अमरावती

नंदी को हो गया था कैन्सर, सर्जरी कर बचाई जान

तपोवन इलाके से वसा ने किया था रेस्क्यू

* डॉ. सुमित वैद्य ने की सर्जरी
अमरावती/दि.26– वसा संस्था ने और एक पशु को नवजीवन दिया. आवारा घूम रहे नंदी को कर्करोग हो गया था. वह तडपता हुआ भटक रहा था. उसे एक पशु प्रेमी की पहल के कारण वसा के कार्यकर्ताओं ने सर्जन की सहायता से बचाया. बताया गया कि पिछले कई महीनों से पेशाब की जगह कैंसर का ट्यूमर लेकर घूम रहे नंदी की श्री गौरक्षण पशु चिकित्सालय में सफल सर्जरी हुई.

* प्रीति नागले ने दी सूचना
दो दिन से अमरावती के तपोवन इलाके में लावारिस हालत में घूम रहे इस नंदी पर प्राणीप्रेमी प्रीति नागले की नजर थी. उन्होंने इस नंदी की जानकारी फोन पर घायल पशुओं का इलाज करने वाली वसा संस्था को दी. वसा संस्था की कैटल रेस्क्यू टीम कैटल रेस्क्यू के सभी उपकरणों के साथ मौके पर पहुंची. कुछ देर की दौड़भाग के बाद टीम ने नंदी को बचा लिया. चूंकि वसा संस्था के पास कॅटल एम्बुलेंस नहीं है, इसलिए नंदी को एक प्रायव्हेट गाडी से श्री गौरक्षण पशु चिकित्सालय और वसा अनिमल्स रेस्क्यू सेन्टर मे लाया गया.

* मूत्र मार्ग का निकला कैंसर
यहां डॉ. सुमित वैद्य ने उस नंदी की जांच की तो पता चला कि उसे मूत्र मार्ग का कैंसर है. वह कई महीनों से मूत्र संबंधी समस्या से पीड़ित है. और उस पर ट्यूमर होने के कारण वह जगह सामान्य नहीं हो पा रही थी. डॉ. वैद्य ने तुरंत नंदी की सर्जरी की. सर्जरी के तुरंत बाद नंदी का मूत्र मार्ग ठीक हो गया. और नंदी को पीडा से मुक्ति मिल गई.

* ठीक होने के बाद छोडेंगे
अब नंदी कुछ दिनों तक श्री गौरक्षण पशु चिकित्सालय और वसा एनिमल्स रेस्क्यू सेंटर में रहेंगा. वसा के ऋग्वेद भैसे ने बताया कि पूरी तरह से ठीक होने के बाद नंदी को उसके मूल स्थान पर छोड़ दिया जाएगा. नंदी को रेस्क्यू करणे वाले टीम में पुरूषोत्तम डोंगरे, निखिल फुटाने, भूषण सायंके, अजय वानखड़े, गणेश अकर्ते और नितिन सातोटे शामिल थे.

* हुआ था पेनाइल फाइब्रोसारकोमा ट्यूमर
वसा पशु बचाव दल द्वारा कल दोपहर में एक अधेड़ उम्र के नंदी को गंभीर स्तिथी में के हमारे हॉस्पिटल मे लाया गया था. देखने पर उसकी हालत बेहद चिंताजनक थी. उसके लिंग पर ट्यूमर था. जिससे लगातार खून रिस रहा था. और घाव में कीड़े पड़ गये थे. हमने तुरंत ऑपरेशन करने का फैसला किया और उसे एनेस्थीसिया दिया. इस ट्यूमर को निकालाने में हमें एक घंटा लग गया. एक घंटे बाद नंदी का ट्यूमर हटा दिया गया और एक कैथेटर डाला गया. अब वह पहले जैसा पेशाब कर सकता है.
– डॉ. सुमित वैद्य (व्हेटर्नरी सर्जन)
वसा संस्था, अमरावती

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