अमरावती

राष्ट्रीय कामगार प्रकल्प शुरु किया जाए

जिलाधिकारी कार्यालय के सामने चार दिनों से चल रहा अनशन

* तीन अनशनकर्ताओं की तबीयत बिगडी

* भीम ब्रिगेड संगठन का अनशन को समर्थन

अमरावती/ दि.7 – राष्ट्रीय बाल कामगार प्रकल्प शुरु करने की मांग को लेकर भीम ब्रिगेड की ओर से आज से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन आरंभ किया है. अनशन का लगातार चौथा दिन है, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से अनशन की दखल नहीं ली गई है. जिसके चलते अनशनकारी गिता गवई, अशफाक अहेमद और शारदा मसराम की अचानक तबीयत बिघडने के बाद उनको उपचार के लिए जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती किया गया है. वहीं अन्य दो अनशनकारियों की तबीयत बिघडने के आसार नजर आ रहे है.
यहां बता दें कि, जिले के सात तहसीलों में बाल कामगार प्रकल्प चलाये जा रहे थे, लेकिन कोविड-19 के चलते यह बंद कर दिये गए है. राज्यभर में अनलॉक की प्रक्रिया आरंभ होने के बाद सभी धार्मिक स्थल, बाजार, कॉलेज, विद्यापीठ शुरु किये गए हैं, लेकिन अब तक राष्ट्रीय बाल प्रकल्प शुरु नहीं किये गए है. यह प्रकल्प शीघ्र शुरु कर 9 से 14 आयु समूह के बालकामगार, स्कूली बाह्य बच्चों का सर्वेक्षण किया जाए, राष्ट्रीय बालकामगार प्रकल्प के शिक्षक, शिक्षकेत्तर, स्वयंसवेकों का बकाया मानधन दिया जाए, सभी प्रकल्प के स्वयं सेवकों को अंशकालिन कर्मचारी के रुप में घोषित किया जाए. राष्ट्रीय बाल कामगार शुरु नहीं होने पर 90 स्वयं सेवकों का अन्य शासकीय प्रकल्पों में समायोजन किया जाए, अनशन में मोहम्मद अशफाक अहेमद, गिता गवई, काजल किरण ठाकुर, वैशाली केने, सुरेखा तायडे, कमर अफरोज गुलाम मुस्तफा, गजानन धानोरकर, प्रशांत वाहणे, फरीदा खान, गिरीष वंजारी, रुचिदा भपाले शामिल हुए है. वहीं इस अनशन को भीम ब्रिगेड के राजेश वानखडे, पृथ्वीराज धुले, विक्रम तसरे, प्रवीण मोहोड, उमेश दुर्योधन, नितीन काले, शरद वाकोडे, अंकुश आठवले, उमेश कांबले, विरेंद्र किर्तक, अविनाश जाधव, गौतम सवाई, राजेश भटकर, रुपेश तायडे, सुशिल चोरपगार, अजय तायडे, रोशन गडलिंग, प्रवीण वानखडे, अजय सिरसाठ, आदर्श शिंपी, कबीन सारवान, सचिन नवाले ने समर्थन दिया है.

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