा में है. मंगलवार को अचानक सुबह 10 बजे नाफेड व्दारा चना खरीदी बंद कर दी गई ऐसी सूचना दी. अचानक खरीदी रुक जाने से किसानों ने रोष व्यक्त किया.
स्वाभिमानी शेतकरी संगठना के अध्यक्ष चेतन परडके, कपिल पडघान, कांगे्रस के मुकेश राठी व किसान तहसील कार्यालय पर पहुंचे. यहां नायब तहसीलदार जगदीश मंडपने ने मध्यस्था कर किसानों को समझाने का प्रयास किया. पोर्टल बंद होने से चने की खरीदी का अनुदान मिलेगा या नहीं ऐसा प्रश्न महसूल व विदर्भ कॉ-ऑपरेटिव मॉकेटिर्ंग के अधिकारियों ने उपस्थित कर अपने हाथ खडे कर दिए.