अमरावती

श्री हव्याप्र मंडल में राष्ट्रीय वेबीनार आज से १८ तक

राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० पुनर्वालोकन तथा संशोधन

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१५ – क्रीडा व शारीरिक शिक्षा क्षेत्र में अनुभवी व विद्वान व्यक्ति द्वारा अभ्यासपूर्ण चर्चा कर लाने की दृष्टि से परिसंवाद राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा व क्रीडा संगठन के माध्यम से श्री हव्याप्र मंडल व डिग्री कॉलेज ऑफ फिजीकल एज्युकेशन अमरावती द्वारा १५, १६ व १७ और १८ सितंबर को आयोजित हो रहा है.
इस परिसंवाद का उद्घाटन व बीज भाषण तामिलनाडू राज्य शारीरिक शिक्षा व क्रीडा विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. शिला स्टीफन १५ सितंबर की सुबह १० बजे करेंगे. उसके बाद पूर्व प्राथमिक व प्राथमिक शिक्षा सत्र का प्रारंभ होगा. उसके बाद प्रथम पश्चिम बंगाल के कल्याणी विद्यापीठ के पूर्व कुलगुरू डॉ.आलोक बॅनर्जी और उसके बाद सिम्बोयिस पुणे के क्रीडा संचालक डॉ.नयना निमकर इनके बाद के वक्ता रायपुर के रविशंकर विद्यापीठ के शा.शि.विभाग के प्रमुख डॉ.सी.डी.आगाशे पूर्व प्राथमिक शिक्षा इस विषय में अपने विचार व्यक्त करेंगे.उस दिन के अंतिम वक्ता डॉ.जे.एस.गिल चंडीगढ है.माध्यमिक स्तर पर शिक्षा विषयक नीति में शाला शिक्षा का प्रावधान संबंध में अगली शिक्षा स्तर का प्रारंभ करेंगे.१६ सितंबर को सुबह १० बजे माध्यमिक शिक्षा सत्र शुरू करने से पूर्व एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया है. दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता आर.पी. लूथरा शैक्षणिक नीति के वैधानिक महत्व पर अपने विचार व्यक्त करेंगे. इसके बाद माध्यमिक शिक्षा सत्र में डॉ.हरभजन सिंह अटवाल पूर्व क्रीडा संचालक डिब्रूगढ विद्यापीठ आसाम व डॉ.अरूण खोडस्कर अध्यक्ष म.रा.शा.शि. शिक्षक संगठना अमरावती का भाषा प्रारंभ होगा. सत्रान्ती महाविद्यालयीन व उच्च शिक्षा के सत्र का प्रारंभ डॉ.ओमजी गुप्ता असोसिएट प्रो.बिलासपुर मध्यप्रदेश के भाषण से होगा. दि.१७ को सुबह के सत्र में डॉ. अविनाश असनारे क्रीडा संचालक सं.गा.बा.अमरावती विश्वविद्यालय अमरावती डॉ.राकेश गुप्ता, असोसिएट प्रो.दिल्ली युनिवर्सिटी के भाषण होंगे. उच्च शिक्षा में क्रीडा व शा.शिक्षा विषयक प्रावधान संबंध में वे अपने अभ्यासपूर्ण विचार रखेंगे. अध्यापक शिक्षा सत्र का प्रारंभ डॉ. जी.व्ही.पारगावकर पूर्व प्राचार्य कॉलेज ऑफ फिजिकल एज्युकेशन वडाला मुंबई के राष्ट्रीय नीति में प्रावधान संबंध में भाषण होगा. उसके बाद डॉ. जतीन सोनी कुलगुरू स्वर्णिम गुजरात शारीरिक शिक्षा व क्रीडा विश्वविद्यालय गांधी नगर गुजरात इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे. सत्र के अंत में डॉ.के.के. देवनथा प्राचार्य डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एज्युकेशन अमरावती के टीचर एज्युकेशन सत्र के महत्वपूर्ण विचार व्यक्त करेंगे.
दिनांक १८ सितंबर की १० बजे एक अतिथी भाषण प्रा. रवि साहू एम.आय.टी. पुणे का रहेगा. यूनेस्को इस आंतरराष्ट्रीय संगठन के क्वालिटी फिजिकल एज्युकेशन तथा पारंपरिक क्रीडा व खेल इस संबंध की भूूिमका व हव्याप्र मंडल के कार्य के बढ़ते संबंध में ऐतिहासिक जानकारी अपने भाषण में देंगे. इस भाषण के बाद एक महत्वपूर्ण परिसंवाद का आयोजन होगा. इसमें डॉ. नयना निमकर, डॉ.आर.एम.कडू, डॉ.जे.आर.गिल,डॉ.के.ए. टारझन, डॉ.ए.पी.उपाध्याय, संस्था के सचिव डॉ. माधुरी चेंडके तथा कुछ चुनावी वक्ता यह भाग लेंगे.
प्रत्येक शैक्षणिक स्तर पर प्रावधान संबंध में समीक्षा ली जायेगी. प्रश्नोत्तर का सत्र रहेगा. लोगों के प्रश्नों के सभी उत्तर दिए जायेंगे व उनकी शंका का निराकरण किया जायेगा. वेबीनार समाप्ती समारोपीय भाषण संस्था के प्रधान सचिव पद़्मश्री प्रभाकरराव वैद्य व अध्यक्ष राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा व क्रीडा संगठन इनका रहेगा. आभार प्रदर्शन संस्था के कोषाध्यक्ष डॉ.सुरेशराव देशपांडे करेंगे. इसके बाद कार्यक्रम की समाप्ती होगी. इन सभी कार्यक्रम की विस्तृत रिपोर्ट केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय, राज्य सरकार के शिक्षा विभाग व अन्य संबंधित प्राधिकरण को प्रस्तुत की जायेगी. जिनको इस कार्यक्रम के लिए पंजीयन करना हो तो उन्हें इस संकेत  पर क्लीक करे.एचटीटीपीडी://फॉम्र्स /जीएलई/एफएलएचओजेजेयुदपीजेएसवायएक्स३७ई७.
बता दे कि केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में राष्ट्रीय शिक्षा विषयक नीति २०२० घोषित की है. देश की सभी स्तर पर पूर्व प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक व व्यावसायिक शिक्षासहित प्रचलित शिक्षा का सभी ओर से विचार करके और विकास के विभिन्न क्षेत्र के शिक्षित व प्रशिक्षित मनुष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखकर उपरोक्त नीति बनाई गई है. देश की राज्य सरकारे केन्द्रीय शिक्षा नीति की चौखट में रहकर राज्य के लिए स्वतंंत्र नीति बनाई गई. राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के कारण शालेय व महाविद्यालय के शिक्षाक्रम अंतर्गत क्रीडा व शारीरिक शिक्षा विषयक कोई भी प्रावधान दिखाई देता है. वह पर्याप्त है अथवा उनमें संशोधन की आवश्यकता है.

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