नागपुर विद्यापीठ ने हासिल किया स्व. माणिकराव घवले स्मृति घुमता चषक
तलेगावकर प्रथम, तिवारी द्वितीय व साठे तृतीय पुरस्कार से सम्मानित
अमरावती/दि.7- यशवंतराव चव्हाण सेंटर अमरावती,स्व. माणिकराव घवले स्मृति प्रतिष्ठान व श्री शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय की ओर से ली गई स्व. माणिकराव घवले स्मृति राज्यस्तरीय वाद विवाद स्पर्धा के घुमते चषक का पुरस्कार इस वर्ष राष्ट्र संत तुकडोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के अनिरुद्ध तलेगावकर व चेतना भोसले की टीम ने हासिल किया. वहीं वयक्तिक गट में नागपुर के स्पर्धक अनिरुद्ध तलेगांवकर ने सभी को पीछे रखते हुए प्रथम व नागपुर के आशुतोष तिवारी ने उत्कृष्ट प्रस्तुतिकरण कर द्वितीय क्रमांक प्राप्त किया.
‘राजकीय हस्तक्षेपमुळे प्रसार माध्यमांचे स्वातंत्र्य धोक्यात आहे’, इस ज्वलंत विषय पर इस वर्ष यह स्पर्धा आयोजित की गई थी. पूर्व प्राचार्य तथा साहित्यिक डॉ. रमेश अंधारे की अध्यक्षता में आयोजित श्री शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय के डॉ. पंजाबराव देशमुख सभागृह में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, संस्था के ज्येष्ठ उपाध्यक्ष गजाननराव पुंडकर, यशवंतराव चव्हाण सेंटर के कोषाध्यक्ष प्रदीप देशमुख, प्राचार्य डॉ. वर्षा देशमुख, प्राचार्य डॉ. रामेश्वर भिसे, संयोजक प्रफुल्ल घवले की उपस्थिति में विजयी स्पर्धकों को पुरस्कृत किया गया.
इस स्पर्धा में वैयक्तिक गट में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज विद्यापीठ नागपुर के लोकप्रशासन विभाग के छात्र अनिरुद्ध तलेगावकर को 7 हजार रुपए नकद, स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर प्रथम क्रमांक के पुरस्कार से गौरवान्वित किया गया.आर.एस. मुंडे महाविद्यालय नागपुर के आशुतोष तिवारी को द्वितीय क्रमांक का 5 हजार रुपए नकद स्मृतिचिन्ह व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. वहीं तृतीय क्रमांक का पुरस्कार मुंबई लॉ एकेडमी मुंबई के सिद्धार्थ साठे को दिया गया. प्रोत्साहन पर पंजाबराव देशमुख लॉ कॉलेज अमरावती के सौरभ गुडधे व शिवाजी कला वाणिज्य महाविद्यालय अमरावती के करन पारेख को दिया गया. साथ ही विशेष पुरस्कार से सहकार विद्यालय बीबी (बुलढाणा जिला) के छात्र तन्मय दिनोदे, भक्ति मिटकर व ज्ञानोपासक महाविद्यालय परभणी की अमृता कुलकर्णी, हिमांशु पाटील (लॉर्डस युनिवर्सल लॉ कॉलेज मुंबई) को सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम की सफलतार्थ डॉ. कुमार बोबडे, डॉ. शीतलबाबू तायडे, डॉ. अमित गावंडे, भीम बारसे, मयुर चौधरी, वैशाली गरकल-घवले, प्रा. रत्नाकर शिरसाट, प्रफुल्ल घवले, गौरव इंगले, जुही वानखडे, मोहन मोरे, राजीव अंबाडकर, शिवा रेले आदि ने परिश्रम किया. स्पर्धा में महाराष्ट्र के विविध जिलों से 70 स्पर्धक सहभागी हुए थे.