राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान की पद भरती में हुआ घोटाला
प्रहार जनशक्ति पार्टी ने लगाया पत्रवार्ता में आरोप
* एससी संवर्ग के अभ्यर्थी की प्रताडना के आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
अमरावती/दि.7- स्थानीय जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत की जानेवाली पद भरती में संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मनमानेपूर्ण ढंग से काम किया गया और डायलिसीस तंत्रज्ञ पद की भरती में भ्रष्टाचार करते हुए एससी संवर्ग से वास्ता रखनेवाली शितल सिध्दार्थ उके को नियुक्ति देने की बजाय अपने परिचित कर्मचारी के नजदिकी व्यक्ति को नियुक्ति दी गई. जिसमें बडे पैमाने पर आर्थिक लेन-देन भी हुआ है. इस आशय का आरोप लगाते हुए प्रहार जनशक्ति पार्टी द्वारा अन्याय व प्रताडना का शिकार शितल उके को न्याय दिलाये जाने की मांग की गई है. अन्यथा आगामी 10 जनवरी से घंटानाद करने की चेतावनी दी गई है.
प्रहार जनशक्ति पार्टी के महानगर प्रमख बंटी रामटेके द्वारा यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद मेें बताया गया कि, जब अपने पर हुए अन्याय के बारे में शितल ने संबंधितों से सवाल-जवाब किया, तो उन्हें 500 किमी की दूरी से बुलाकर टालमटोलवाले जवाब दिये गये. साथ ही देर रात तक कार्यालय में बिठाकर इंतजार करवाया गया. इस पर आक्षेप लेने पर कहा गया कि, इस कार्यालय में शाम 6 बजे के बाद कामकाज शुरू होता है. इस संदर्भ में महिला आयोग व पुलिस आयुक्तालय में शिकायत करने के बावजूद शितल उके को अब तक इन्साफ नहीं मिला है. बल्कि अब इस पूरे मामले में संबंधित अधिकारियोें को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.
इस पत्रवार्ता में खुद शितल सिध्दार्थ उके भी उपस्थित थी. जिन्होंने बताया कि, वे पद भरती की प्रतीक्षा सूची में पहले स्थान पर है और उन्हेें नियुक्ति मिलना क्रमप्राप्त है. किंतु संबंधित अधिकारियों द्वारा अपने निजी स्वार्थों के लिए उन पर अन्याय करने के साथ ही प्रशासन की दिशाभूल की जा रही है. अत: संबंधित नियुक्ति अधिकारी के खिलाफ फौजदारी मामला दर्ज करने के साथ ही कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही अनुसूचित जाति से वास्ता रखनेवाली महिला उम्मीदवार के साथ की गई शारीरिक, मानसिक व आर्थिक प्रताडना को लेकर इन्साफ दिया जाये.
इस पत्रवार्ता में प्रहार के शहर संपर्क प्रमुख गोलु पाटील, उपमहानगर प्रमुख श्याम इंगले व शहर प्रमुख श्याम कथे पाटील भी उपस्थित थे.