10 अप्रैल से उद्यम आधार पंजीकरण का राष्ट्रीय अभियान
कैट द्वारा देश भर के 75 शहरों में आयोजीत किये जायेंगे शिबिर
अमरावती/दि.6– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में वर्तमान में चलनेवाले आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत कऩ्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा देशभर के 75 शहरों में 75 लाख व्यापारियों को उद्यम आधार में पंजीकृत कराने के लिए आगामी 10 अप्रैल से एक राष्ट्रीय अभियान को शुरू करने की घोषणा की गई है.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने इस अभियान की घोषणा करते हुए बताया कि, देश के सभी राज्यों के चिन्हित 75 प्रमुख शहरों में स्थानीय व्यापारिक संगठनों के सहयोग से कैट की 75 टीम सभी शहरों में आगामी 10 अप्रैल से यह कार्यक्रम शुरू करेंगी. सभी राज्यों की राजधानियों के अलावा राज्यों के अन्य प्रमुख शहरों को इस अभियान के लिए चिन्हित किया गया है.
ज्ञात रहे कि, पिछले दिनों कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के नेतृत्व में कैट का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल से देश के घरेलू व्यापार से संबंधित अनेक विषयों को लेकर मिला था. जिसमें चर्चा के दौरान गोयल ने कैट प्रतिनिधिमंडल से उद्यम आधार योजना को तेजी से देशभर के व्यापारियों के बीच ले जाकर इस योजना में व्यापारियों को ज्यादा से ज्यादा पंजीकृत करने का आग्रह किया था. जिससे व्यापारियों को इस योजना का बड़ा लाभ मिल सके. दोनों व्यापारी नेताओं ने बताया कि, इससे पहले व्यापारी भी एमएसएमई की परिभाषा में शामिल थे. किंतु वर्ष 2017 में एक ऑफिस आर्डर द्वारा उन्हें इस परिभाषा से निकाल दिया था. उसके बाद से कैट लगातार इस मुद्दे को सरकार के साथ उठाता रहा और केंद्र सरकार ने व्यापारियों को इस परिभाषा में दोबारा जोड़ने का निर्णय लिया. जिसके अनुरूप रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 7 जुलाई 2021 को एक आर्डर जारी कर प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के लिए व्यापारियों को इस परिभाषा के अंतर्गत जोड़ने का आदेश दिया.
उपरोक्त जानकारी के साथ ही भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया कि, उद्यम आधार से पंजीकृत व्यापारियों को बैंकों से कर्ज प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत औरों से कम ब्याज दर पर मिल सकता है, जिससे वर्तमान में वित्त की तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को बड़ी राहत मिल सकती है. कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से व्यापारी अपने सामान्य व्यापार से वंचित हैं. जिसके कारण बेहद आर्थिक तंगी का सामना उन्हें करना पड़ रहा है. भरतिया एवं खंडेलवाल ने यह भी कहा कि, यदि देशभर के व्यापारियों ने इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कर लिया, तो फिर एमएसएमई सेक्टर को मिलनेवाली अन्य अनेक सुविधाओं और राहत योजनाओं का भी लाभ व्यापारियों को मिल सकेगा. साथ ही इसके लिए व्यापारियों का दावा भी मजबूत होगा. इस योजना के अंतर्गत 5 करोड़ तक के वार्षिक टर्नओवरवाले व्यापारियों को माइक्रो, 5 करोड़ से 75 करोड़ वार्षिक टर्नओवरवालों को स्मॉल तथा 75 करोड़ से 250 करोड़ तक की वार्षिक टर्नओवरवालों को मीडियम एंटरप्राईज का दर्ज़ा प्राप्त होगा. उन्होंने बताया कि, देशभर का कोई भी व्यापारी एमएसएमई के पोर्टल पर जाकर स्वयं उद्यम के अंतर्गत पंजीकरण नि:शुल्क कर सकता है. वहीं जो व्यापारी किसी एजेंसी के जरिये पंजीकरण करना चाहते हैं, तो कैट ने विभिन्न एजेंसियों को चिन्हित किया है, जो मामूली शुल्क लेकर व्यापारियों का पंजीकरण करेंगी.
इस आशय की जानकारी देते हुए कैट के संगठन मंत्री श्याम शर्मा ने अमरावती व जिले सहित समूचे संभाग के सभी व्यापारियों से आगामी 10 अप्रैल को आयोजीत होने जा रहे इस उपक्रम का लाभ उठाने का आवाहन किया है.