नेशनल लेवल इकोथॉन-4.0 प्रोजेक्ट स्पर्धा हुई
सिपना अभियांत्रिकी व महाविद्यालय के नेचर क्लब का आयोजन

अमरावती /दि.12– सिपना अभियांत्रिकी व तंत्रज्ञान महाविद्यालय के नेचर क्लब की तरफ से नेशनल लेवल प्रोजेक्ट कॉम्पिटिशन इकोथॉन-4.0 का आयोजन सोमवार 10 मार्च को किया गया था. इस कार्यक्रम में देश में पहचाने जाने वाले द ग्रास मैनओफ इंडिया प्रो. जी. डी. मुरतकर प्रमुख अतिथि के रुप में उपस्थित थे. इसके अलावा संस्था के अध्यक्ष जगदीश गुप्ता, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय खेरडे भी अतिथि के रुप में मौजूद थे.
तकनीकी ज्ञान का दुरुपयोग न करते हुए पर्यावरण व तकनीकी ज्ञान सभी निसर्ग की आवश्यकता पूर्ण करता है. पर्यावरण के रक्षण के लिए तकनीकी ज्ञान का सदुपयोग किया जाये और अपने पास रहे नैसर्गिक संसाधन किस तरह उपयोग में लायी चाहिए. इस बाबत महत्वपूर्ण उद्देश्य प्रो. जी. डी. मुरतकर ने दिये. पर्यावरण संबंधित हम छोटी-छोटी समस्याओं की अनदेखी करते है. यह छोटी समस्या भविष्य में एक विशाल रुप धारण करती है. जिस निसर्ग को ही नहीं बल्कि मनुष्य को भी हानिकारक साबित होती है और जिस समस्या का निवारण यहीं और आने वाली युवा पीढी में निसर्ग तथा पर्यावरण संबंधी जागरुकता यहीं इकोथॉन-4.0 का मूल उद्देश्य था, ऐसा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय खेरडे ने कहा. महाविद्यालय परिसर निसर्गरम्य है और प्रदूषण मुक्त है. रेनवॉटर हार्वेस्टींग, सोलर द्वारा बिजली निर्मिति तथा परिसर में 52 हजार से अधिक पेड है. इसका संवर्धन करना आदि व अन्य अनेक उपक्रम महाविद्यालय में कार्यरत है. यह स्पर्धा दो गुटों में ली गई. गट अ महाविद्यालय व गट ब में महाविद्यालयीन विद्यार्थियों का समावेश था. इस कारण प्रत्येक स्पर्धक को अपना कौशल्य प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त हुआ. स्पर्धा में महाराष्ट्र व अन्य राज्यों के विद्यार्थी बडी संख्या में शामिल हुए थे. विजेता स्पर्धकों को स्पर्धा का नकद पुरस्कार 51 हजार रुपए दिया गया. इकोथॉन-4.0 के परीक्षक डॉ. गिरीश ठाकरे, डॉ. आनंद देशमुख, डॉ. प्रितेश तिजारे, डॉ. इशांत राजगुरे, डॉ. मनोज तंबाखे, प्रो. सारंग महाजन थे. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए डॉ. पी. आर. मलसने, प्रा. सीमा राठोड, सहाय्यक प्राध्यापक संजीवनी हरणे, अध्यक्ष श्रावणी बालापुरे, उपाध्यक्ष अगम यावले, कोषाध्यक्ष हर्ष ब्राह्मण, तकनीकी प्रमुख निहार लांडगे, सचिव उदय टाकारखेडे, श्रीया लांडे, प्रचार प्रमुख परीक्षित सकर्डे, हर्ष साऊरकर, ज्ञानेश्री वैद्य, गौरी वाटमोडे, मिथिलेश धांदले, मीनाक्षी गावंडे, रिशीका देशमुख, वंश बिजवे, ओम मिसलकर ने अथक परिश्रम किया. इस कार्यक्रम के प्रायोजक ‘मास्टर कम्युनिकेशन’ थे.