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नागपुर से मुंबई केवल 3 घंटे में

बुलेट ट्रेन का डीपीआर रेल मंत्रालय में

* अमरावती का बुलेट ट्रेन रुट में समावेश नहीं
* समृद्धि एक्सप्रेस वे के समांतर चलेगा ट्रेन रुट
अमरावती /दि.7– देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को राज्य की उपराजधानी नागपुर के साथ केवल साढे तीन घंटे में कनेक्ट करने वाले नागपुर मुंबई बुलेट ट्रेन की विस्तृत प्रकल्प रिपोर्ट रेल्वे बोर्ड द्बारा रेल मंत्रालय को पेश कर दिया गया है. यह राज्य का पहला बुलेट ट्रेन प्रकल्प होगा और यह नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस वे के समांतर चलेगा. साथ ही बुलेट ट्रेन का रुट अमरावती जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से होकर गुजरेगा और इस ट्रेन को अमरावती के लिए कोई स्टॉपेज नहीं रहेगा.
मिली जानकारी के मुताबिक इस बुलेट ट्रेन प्रकल्प के डीपीआर के मुताबिक इस ट्रेन रुट की लंबाई 7600 किमी है और 68 फीसद ट्रेन रुट समृद्धि महामार्ग के समांतर रहने के चलते इस हेतु आवश्यक जमीन भी कम लेगेगी. इस प्रकल्प के लिए 1260 हेक्टेअर जमीन की जरुरत पडेगी. यद्यपि यह ट्रेन रुट राज्य के 11 जिलों से होकर गुजरेगा. लेकिन इसका 13 जिलों को अप्रत्यक्ष तौर पर फायदा होगा, ऐसा रेल्वे बोर्ड से संबंधित सूत्रों का कहना है.

* 1.70 लाख करोड का खर्च, 13 जिलों को मिलेगा लाभ
– 13 स्टेशन
इस बुलेट ट्रेन मार्ग पर 13 स्टेशन प्रस्तावित है. जिनमें नागपुर सहित अजनी, खापरी, वर्धा, पुलगांव, कारंजा लाड, मालेगांव जहांगिर, मेहकर, जालना, औरंगाबाद, शिर्डी, नाशिक, इगतपुरी, शहापुर व मुंबई इन रेल्वे स्टेशनों का समावेश है.
– 10 घंटे का समय बचेगा
सामान्य तौर पर नागपुर से मुंबई के बीच यात्रा हेतु सडक अथवा रेलमार्ग के जरिए 12 से 15 घंटे का समय लगता है. परंतु बुलेट ट्रेन के जरिए इसी दूरी को महज साढे 3 घंटे में पार किया जा सकेगा. बुलेट ट्रेन की रफ्तार प्रतिघंटा 359 किमी है. हालांकि नागपुर-मुंबई बुलेट ट्रेन को 250 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ही चलाया जाएगा. ऐसा अनुमान है.
– 232 करोड रुपयों का प्रतिकिमी खर्च
इस प्रकल्प हेतु प्रत्येक किमी के रेल रुट पर 232 करोड रुपए का खर्च आएंगा, ऐसा अनुमान है. जिसके चलते पूरे प्रकल्प पर कुल 1 लाख 70 हजार करोड रुपए का खर्च अपेक्षित है.
– सर्वे का काम हो चुका पूरा
इस प्रकल्प का प्रस्ताव वर्ष 2019 में तैयार किया गया था. पश्चात मार्च 2021 में इस प्रकल्प का हवाई लिडार सर्वे हुआ और नवंबर 2021 से इस प्रकल्प की विस्तृत प्रकल्प रिपोर्ट यानि डीपीआर बनाने का शुरुआत हुई.
– रेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने की प्रतिक्षा
नागपुर-मुंबई बुलेट ट्रेन का प्रस्थान वर्ष 2019 में तैयार करते हुए वर्ष 2021 में उसका हवाई लिडार सर्वेक्षण किया गया था. जिसके अनुसार नवंबर 2021 से इस प्रकल्प का डीपीआर बनाने की शुरुआत हुई थी. जिसे मार्च 2022 में रेल्वे बोर्ड के समक्ष प्रस्तूत किया गया था और अब रेल्वे बोर्ड ने यह प्रस्ताव रेल मंत्रालय को पेश किया है. जहां से मंजूरी मिलने पर बुलेट ट्रेन के प्रत्येक्ष काम की शुरुआत हुई.

 

 

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