नागरवाडी गांव बना जिले का पहला ‘सौरग्राम’
मुख्य अभियंता ज्ञानेश कुलकर्णी व बापूसाहेब देशमुख के हाथों लोकार्पण

* जिले का पहला और विदर्भ का दूसरा सौरग्राम
अमरावती /दि.25– प्रधानमंत्री सूर्यघर नि:शुल्क बिजली योजना का लाभ लेते हुए जिले का पहला सौरग्राम होने का बहुमान चांदूर बाजार तहसील के नागरवाडी गांव को मिला है. छत पर सौर प्रकल्प बैठाकर बिजली निर्मिति की शुुरुआत करने से आगामी समय में गांव का बिजली बिल शून्य होगा, ऐसा प्रतिपादन मुख्य अभियंता ज्ञानेश कुलकर्णी ने किया.
स्वतंत्र गांव का दर्जा रहे संत श्री गाडगे महाराज संस्थान व आश्रम शाला नागरवाडी गांव के सभी बिजली कनेक्शन सौर प्रकल्प को जोडने से नागरवाडी यह पहला सौरग्राम हो गया है. इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक बापूसाहब देशमुख अधीक्षक अभियंता दीपक देवहाथे, कार्यकारी अभियंता विजयकुमार कासट, उपकार्यकारी अभियंता दिनेश भागवत प्रमुख रुप से उपस्थित थे. चांदूर बाजार से 20 किमी दूरी पर स्थित संत गाडगे महाराज संस्थान नागरवाडी गांव को स्वतंत्र गांव का दर्जा है. आश्रमशाला, छात्रावास और कुल 10 शिक्षक सदनिका का इसमें समावेश है. प्रधानमंत्री सूर्यघर नि:शुल्क योजना के प्रति किलो वैट 30 हजार रुपए अनुदान का लाभ लेेते हुए यहां 10 शिक्षक क्वॉर्टर के छत पर प्रति एक किलो वैट का सौर प्रकल्प लगाया गया. साथ ही संस्था के लिए 7.5 किलो वैट के स्वतंत्र सौर प्रकल्प बैठाये गये है. इस कारण कुल 17.5 किलो वैट की सौर यंत्रणा बैठाये जाने से महिने में औसतन 2 हजार यूनिट की बिजली निर्मिति होगी और बिजली बिल की बचत होगी. मुख्यमंत्री व उर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन में तथा उर्जा सचिव आभा शुक्ला और महावितरण के व्यवस्थापकीय संचालक लोकेशचंद्र, अरविंद भादीकर, प्रसाद रेशमे, परेश भागवत, धनंजय औंढेकर के प्रयासों से प्रत्येक जिले के 2 गांव शत-प्रतिशत सौरग्राम करने का नियोजन है. नागरवाडी को सौरग्राम का बहुमान दिलवाने के लिए मुख्य अभियंता ज्ञानेश कुलकर्णी और अधीक्षक अभियंता दीपक देवहाथे के मार्गदर्शन में कार्यकारी अभियंता विजयकुमार कासट, उपकार्यकारी अभियंता दिनेश भागवत, सहायक अभियंता प्रसाद पांडे और चंद्रशेखर कुंभारकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.