अमरावती की करीना को राष्ट्रपति द्बारा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
बहादुरी के लिए हुआ सम्मान
* फूली नहीं समाई 17 वर्षीया छात्रा
अमरावती/ दि. 26-राष्ट्रीय वीर बाल दिवस की परिपाटी का हाल के वर्षो में किया गया प्रारंभ अंबानगरी के लिए भी सौभाग्य जनक रहा है. 70 परिवारों को भयंकर अग्निकांड से बचानेवाली करीना अशोक थापा को आज पूर्वान्ह महामहिम द्रौपदी मुर्मू के हस्ते शानदार कार्यक्रम में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय वीर बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 17 बरस की करीना अपने माता-पिता के साथ इस समारोह में गई थी. पुरस्कार प्राप्त करने पश्चात अपार प्रसन्नता का इजहार करीना ने किया.
राष्ट्रपति भवन में केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्रालय द्बारा आयोजित भव्य कार्यक्रम में मंत्री अन्नपूर्णा देवी, राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, सचिव अनिल मलिक भी प्रमुखता से उपस्थित थे. राष्ट्रपति के करकमलों से देश के 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से गौरवान्वित किया गया. पुरस्कार स्वरूप पदक, सम्मान चिन्ह और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया.
उल्लेखनीय है कि करीना ने गत 17 मई को अदभूत समय सूचकता को बहादुरी का परिचय देते हुए कठोरा नाका क्षेत्र के जय अंबा अपार्टमेंट के एक फ्लैट में लगी सिलेंडर की आग को बुझाया. वह 3 सिलेंडर फ्लैट से दूर ले गई. उसकी वीरता की उस समय भी सभी ने बडी प्रशंसा की थी. उपरांत जिला प्रशासन के माध्यम से करीना थापा का नाम राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए केन्द्र सरकार को भेजा गया.
शौर्य, खेल,समाज सेवा, विज्ञान, तकनीक, पर्यावरण, कला और संस्कृति तथा संशोधन क्षेत्र में अपने कार्यो की छाप छोडनेवाले भारत के लडके-लडकियों को विविध मापदंड के आधार पर उक्त पुरस्कार हेतु चुना जाता है. सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह के पुत्र साहिब जादा जोरावरसिंह और साहिब जादा फतेहसिंह द्बारा देश के लिए किए गये प्राणों के उत्सर्ग के स्मरण के रूप में 26 दिसंबर को वीर बालदिवस मनाया जाता है. महिला व बाल विकास मंत्रालय द्बारा पुरस्कार का आयोजन किया गया.
200 लोगों की बचाई जान
उल्लेखनीय है कि 17 मई की शाम 7 बजे वह दुर्घटना हुई थी. अपार्टमेंट के चौकीदार अशोक थापा की पुत्री करीना ने बंद पडे फ्लैट का अदम्य साहस का परिचय देते हुए बालकनी से जाकर ताला तोडा और भीतर जलते गैस सिलेंडर पर पहले पानी डाला. वहां आग बढ रही थी और धुआं भी हो गया था. उसके बावजूद करीना ने हिम्मत से एक के बाद एक तीन सिलेंडर आग से बाहर निकाले. उसमें भी बडी सावधानी करीना ने रखी. एक भी सिलेंडर का विस्फोट नहीं होने दिया. उसके पहले आग की सूचना देकर संपूर्ण इमारत को खाली करवाया. उसकी बहादुरी के कारण 200 लोगों की जान बाल- बाल बची. जिनमें वरिष्ठ नागरिकों का भी समावेश था.